कुंभ में संगम किनारे हवा में ‘उड़ेंगे’ श्रद्धालु, आवागमन होगा आसान

कुंभ में संगम किनारे हवा में ‘उड़ेंगे’ श्रद्धालु, आवागमन होगा आसान


नई
दिल्‍ली.

प्रयागराज
के
संगम
में
जल्‍द
ही
श्रद्धालु
हवा
में
‘उड़ान’
भरते
नजर
आएंगे.
इससे
यहां
पर
भ्रमण
में
उनका
समय
बचेगा.
शंकर
विमान
मंडपम
से
कुछ
ही
मिनट
में
त्रिवेणी
पुष्‍प
पहुंच
सकेंगे.
यहां
पर
रोपवे
का
संचालन
शुरू
किया
जाएगा.
रोपवे
के
निर्माण
कार्य
शुरू
करने
का
समय
तय
हो
गया
है.
जुलाई
से
जमीनी
स्‍तर
पर
काम
शुरू
हो
जाएगा.

प्रयागराज
में
अगले
वर्ष
कुंभ
होने
वाला
है.
सरकार
ने
अभी
से
तैयारी
शुरू
कर
दी
है.
रोजाना
आने
वाले
श्रद्धालुओं
को
संगम
तक
पहुंचाने
के
लिए
रोपवे
का
संचालन
शुरू
किया
जा
रहा
है.
इसका
निर्माण
नेशनल
हाईवे
अथारिटी
ऑफ
इंडिया
(एनएचएआई)
की
कंपनी
नेशनल
हाईवे
लाजिस्टिक
मैनेजमेंट
(एनएचएलएमएल)
कर
रही
है.

कंपनी
के
सीईओ
प्रकाश
गौड़
बताते
हैं
कि
निर्माण
कंपनी
को
काम
अवार्ड
कर
दिया
है
और
काम
शुरू
होने
के
बाद
जून
2026
तक
काम
पूरा
करना
होगा,
लेकिन
जुलाई
में
काम
शुरू
होने
के
बाद
कोशिश
होगी
कि
कुंभ
के
दौरान
कुछ
हिस्‍से
का
निर्माण
पूरा
कर
संचालन
शुरू
कर
दिया
जाए,
जिससे
यात्रियों
को
आवागमन
में
सुविधा
होगी.



रिडेवलप
हो
रहे
स्‍टेशनों
में
बिजवासन,
चंडीगढ़…समेत
पांच
से
इस
वर्ष
चलेंगी
ट्रेनें,
देखें
आपका
स्‍टेशन
है
इसमें


रोपवे
पर
एक
नजर

रोपवे
का
संचालन
शंकर
विमान
मंडपम
से
त्रिवेणी
पुष्‍प,
संगम
तक
होगा.
आंकड़ों
के
अनुसार
5
करोड़
श्रद्धालु
हर
वर्ष
संगम
आते
हैं.
इसमें
केवल
दो
स्‍टेशन
शंकर
विमान
मंडपम
और
त्रिवेणी
पुष्‍प
ही
होंगे.
यानी
2.2
किमी.
लंबे
रोपवे
में
बीच
में
कोई
स्‍टेशन
नहीं
होगा.
बीच
में
तीन
टावर
होंगे.
अभी
तक
इस
दूरी
को
तय
करने
में
करीब
30
मिनट
का
समय
लगता
है
लेकिन
रोपवे
से
केवल
7
मिनट
में
पहुंचा
जा
सकेगा.
रोपवे
की
क्षमता
8
हजार
श्रद्धालु
रोजाना
की
है.

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