
डेंगू
रथ
रवाना
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
मध्यप्रदेश
में
खंडवा
जिले
के
शासकीय
चिकित्सालय
में
गुरुवार
को
राष्ट्रीय
डेंगू
दिवस
मनाते
हुए
डेंगू
बीमारी
के
प्रति
जागरुकता
के
लिए
प्रचार-प्रसार
रथ
को
भी
हरी
झंडी
दिखाकर
रवाना
किया
गया।
वहीं,
हर
साल
16
मई
को
मनाए
जाने
वाले
राष्ट्रीय
डेंगू
दिवस
पर
जिले
के
मुख्य
चिकित्सा
एवं
स्वास्थ्य
अधिकारी
डॉ.
मोहन
सिंह
सिसोदिया
ने
सभी
अधिकारी,
कर्मचारियों
को
इसकी
रोकथाम
को
लेकर
शपथ
भी
दिलाई।
बता
दें
कि स्वास्थ्य
विभाग
द्वारा
जिले
में
डेंगू
मलेरिया
की
रोकथाम
के
लिए
लगातार
प्रयास
किये
जा
रहे
हैं।
वहीं,
जिला
मलेरिया
अधिकारी
डॉ.
मनोज
पाटीदार
ने
बताया
कि
सामुदायिक
सहभागिता
एवं
जागरुकता
से
डेंगू
की
रोकथाम
एवं
नियंत्रण
संभव
है।
डेंगू
की
बीमारी
एडीज
मच्छर
के
काटने
से
फैलती
है।
यह
हैं
डेंगू
बीमारी
के
लक्षण
खंडवा
जिला
अस्पताल
के
अधीक्षक
डॉ.
विजय
सिंह
के
अनुसार,
डेंगू
बिमारी
से
पीड़ित
मरीजों
में
अक्सर
कुछ
लक्षण
देखे
जाते
हैं।
जैसे
की
तेज
बुखार
आना,
आंखों
के
पीछे
तेज
दर्द
होना,
मरीज
की
त्वचा
पर
चकते
पड़ना,
मरीज
की
मांसपेशियों
में
दर्द
होना,
मरीज
को
उल्टी
होना,
मरीज
के
जोड़ों में
दर्द
होना।
वहीं,
उन्होंने
बताया
कि
डेंगू
के
लिए
कोई
विशिष्ट
दवा
या
टीका
नहीं
है। हालांकि,
तेज
बुखार
आने
या
अन्य
लक्षणों
का
संदेह
होने
पर
मरीज
को
सलाह
दी
जाती
है
कि
तुंरत
नजदीकी
स्वास्थ्य
केंन्द्र
जाएं और
डॉक्टर
की
सलाह
लें।
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विज्ञापन
इस
तरह
से
करें
डेंगू
बीमारी
से
बचाव
वहीं,
जिला
अस्पताल
खंडवा
के
डॉक्टर
योगेश
शर्मा
ने
बताया
कि
डेंगू
बीमारी
की
रोकथाम
के
लिए
अपने-अपने
घरों
के
आसपास
नालियां
स्वच्छ
रखें,
बेकार
पड़े खाली
डिब्बों
सहित
पानी
की
टंकियों,
गमलों
और
टायर
ट्यूब
में
पानी
जमा
नहीं
होने
दें।
इसके
साथ
ही
ऐसी
जगहों
पर
जहां
रोजमर्रा
का
पानी
जमा
होता
हो,
वहां जला
हुआ
आयल
के
अलावा
मिट्टी
का
तेल
डालते
रहें।
इससे
मच्छरों
का
लार्वा
नहीं
पनपेगा।
साथ
ही
सोते
समय
मच्छरदानी
का
उपयोग
जरूर
करें।