
सांकेतिक
तस्वीर
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
उज्जैन
शहर
के
प्रतिष्ठित
सीमेंट
व्यवसायी
के
पुत्र
ने
क्रिप्टोकरेंसी
की
लत
में
हुए
करोड़ों
रुपये के
नुकसान
के
बाद फांसी
लगाकर
आत्महत्या
कर
ली।
मृतक
पिछले
तीन
साल से
क्रिप्टोकरेंसी
के
चक्कर
में
फंसकर
दो करोड़
का
नुकसान
परिवार
को
दे
चुका
मृतक
व्यवसायी
था
और
इसी
वजह
से
तनाव
में
चल
रहा
था।
सीमेंट,
टू
व्हीलर
और
अनेक
कारोबार
करने
वाले
दशहरा
मैदान
निवासी
प्रतिष्ठित
व्यवसायी
सुनील
देवरा
के
पुत्र
निशांत
35
वर्ष
ने
बुधवार रात
में
फांसी
लगाकर
आत्महत्या
कर
ली।
गुरुवार सुबह
जब
उसकी
पत्नी
रूपाली
उसे
जगाने
पहुंची
तो
कमरे
में
पति
की
लाश
फांसी
के
फंदे
पर
झूलती
मिली।
रूपाली
का
शोर
सुनकर
परिजन
भी
वहां आ
गए
और
तत्काल
बेटे
के
शव
को
सुबह
संजीवनी
अस्पताल
ले
जाया
गया,
जहां
चिकित्सकों
ने
मृत्यु
की
घोषणा
कर
दी।
सूचना
के
बाद
माधवनगर
थाना
पुलिस
अस्पताल
पहुंची
और
मृतक
के
शव
को
कब्जे
में
ले
लिया।
मृतक
के
पिता
ने
बताया
कि
उनका
बेटा
पिछले
तीन
साल से
क्रिप्टोकरेंसी
की
लत
में
पड़
गया
था।
उन्होंने
बताया
कि
क्रिप्टोकरेंसी
के
चक्कर
में
वह
करीब
दो करोड़
रुपये का
नुकसान
परिवार
को
दे
चुका
था
और
इसके
कारण
वह
लंबे
समय
से
तनाव
में
चल
रहा
था।
व्यवसायी
देवरा
स्वयं
बड़े
समाजसेवी
हैं
और
धर्मपत्नी
नीरू
देवरा
योग
शिक्षक
हैं।
उन्होंने
बताया
कि
निशांत
विवाहित
था
और
उसके
दो
छोटे-छोटे
बच्चे
हैं।
मृत्यु
पूर्व
उसने
चार पंक्तियों
का
पत्र
भी
लिखा
था,
जो
पुलिस
ने
बरामद
किया।
परिजनों
के
बयान
दर्ज
करने
के
बाद
पुलिस
ने
शव
का
पोस्टमॉर्टम
करा
लिया
है
और
उसके
द्वारा
लिखे
गए
पत्र
को
जांच
के
लिए
भेज
दिया
गया
है।
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