UP: अमेठी के रण में उतरे सात में से चार ‘गांधी’ हारे… सिर्फ राजीव और सोनिया ही बना सकी हैं ये रिकॉर्ड; देखें

UP:                                    अमेठी के रण में उतरे सात में से चार ‘गांधी’ हारे… सिर्फ राजीव और सोनिया ही बना सकी हैं ये रिकॉर्ड; देखें
UP Lok Sabha Election 2024 Four out of seven Gandhis who fought in battle of Amethi lok sabha seat lost

UP
Lok
Sabha
Election
2024


फोटो
:
अमर
उजाला

विस्तार

अमेठी
का
जिक्र
आते
ही
जेहन
में
गांधी
का
नाम

ही
जाता
है।
अगर
अमेठी
और
गांधी
परिवार
से
जुड़े
पुराने
पन्नों
को
पलटें
तो
कई
रोचक
जानकारियां
भी
सामने
आती
हैं।
अब
तक
यहां
के
चुनावी
समर
में
ऐसे
नेता
उतरे,
जो
गांधी
परिवार
से
ताल्लुक
रखते
थे। 

संजय
गांधी,
मेनका
गांधी,
राज
मोहन
गांधी,
राहुल
गांधी

गोपाल
स्वरूप
गांधी
ये
वे
नाम
हैं
जो
अमेठी
के
सियासी
रण
में
उतरे
तो,
लेकिन
उन्हें
हार
का
भी
सामना
करना
पड़ा।
सिर्फ
राजीव

सोनिया
गांधी
की
ही
ऐसी
जोड़ी
रही,
जिसके
खाते
में
सिर्फ
जीत
ही
जीत
दर्ज
है।

1967
से
लेकर
2019
तक
अमेठी
में
16
संसदीय
चुनाव
हुए।
यहां
से
लड़ने
वाला
कोई
जवाहर
लाल
नेहरू
का
करीबी
था
तो
कोई
गांधी
परिवार
के
अन्य
सदस्यों
के
संपर्क
में।
वर्ष
1976
में
प्रधानमंत्री
इंदिरा
गांधी
के
छोटे
बेटे
संजय
गांधी
यहां
आए।
इसके
बाद
से
अमेठी
से
गांधी
परिवार
का
सीधा
जुड़ाव
शुरू
हुआ।
इस
बार
गांधी
परिवार
से
अमेठी
से
कौन
चुनावी
मैदान
में
उतरता
है,
यह
अभी
तय
नहीं
है।


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पहले
गांधी

वर्ष
1976
में
अमेठी
आए
संजय
गांधी
ने
1977
में
अमेठी
से
राजनीतिक
पारी
शुरू
की।
इस
बार
उन्हें
महज
34.47
प्रतिशत
वोट
ही
मिले।
वह
भारतीय
लोक
दल
के
रवींद्र
प्रताप
सिंह
से
75,
844
वोटों
के
अंतर
से
चुनाव
हार
गए।
हालांकि
इसके
बाद
1980
के
चुनाव
में
संजय
गांधी
ने
एक
लाख
28
हजार
545
मतों
के
अंतर
से
जीत
दर्ज
की।
इसी
साल
विमान
हादसे
में
उनका
असमय
निधन
हो
गया।


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