‘देश
में
लोकतंत्र
का
सबसे
पहले
गला
कांग्रेस
ने
घोंटा।
चुनाव
हारने
के
बाद
इमरजेंसी
लगाई।
उस
समय
क्रुएलिटी
इस
हद
तक
थी
कि
मुझे
मां
के
दाह
संस्कार
में
शामिल
होने
की
इजाजत
नहीं
मिली।’
.
ये
बातें
रक्षा
मंत्री
राजनाथ
सिंह
ने
दैनिक
भास्कर
से
एक्सक्लूसिव
बातचीत
में
कहीं।
400
सीटें
आने
पर
क्या
PoK
भारत
का
हिस्सा
होगा?
इस
सवाल
पर
राजनाथ
ने
कहा-
वहां
के
लोग
खुद
ही
भारत
में
आना
चाहते
हैं।
भारत
में
सुशासन
और
अच्छी
व्यवस्था
को
देखकर
आना
चाहते
हैं।
बाकी
PoK
भारत
का
हिस्सा
पहले
भी
था,
अभी
है
और
आगे
भी
रहेगा।
संविधान
खतरे
में
है?
इस
सवाल
पर
रक्षा
मंत्री
का
कहना
है-
उनकी
बुद्धि
पर
तरस
आता
है।
इंडी
गठबंधन
बिखर
गया
है,
ये
लोगों
को
गुमराह
करने
की
कोशिश
कर
रहे
हैं।
पढ़िए
रक्षा
मंत्री
राजनाथ
सिंह
का
पूरा
इंटरव्यू…
सवाल-
इस
बार
का
चुनाव
अलग
है,
झूठी
बयानबाजी
और
वादों
में
फंसकर
रह
गया
है?
जवाब-
देखिए,
कांग्रेस
और
विपक्षी
पार्टियां
लोगों
में
भ्रम
पैदा
करने
की
कोशिश
कर
रही
हैं।
उसका
स्पष्टीकरण
करने
की
जरूरत
है।
धर्म
के
नाम
पर
आरक्षण
देने
की
बात
कही
जा
रही
है।
इसका
संवैधानिक
प्रावधान
ही
नहीं
है,
इसका
जवाब
देना
पड़ेगा।
कोई
कह
दे
कि
हिंदू-मुस्लिम
के
आधार
पर
भेदभाव
किया
जा
रहा
है।
मैं
समझता
हूं
कि
यह
न्याय
नहीं
होगा।
अब
जैसे
यूनिफॉर्म
सिविल
कोड
की
बात
है,
यह
भी
संविधान
के
डायरेक्टिव
प्रिंसिपल्स,
यानी
नीति
निर्देशक
सिद्धांतों
में
है।
संविधान
के
सदस्यों
की
अपेक्षा
थी
कि
देश
में
नीति
निर्देशक
सिद्धांतों
को
अमल
में
लाया
जाएगा।
सवाल-
कांग्रेस
कह
रही
सरकार
बनने
पर
BJP
वाले
डेमोक्रेसी
का
गला
घोंट
देंगे?
जवाब-
विपक्ष
के
पास
कोई
मुद्दा
नहीं
है,
इसलिए
भाजपा
पर
हिंदू-मुस्लिम
करने
का
अनावश्यक
आरोप
लगा
रहे।
सवाल-
कहते
हैं
कि
भाजपा
की
अगर
400
सीटें
आ
जाएंगी,
तो
लोकतंत्र
समाप्त
हो
जाएगा।
भाजपा
वाले
तानाशाह
हो
जाएंगे?
जवाब-
भारत
में
डेमोक्रेसी
का
सबसे
पहले
गला
कांग्रेस
ने
घोंटा।
चुनाव
हारने
के
बाद
देश
में
इमरजेंसी
लगाई।
पॉलिटिक्स
में
मॉरल
की
भी
अहमियत
होती
है।
उस
समय
पर
क्रुएलिटी
इतनी
थी
कि
मैं
अपनी
मां
के
दाह
संस्कार
में
भी
भाग
नहीं
ले
पाया
था,
मुझे
हिस्सा
लेने
की
इजाजत
नहीं
मिली।
क्या
कहेंगे,
आप
इसको?
