
मुख्य
आरोपी
रोहित
विश्वकर्मा,
देवी
काछी
और
दुर्गेश
काछी
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
दमोह
जिले
में
मगरोन
थाना
के
फतेहपुर
में
संचालित
मध्यांचल
ग्रामीण
बैंक
में
मंगलवार
रात
हुई
41
लाख
रुपये से
अधिक
की
लूट
का
पुलिस
ने
खुलासा
कर
दिया
है। मुख्य
आरोपी
बैंक
के
चपरासी
रोहित
विश्वकर्मा
ने
अपना
कर्ज
चुकाने
के
लिए
अपने
दो
दोस्तों
के
साथ
मिलकर
प्लानिंग
के
तहत
बैंक
में
लूट
की
थी।
पुलिस
की
पूछताछ
में
आरोपी
ने
खुद
इस
बात
का
खुलासा
किया
है।
दमोह
एसपी
श्रुतकीर्ति
सोमवंशी
ने
बुधवार
शाम
खुलासा
करते
हुए
बताया
कि
फतेहपुर
बैंक
शाखा
प्रबंधक
कपिल
रैकवार
ने
मंगलवार
रात
करीब
आठ
बजे
फतेहपुर
चौकी
में
सूचना
दी
कि
जब
वह
बैंककर्मी
हरिनारायण
विश्वकर्मा
के
साथ
भ्रमण
कर
शाम
करीब
7.45
बजे
बैंक
पहुंचे,
तो
बैंक
के
चपरासी
रोहित
विश्वकर्मा
ने
बताया
कि
कुछ
नकाबपोश
आये
थे
और
मुझे
कट्टा
दिखाकर
मेरे
साथ
मारपीट
की
और
बैग
से
चाबी
निकाल
कर
तिजोरी
में
रखे
बैंक
के
41
लाख
23
हजार
327
रुपये
लूटकर
ले
गए
हैं।
शाखा
प्रबंधक
की
शिकायत
पर
पुलिस
सक्रिय
हुई
और
टीम
गठित
कर
नाकाबंदी
की
गई।
एसपी
श्रुत
कीर्ति
सोमवंशी
भी
मौके
पर
पहुंचे,
चपरासी
रोहित
विश्वकर्मा
से
बारीकी
से
पूछताछ
की।
उसके
कथनों
और
प्राप्त
साक्ष्यों
में
विरोधाभास
पाया
गया।
कई
घंटे की
पूछताछ
और
तस्दीक
के
बाद
रोहित
ने
बताया
कि उसने
अपने
दोस्त
बटियागढ़
के
पिपरिया
घनश्याम
निवासी
दुर्गेश
पिता
कल्लू
काछी
(25)
और
दूसरे
दोस्त
फतेहपुर
निवासी
देवी
पिता
लोटन
काछी
(23)
के
साथ
मिलकर
घटना
को
अंजाम
दिया
है।
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रोहित
ने
बताया
कि
उसके
ऊपर
बहुत
कर्ज
था,
जिसको
चुकाने
के
लिये
उसने
अपने
दोस्तों
के
साथ
मिलकर
लूट
की
साजिश
रची।
वह
इस
फिराक
में
था
कि
बैंक
से
अधिक
से
अधिक
कैस निकाला
जा
सके।
उसने
यह
भी
स्वीकार
किया
कि
उसके
शरीर
की
चोटें
भी
उसके
द्वारा
ही
घटित
की
गई
है।
पुलिस
ने
घटना
में
उपयोग
की
गई
बाइक,
कट्टा,
मोबाइल
फोन
व
बैंक
से
लूटी
गई
कुल
रकम
41
लाख
23
हजार
327
रुपये
जब्त
किये
गए
हैं।
तीनों
आरोपियों
के
खिलाफ
धारा-394
के
तहत
मामला
दर्ज
किया
गया
है।