
नई
दिल्ली.
कहने
को
तो
पाकिस्तान
को
एक
‘भिखमंगा
देश’
भी
कह
दिया
जाता
है,
मगर
वहां
के
कुछ
लोगों
के
पास
दुबई
में
23,000
संपत्तियां
हैं.
इन
संपत्तियों
की
कीमत
11
बिलियन
डॉलर
आंकी
गई
है.
दुबई
दुनिया
के
महंगे
शहरों
में
से
एक
है
और
यहां
पाकिस्तानियों
की
प्रॉपर्टी
होना
आम
बात
नहीं
है.
ताजा
प्रॉपर्टी
लीक
में
इस
तरह
की
जानकारियां
सामने
आई
हैं
जिससे
पुख्ता
होता
है
कि
पाकिस्तान
में
करप्शन
का
लेवल
अलग
ही
है.
टाइम्स
ऑफ
इंडिया
में
छपी
एक
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
इस
ताजा
प्रॉपर्टी
लीक
में
दुबई
के
पॉश
इलाकों
में
आवासीय
संपत्तियों
के
मालिकों
का
ब्यौरा
दिया
गया
है.
इसमें
प्रमुख
पाकिस्तानी
राजनेताओं,
सेवानिवृत्त
जनरलों,
नौकरशाहों,
बैंकरों
और
मनी
लॉन्ड्री
करने
वालों
तक
के
नाम
शामिल
हैं.
यह
खुलासा
दुनियाभर
के
70
से
अधिक
मीडिया
आउटलेट्स
के
एक
इन्वेस्टिगेटिव
प्रोजेक्ट
“दुबई
अनलॉक्ड”
ने
दुबई
में
किया
गया
है.
डेटा
में
2020
से
2022
तक
आवासीय
संपत्तियों
के
रिकॉर्ड
शामिल
हैं.
जरदारी
के
तीन
बच्चों
के
नाम
लिस्ट
में
दुबई
में
23,000
संपत्तियों
के
मालिकाना
हक
संबंधी
लीक
की
लिस्ट
में
अनुमानित
17,000
पाकिस्तानियों
के
नाम
हैं.
इनमें
राष्ट्रपति
आसिफ
अली
जरदारी
के
तीन
बच्चे,
जिनमें
से
दो
नेशनल
असेंबली
के
सदस्य
हैं,
पूर्व
प्रधानमंत्री
नवाज
शरीफ
के
बेटे
हुसैन
नवाज,
गृह
(इंटीरियर)
मंत्री
मोहसिन
नकवी
की
पत्नी
और
कई
राष्ट्रीय
और
प्रांतीय
विधायकों
के
नाम
तक
शुमार
हैं.
वहीं,
जरदारी
की
बड़ी
बेटी,
बख्तावर
भुट्टो-जरदारी,
दुबई
की
निवासी
हैं.
उनके
बेटे,
बिलावल
भुट्टो-जरदारी
और
बेटी,
आसिफा
भुट्टो-जरदारी
को
चार
संपत्तियों
के
मालिकों
के
रूप
में
लिस्ट
किया
गया
है.
आसिफा
ने
अपने
वकीलों
के
माध्यम
से
कहा
कि
दुबई
में
उनके
स्वामित्व
वाली
सभी
संपत्तियों
की
घोषणा
चुनावी
निगरानी
सहित
पाकिस्तान
में
संबंधित
अधिकारियों
को
विधिवत
कर
दी
गई
है.
परवेज
मुशर्रफ,
कमर
जावेद
बाजवा
ने
भी
किया
खेल!
पाकिस्तानी
नागरिकों
की
इस
सूची
में
दिवंगत
पूर्व
सैन्य
शासक
परवेज
मुशर्रफ,
पूर्व
प्रधानमंत्री
शौकत
अजीज,
पूर्व
सेना
प्रमुख
कमर
जावेद
बाजवा
के
बेटे
और
एक
दर्जन
से
अधिक
सेवानिवृत्त
सेना
जनरलों
के
साथ-साथ
एक
पुलिस
प्रमुख,
एक
राजदूत
और
एक
वैज्ञानिक
भी
शामिल
हैं.