और
ये
लोग
कह
रहे
हैं
कि
BJP
वाले
तानाशाह
हो
जाएंगे।
पहले
अपने
गिरेबान
में
झांककर
देखिए।
सवाल-
आखिर
में
चुनाव
धर्म
और
जातियों
की
जंग
में
तब्दील
हो
गया।
कांग्रेस
कह
रही
कि
भाजपा
हिंदू-मुस्लिम
कर
रही,
ऐसा
क्यों?
जवाब
–
हम
जनता
के
सामने
हकीकत
लाने
की
कोशिश
करते
हैं।
ये
लोग
कहते
हैं
कि
BJP
वाले
मुस्लिम
विरोधी
हैं।
हमारी
बहुत
ही
स्पष्ट
नीति
है-
सबका
साथ,
सबका
विकास,
सबका
प्रयास
और
सबका
विश्वास;
लेकिन
तुष्टिकरण
किसी
के
साथ
नहीं
होना
चाहिए।
सवाल-
इस
चुनाव
में
सबका
साथ-सबका
विश्वास
कहीं
से
सुनाई
दे
रहा
है?
जवाब-
हमारी
तरफ
से
सुनाई
देगा।
इस
रास्ते
पर
कभी
कोई
चला
ही
नहीं।
इन
लोगों
ने
हमेशा
तुष्टिकरण
की
राजनीति
की
है।
सबका
साथ-सबका
विश्वास
ये
बातें
सिर्फ
कहने
के
लिए
नहीं
हैं।
हमारी
सोशल
वेलफेयर
स्कीम
उठाकर
देखिए,
क्या
पक्का
मकान
और
शौचालय
अन्य
धर्म
के
लोगों
को
नहीं
मिला?
सबको
मिला
है।
सवाल-
BJP
ने
400
पार
का
नारा
दिया,
लेकिन
बहुमत
के
लिए
272
सीटें
चाहिए,
128
सीट
ज्यादा
क्यों?
जवाब-
सवाल
करने
वालों
की
बुद्धि
पर
तरस
आता
है।
देखिए,
कोई
पहलवान
अखाड़े
में
लड़
रहा
होता
है,
तो
वह
कोशिश
करता
है
कि
खड़े
होते
ही
ऐसा
दांव
मारूं
कि
सामने
वाला
गिर
पड़े।
हम
जानते
हैं
कि
जनता
हमें
इस
सीमा
तक
स्वीकार्य
कर
रही
है।
NDA
को
400
से
ज्यादा
सीटें
मिलेंगी।
सवाल-
सरकार
के
खिलाफ
एंटी-इनकंबेंसी
नहीं
है,
लेकिन
भाजपा
सांसदों
के
खिलाफ
एंटी-इनकंबेंसी
है,
ऐसी
रिपोर्ट
आ
रही
है?
जवाब-
देखिए,
कोई
भी
राजनीतिक
पार्टी
हो,
थोड़ी
बहुत
एंटी-इनकंबेंसी
के
चांसेज
हो
सकते
हैं।
हो
सकता
है
कि
कहीं
पर
भाजपा
सांसदों
के
खिलाफ
एंटी-इनकंबेंसी
हो,
लेकिन
देश
की
जनता
इतना
जागरूक
हो
चुकी
है
कि
वह
समझती
है
कि
वोट
किसी
प्रत्याशी
को
नहीं,
बल्कि
देश
बनाने
के
लिए
डाल
रहे
हैं।
सवाल-
400
पार
सीटें
आईं
तो
PoK
भारत
का
हिस्सा
होगा?
