Indore News: शुद्ध वायु की हकीकत खोलती तस्वीरें… स्वच्छता के बाद अब पर्यावरण से भी ध्यान हटा

सबसे
स्वच्छ
शहर
इंदौर
में
अब
वायु
शुद्धता
के
लिए
भी
प्रयास
किए
जा
रहे
हैं।
जनप्रतिनिधि,
प्रशासन
और
सभी
जिम्मेदार
इन
दिनों
शहर
को
बेहतर
पर्यावरण
देने
का
दावा
कर
रहे
हैं।
हालांकि
दावों
के
उलट
जमीनी
हकीकत
कुछ
और
ही
नजर
आती
है।
स्वच्छता
के
दृश्य
भी
अब
कम
नजर
आते
हैं
और
जगह
जगह
गंदगी
पसरी
नजर
आती
है।
वहीं
दूसरी
तरफ
जगह
जगह
लोग
खुले
में
कचरा
जलाते
नजर
आते
हैं।
कई
क्षेत्रों
में
को
कचरे
को
जलाने
की
वजह
से
घंटों
तक
वायु
प्रदूषण
दिखाई
पड़ता
है।
आसपास
के
रहवासी
भी
इससे
परेशान
नजर
आते
हैं। 


दिनभर
जलता
रहता
है
कचरा

ये
शहर
का
गंगा
बगीची
का
क्षेत्र
है।
यहां
पर
लोग
गंदगी
में
रहने
को
मजबूर
हैं।
यहां
आसपास
से
कई
नाले
निकलते
हैं
और
इस
गंदगी
के
बीच
में
ही
रहने
को
मजबूर
हैं।
यहां
आसपास
के
क्षेत्रों
से
बड़ी
मात्रा
में
कचरा
लाया
जाता
है
और
बाहर
ही
फेंक
दिया
जाता
है।
जब
यह
कचरा
बहुत
अधिक
इकट्ठा
हो
जाता
है
तो
आसपास
के
लोग
इसे
जला
देते
हैं। 

नौ
महीने
पहले
ही
इंदौर
ने
स्वच्छता
में
एक
और
उपलब्धि
हासिल
कर
ली
थी।
शहर
की
हवा
भी
देश
में
सबसे
साफ
आई
थी।
केंद्रीय
प्रदूषण
नियंत्रण
बोर्ड
ने
स्वच्छ
वायु
सर्वेक्षण
2023
में
इंदौर
को
पहले
स्थान
पर
रखा
था।
10
लाख
से
अधिक
आबादी
वाले
शहरों
में
इंदौर
ने
200
में
से
187
अंक
हासिल
किए
थे।
हालांकि
इन
दृश्यों
को
देखते
हुए
मुश्किल
ही
लगता
है
कि
इंदौर
यह
मुकाम
हासिल
कर
पाएगा। 


जहां
देखो
कचरा
नजर
आता
है

ठीक
इसी
तरह
आईटीआई
रोड
के
आसपास
के
क्षेत्रों
में
इन
दिनों
कचरे
के
ढेर
नजर

रहे
हैं।
यहां
पर
कई
सरकारी
दफ्तर
भी
बने
हैं।
इन
दफ्तरों
की
इमारतों
के
आसपास
भी
कचरा
पड़ा
दिखाई
देता
है।
आसपास
के
लोगों
का
कहना
है
कि
निगम
में
कई
बार
शिकायत
कर
चुके
हैं
लेकिन
कोई
भी
साफ
सफाई
करने
के
लिए
नहीं
आता
है।
यहीं
पर
रहने
वाले
विजय
वर्मा
ने
बताया
कि
कचरे
की
वजह
से
दूर
दूर
तक
बदबू
आती
है।
अभी
बारिश
होने
पर
तो
और
भी
परेशानी
बढ़
जाएगी।
हम
कई
बार
पार्षद
को
भी
बोल
चुके
हैं
पर
कोई
सुनवाई
नहीं
हो
रही
है।