
चैत्र
नवरात्रि
की
आज
अष्टमी
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
देवास
शहर
के
बीचो-बीच
ऊपर
टेकरी
पर
मां
चामुंडा
तुलजा
भवानी
का
विशाल
मंदिर
है।
आस्था
है
कि
रानी
सती
का
रक्त
गिरने
से
यहां
पर
मां
चामुंडा
और
तुलजा
भवानी
की
उत्पत्ति
हुई
थी।
यहां
के
पुजारी
के
अनुसार
मां
चामुंडा
तुलजा
भवानी
दिन
में
तीन
रूप
बदलती
है।
सुबह
कन्या
के
रूप
में
अपने
भक्तों
को
दर्शन
देती
हैं।
चैत्र
नवरात्रि
में
मां
के
मंदिर
24
घंटे
अपने
भक्तों
के
लिए
खुले
रहते
हैं।
प्रशासन
द्वारा
यहां
पर
पुख्ता
इंतजाम
किए
जाते
हैं।
जिन
माता
बहनों
को
बच्चे
नहीं
होते,
उन
माता
बहनों
को
चामुंडा
का
पांच
पान
का
बीड़ा
दिया
जाता
है,
जिससे
उनकी
गोद
भरी
जाती
है।