जिनके
पास
सीधे
या
अपने
जीवनसाथी
और
बच्चों
के
माध्यम
से
संपत्ति
का
स्वामित्व
है.
ये
भी
पढ़ें
–
कौन
है
वह,
जिसकी
वजह
से
पाकिस्तान
की
छाती
पर
लोट
रहा
सांप,
क्यों
खौल
उठा
है
PoK?
अल्ताफ
खनानी
नेटवर्क,
जिस
पर
मनी
लॉन्ड्रिंग
में
शामिल
होने
के
लिए
अमेरिका
द्वारा
प्रतिबंध
लगाया
गया
था,
का
नाम
भी
लीक
में
सामने
आया
है.
एक
जानकारी
के
मुताबिक,
ड्रग
कार्टेल
और
हिंसक
आतंकवादी
संगठनों
सहित
ऑर्गेनाइज्ड
क्राइम
ग्रुप्स
के
लिए
अवैध
पैसा
ट्रांसफर
करते
हुए
इस
नेटवर्क
ने
सालाना
14
अरब
डॉलर
से
16
अरब
डॉलर
के
बीच
अनुमानित
कारोबार
किया
है.
ज्यादा
बड़ा
गेम
तो
ओबैद
ने
खेला
संगठन
का
अंतर्राष्ट्रीय
चेहरा
अल्ताफ
खनानी
को
इसी
अपराध
में
दोषी
ठहराया
गया
और
वह
लगभग
छह
साल
अमेरिकी
जेल
में
बिता
चुका
है.
उसके
बेटे
ओबैद
खानानी
और
भतीजे
होजैफा
खानानी
के
साथ
मनी-लॉन्ड्रिंग
के
आरोप
में
अमेरिका
द्वारा
ब्लैक
लिस्ट
किया
गया
था.
दुबई
में
कैश
में
रियल
एस्टेट
में
निवेश
करना
अपने
आप
में
कुछ
सवाल
उठाता
है.
ऐसे
में
खनानियों
को
एक
विशाल
रियल
एस्टेट
पोर्टफोलियो
होना
बताता
है
कि
उन्होंने
काफी
पैसा
इधर-उधर
किया
है.
ओबैद
खुद
लगभग
30
संपत्तियों
से
जुड़ा
हुआ
है,
जबकि
कुल
मिलाकर
परिवार
को
2020
की
शुरुआत
में
85
संपत्तियों
के
मालिकों
के
रूप
में
लिस्ट
किया
गया.
इनमें
लगभग
एक
दर्जन
विला
भी
शामिल
थे.
राजनीति
और
व्यवसाय
में
शामिल
कई
पाकिस्तानी
परिवारों
का
नाम
इस
सूची
में
नहीं
है,
जबकि
यह
जानकारी
सार्वजनिक
है
कि
उनके
आधार
और
पारिवारिक
निवास
दुबई
में
हैं.
इससे
पता
चलता
है
कि
इस
डेटा
में
कमियां
हैं.
यह
न
तो
संपत्ति
के
स्वामित्व
का
ऐतिहासिक
रिकॉर्ड
है,
और
न
ही
दुबई
में
पाकिस्तानियों
द्वारा
खरीदी
गई
सभी
संपत्तियों
की
पूरी
तस्वीर
साफ
करता
है.
आंकड़ों
के
अनुसार,
कई
मालिकों
का
अभी
भी
पता
नहीं
चल
पाया
है,
खासकर
उनका,
जिन्होंने
किसी
तीसरे
पक्ष
या
छोटी
और
कम
चर्चित
कंपनियों
के
माध्यम
से
संपत्ति
खरीदी
है.
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FIRST
PUBLISHED
:
May
16,
2024,
10:51
IST