

राहुल
गांधी
और
विजेंदर
सिंह.
(फाइल
फोटो)
जैसे
क्रिकेट
को
संभावनाओं
का
खेल
कहते
हैं,
ठीक
उसी
तरह
सियासत
में
हित
सबसे
ऊपर
रहते
हैं.
यहां
कोई
परमानेंट
दोस्त
या
दुश्मन
नहीं
होता.
बॉक्सर
से
पॉलिटिशियन
बने
विजेंदर
सिंह
भी
इससे
अछूते
नहीं
रहे.
लोकसभा
चुनाव
से
ठीक
पहले
उन्होंने
कांग्रेस
छोड़
भाजपा
का
दामन
थाम
लिया
है.
मजेदार
बात
ये
है
कि
इस
सियासी
उठापटक
के
महज
21
घंटे
पहले
उन्होंने
राहुल
गांधी
के
लिए
‘बॉक्सिंग’
की
थी.
विजेंदर
सिंह
ने
सोशल
मीडिया
प्लेटफॉर्म
एक्स
पर
राहुल
गांधी
के
एक
पोस्ट
को
शेयर
किया
था.
इसमें
राहुल
ने
लिखा
था,
‘आज
एक
युवा
ने
मुझे
ये
वीडियो
भेजा.
अब
भ्रम
और
भय
का
जाल
जोड़कर
सच्चाई
सामने
आ
रही
है.
अबकी
बार
प्रोपेगेंडा
के
पापा’
की
दाल
नहीं
गलने
वाली,
जनता
खुद
उन्हें
आईना
दिखाने
को
तैयार
बैठी
है.
गलत
को
गलत
और
सही
को
सही
कहूंगा
बीजेपी
महासचिव
विनोद
तावड़े
की
मौजूदगी
में
पार्टी
की
सदस्यता
लेने
के
बाद
विजेंदर
सिंह
ने
कहा
कि
ये
एक
तरफ
से
उनकी
घर
वापसी
है.
जब
से
बीजेपी
सरकार
आई
है,
देश
विदेश
में
खिलाड़ियों
का
सम्मान
बढ़ा
है.
उन्होंने
खुद
को
पहले
वाला
विजेंदर
बताते
हुए
कहा
कि
गलत
को
गलत
कहूंगा
और
सही
को
सही
कहूंगा.