MP: फरियादी से तीन लाख रुपये रिश्वत लेने के लगे आरोप, दो पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज; एसपी ने किया सस्पेंड

Allegations of taking bribe of Rs 3 lakh from the complainant

police


फोटो
:
अमर
उजाला

विस्तार

आगर
कोतवाली
थाने
में
पदस्थ
दो
हेड
कांस्टेबल
पर
3
लाख
की
रिश्वत
लेने
के
आरोप
का
मामला
सामने
आया
है,
जिसमें
दोनों
हेड
कांस्टेबल
द्वारा
जमीन
खरीदी
बिक्री
के
मामले
को
लेकर
फरियादी
से
3
लाख
की
रिश्वत
ली
गई
थी।
यह
मामला
जब
आगर
विधायक
मधु
गहलोत
के
कार्यालय
तक
पहुंचा
तो
आगर
विधायक
अपने
कार्यकर्ताओं
के
साथ
आगर
पुलिस
अधीक्षक
के
कार्यालय
पहुंचे
और
धरना
प्रदर्शन
किया,
वहीं
दोनों
हेड
कांस्टेबल
पर
कार्रवाई
और
पैसे
वापस
लौटने
की
मांग
की
गई।

इस
दौरान
विधायक

पुलिस
अधीक्षक
के
बीच
काफी
देर
तक
बहस
भी
हुई।
विधायक
के
प्रदर्शन
के
दौरान
आगर
पुलिस
अधीक्षक
विनोद
कुमार
सिंह
द्वारा
दोनों
हेड
कांस्टेबल
को
तत्काल
प्रभाव
से
सस्पेंड
करने
की
कार्रवाई
की
गई
और
मामले
को
जांच
में
लिया
है।

बता
दें
कि
फरियादी
नरेंद्र
सिंह
ठाकुर
पिता
खुमान
सिंह
ठाकुर
निवासी
माली
खेड़ी
रोड
आगर
और
हंसा
बंसिया
पिता
गिरिराज
बंसिया
निवासी
पाल
रोड
द्वारा
जमीन
खरीदी
बिक्री
में
धोखाधड़ी
करने
के
मामले
में
करीब
02
माह
पूर्व
आगर
कोतवाली
थाने
पर
एजाज
खान
के
खिलाफ
आगर
कोतवाली
थाने
पर
एक
शिकायती
आवेदन
दिया
था।
जिसमें
पुलिसकर्मी
एजाज
खान
पर
एफआईआर
दर्ज
नहीं
कर
रहे
थे।


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पुलिस
द्वारा
एजाज
खान
पर
प्रकरण
दर्ज
करने
के
बदले
आवेदक
से
03
लाख
की
मांग
की
जा
रही
थी,
इसके
बाद
15
मई
2024
को
आवेदक
द्वारा
आगर
कोतवाली
थाने
में
पदस्थ
हेड
कांस्टेबल
राधेश्याम
कारपेंटर
और
हेड
कांस्टेबल
नरेंद्र
सिंह
भाटी
को
03
लाख
की
रिश्वत
दी
गई,
इसके
बाद
पुलिस
द्वारा
15
मई
2024
को
एजाज
खान
के
खिलाफ
420
का
मामला
दर्ज
किया
गया।
इसके
बाद
आवेदक
द्वारा
पुलिस
द्वारा
इस
तरह
रिश्वत
लिए
जाने
की
बात
आगर
विधायक
मधु
गहलोत
से
कही,
पुलिस
द्वारा
ली
गई
रिश्वत
से
नाराज
आगर
विधायक
अपने
जनप्रतिनिधियों
और
कार्यकर्ताओं
के
साथ
आगर
पुलिस
अधीक्षक
के
कार्यालय
पहुंचे
और
धरना
प्रदर्शन
किया
और
दोनों
पुलिसकर्मी
पर
कार्रवाई
और
पैसे
वापस
लौटने
की
मांग
की
गई। 


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विधायक
द्वारा
किए
जा
रहे
धरना
प्रदर्शन
के
दौरान
आगर
पुलिस
अधीक्षक
विनोद
कुमार
सिंह
द्वारा
दोनों
हेड
कांस्टेबल
को
तत्काल
प्रभाव
से
सस्पेंड
करने
की
कार्रवाई
की
गई
और
मामले
की
जांच
कर
पैसे
वापस
लौटने
की
भी
बात
कही
गई।
वहीं
विधायक
द्वारा
मीडिया
से
चर्चा
करते
हुए
कहा
गया
कि
पुलिस
द्वारा
अगर
02
घंटे
के
भीतर
पैसे
वापस
नहीं
लौटाए
गए
तो
उनके
द्वारा
मामले
को
सीएम
तक
पहुंचाया
जाएगा।