
अस्पताल
में
भर्ती
बच्चा।
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
छिंदवाड़ा
के
बोदलकछार
हत्याकांड
में
घायल
10
वर्षीय
इशु
सुइयाम
के
इलाज
के
लिए
सख्त
आदेश
दिए
हैं।
उन्होंने
साफ
तौर
पर
कहा
है
कि
उसके
इलाज
में
किसी
प्रकार
की
कोताही
न
बरती
जाए।
उसके
इलाज
के
लिए
4
लाख
की
सहायता
राशि
भी
प्रदान
की
गई
है।
नागपुर
से
डिस्चार्ज
के
बाद
घायल
बालक
का
इलाज
प्रशासन
और
डाक्टरों
की
निगरानी
में
जिला
अस्पताल
में
होगा।
जब
तक
वह
पूरी
तरह
स्वस्थ
नहीं
हो
जाता,
तब
तक
अस्पताल
में
रहेगा।
यहां
डाक्टरों
की
निगरानी
में
पूरी
तरह
इलाज
होगा।
उसकी
सुरक्षा
के
लिए
पुलिस
बल
तैनात
रहेगा।
साथ
ही
एक
डॉक्टर
की
टीम
भी
हमेशा
तैनात
रहेगी।
गौरतलब
है
कि
बोदलकछार
हत्याकांड
में
आरोपी
ने
इशु
को
कुल्हाड़ी
से
हमला
कर
बुरी
तरह
घायल
कर
दिया
था।
इस
हमले
में
उसे
चेहरे
और
जबड़े
में
गंभीर
चोटें
आई
थी।
गंभीर
हालत
में
उसे
जिला
अस्पताल
लाया
गया
था।
यहां
से
प्राथमिक
उपचार
होने
के
बाद
नागपुर
रेफर
कर
दिया
गया
था।
उसके
जबड़े
की
साफ
सफाई
करने
के
बाद
गाल
में
टांके
लगा
दिए
गए
हैं।
वहां
से
डिस्चार्ज
होने
के
बाद
इशु
को
मेडिकल
संबद्ध
जिला
अस्पताल
के
एसआईसीयू
वार्ड
में
भर्ती
किया
गया
है।
कलेक्टर
शीलेंद्र
सिंह
इशु
को
देखने
पहुंचे।
उनके
साथ
एसडीएम
सुधीर
जैन,
सीएमएचओ
जीसी
चौरसिया,
सिविल
सर्जन
एमके
सोनिया,
अस्थि
रोग
विशेषज्ञ
सहित
अन्य
डाक्टरों
की
टीम
मौजूद
थी।
डाक्टरों
की
टीम
ने
बच्चे
का
चेकअप
किया।
इसके
बाद
कलेक्टर
सिंह
ने
निर्देश
दिए
कि
उसके
पास
पुलिस
बल
लगा
दिया
जाए।
साथ
ही
एक
डॉक्टर
की
टीम
उसके
स्वास्थ्य
की
देखरेख
करेगी।
उन्होंने
स्पष्ट
तौर
पर
कहा
कि
मुख्यमंत्री
के
स्पष्ट
निर्देश
हैं
कि
बच्चे
के
इलाज
में
किसी
तरह
की
कोई
कोताही
न
बरती
जाए।
उसके
इलाज
के
लिए
चार
लाख
रूपए
की
सहायता
राशि
भी
प्रदान
की
गई
गई।
घायल
के
परिजनों
से
की
बात
बता
दें
कि
कलेक्टर
ने
घायल
बच्चे
के
परिजनों
से
बातचीत
करते
हुए
कहा
कि
अभी
उसे
घर
नहीं
ले
जाना
है।
वहां
किसी
तरह
की
सुविधा
नहीं
है।
उसकी
देखरेख
नहीं
हो
पाएगी।
इसलिए
वह
अभी
यही
अस्पताल
में
रहेगा।
उसके
जबड़े
का
इलाज
किया
जाएगा।
नागपुर
में
सर्जरी
विशेषज्ञ
किसी
काम
से
बाहर
गए
हुए
है।
इसलिए
उसकी
सर्जरी
नहीं
हो
पाई।
फिलहाल
उसके
जबड़े
का
इलाज
किया
जाएगा।
यदि
जरूरत
पड़ी
तो
बेहतर
अस्पताल
में
उसकी
सर्जरी
कराई
जाएगी।
विज्ञापन
उसके
परिजनों
को
मिली
सहायता
राशि
हत्याकांड
में
मृतकों
के
परिजनों
में
बची
दोनों
बहनों,
घायल
बालक
और
दोनों
बहुओं
के
पिता
को
चार
लाख
रुपये
की
सहायता
राशि
प्रदान
की
गई
है।
इस
तरह
मध्यप्रदेश
शासन
ने
कुल
20
लाख
रुपये
दिए
हैं।
वहीं,
घटना
के
दिन
10-10
हजार
और
50-50
हजार
की
सहायता
राशि
प्रदान
की
जा
चुकी
है।
एसआईटी
टीम
करेगी
हत्याकांड
की
जांच
मुख्यमंत्री
के
निर्देश
पर
बोदलकछार
हत्याकांड
की
जांच
की
जा
रही
है।
इसके
लिए
एसआईटी
गठित
की
गई
है।
जघन्य
हत्याकांड
के
अंजाम
के
पीछे
और
क्या
क्या
पहलु
हैं।
यह
जांच
के
बाद
ही
सामने
आएगा।
गौरतलब
है
कि
बुधवार
को
माहुलझिर
थाना
क्षेत्र
के
बोदलकछार
में
दिनेश
सुइयाम
ने
रात
दो
बजे
अपने
ही
परिवार
के
मां,
बहन,
भाई,
भाभी
और
उनके
तीनों
बच्चे
और
खुद
की
पत्नी
को
मौत
के
घाट
उतार
दिया
था।
इसके
बाद
उसने
भी
फांसी
लगाकर
आत्महत्या
कर
ली
थी।
इस
हत्याकांड
के
बाद
पूरा
गांव
दहल
गया
था।
इनका
कहना
है
छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र
सिंह
ने
बताया
कि
मुख्यमंत्री
के
आदेश
के
बाद
घायल
इशु
सुइयाम
को
जिला
अस्पताल
में
विशेष
निगरानी
में
रखा
गया
है।
उसके
स्वास्थ्य
पर
डाक्टरों
की
टीम
नजर
बनाए
हुए
है।
सुरक्षा
के
लिए
पुलिस
तैनात
की
गई।
इलाज
के
लिए
चार
लाख
रुपये
की
सहायता
राशि
प्रदान
की
गई
है।
पूरी
तरह
से
स्वस्थ
होने
के
बाद
ही
उसे
डिस्चार्ज
किया
जाएगा।