जवाब-
देखिए,
मैंने
3-4
साल
पहले
ही
कहा
था
कि
हम
पड़ोसी
देशों
से
रिश्ते
अच्छे
बनाकर
रखना
चाहते
हैं।
धारा
370
रद्द
होने
के
बाद
जम्मू-कश्मीर
में
तेजी
से
डेवलपमेंट
हुआ।
इसे
देखकर
PoK
के
लोग
भारत
और
पाकिस्तान
सरकार
की
तुलना
करते
हैं।
उन्हें
लगता
है
कि
उनकी
गरीबी
भारत
के
साथ
रहकर
दूर
हो
सकती
है।
आज
आप
देखिए।
PoK
में
डिमांड
उठ
रही
है
कि
भारत
के
साथ
जाना
चाहते
हैं।
वैसे
भी
PoK
भारत
के
साथ
था,
है
और
आगे
भी
रहेगा।
सवाल-
आप
ने
अटलजी
के
दौर
की
राजनीति
को
देखा,
उनकी
विरासत
को
संभाला,
तब
और
अब
में
क्या
अंतर
और
बदलाव
देखते
हैं?
जवाब-
कोई
अंतर
नहीं
आया
है।
राजनीति
सही
दिशा
में
है।
देखिए,
राजनीति
में
कभी
विश्वसनीयता
का
संकट
पैदा
नहीं
होना
चाहिए।
1951
से
हमारा
घोषणा
पत्र
उठाकर
देख
लीजिए,
हमने
उसमें
जो
कहा,
गवर्नमेंट
बनी
है,
तो
उसका
अक्षरशः
पालन
किया।
भाजपा
ने
25
करोड़
लोगों
को
गरीबी
रेखा
से
बाहर
निकाला।
ये
समान्य
अचीवमेंट
नहीं
है।
कांग्रेस
बता
दे
कि
कितने
लोगों
को
गरीबी
रेखा
से
बाहर
निकाला।
जो
लोग
स्वंय
लोकतंत्र
का
गला
घोंटने
के
अपराधी
हों,
वो
दूसरे
के
ऊपर
आरोप
लगा
रहे
हैं।
सवाल-
आप
पूरे
देश
में
चुनाव
प्रचार
कर
रहे
हैं,
क्या
फीडबैक
आ
रहे
हैं?
जवाब-
बहुत
ही
शानदार
फीडबैक
आ
रहे
हैं।
यहां
तक
दक्षिण
भारत
में
भी,
वहां
अच्छी
सीटें
मिल
रही
हैं।
साउथ
में
मोदी
सबसे
पॉपुलर
चेहरे
के
रूप
में
उभर
रहे
हैं।
जिस
प्रकार
से
फीडबैक
मिल
रहा
है,
वह
अप्रत्याशित
है।
इस
देश
का
सामान्य,
गरीब
वर्ग
समझता
है
कि
उनका
भला
अगर
कोई
कर
सकता
है,
तो
वह
हैं-
प्रधानमंत्री
मोदी।
सवाल-
इंडी
गठबंधन
चुनाव
के
बाद
टिका
रहेगा
या
बिखर
जाएगा?
जवाब-
अभी
बिखर
गया
है।
बाद
की
बात
छोड़िए।
आप
और
कांग्रेस
पंजाब
में
एक-दूसरे
की
खिलाफ
लड़
रही
हैं,
लेकिन
दूसरे
राज्यों
में
अलांयस
कर
रखा
है।
सवाल-
पश्चिम
बंगाल
में
ममता
बनर्जी
कितने
सीटें
लाएंगी।
क्या
वह
आपके
संपर्क
में
हैं?
जवाब-
सीटें
ही
नहीं
लाएंगी।
पश्चिम
बंगाल
में
भी
हम
उनसे
बहुत
आगे
रहेंगे,
तो
किस
बात
के
लिए
संपर्क
करें।
ये
VIP
इंटरव्यू
भी
पढ़िए
VIP
इंटरव्यू
हेमा
मालिनी
बोलीं-
मोदी-शाह
का
कॉम्बिनेशन
जय-वीरू
जैसा:गब्बर
कौन
है…
ये
अभी
छोड़िए;
मथुरा
की
बारी
भी
आएगी
VIP
इंटरव्यू
रामायण
के
‘राम’
को
राजनीति
में
क्यों
आना
पड़ा:अरुण
गोविल
बोले-
मैंने
भाजपा
से
टिकट
नहीं
मांगा,
उन्होंने
खुद
दिया