इस्तीफा देते ही पार्टी ने निकाला, तेजी देखकर अच्छा लगा… संजय निरुपम का कांग्रेस पर पलटवार

इस्तीफा देते ही पार्टी ने निकाला, तेजी देखकर अच्छा लगा… संजय निरुपम का कांग्रेस पर पलटवार

संजय
निरुपम
पर
कांग्रेस
विरोधी
बयानबाजी
और
गतिविधियों
में
शामिल
होने
का
आरोप
लगाया
गया
है.
पार्टी
अध्यक्ष
मल्लिकार्जुन
खरगे
ने
संजय
निरुपम
को
पार्टी
से
6
साल
के
लिए
बाहर
का
रास्ता
दिखा
दिया
है.
इसके
बाद
गुरुवार
सुबह
निरुपम
ने
कांग्रेस
पर
पलटवार
करते
हुए
हमला
किया
है.
उनका
कहना
है
कि
उन्होंने
पार्टी
से
जैसे
ही
इस्तीफा
दिया
वैसे
ही
उन्हें
निकाला
गया
है.
कांग्रेस
की
तेजी
देखकर
अच्छा
लगा
है.

संजय
निरुपम
ने
‘एक्स’
पर
पोस्ट
शेयर
करते
हुए
कहा,
‘ऐसा
दिखाई
देता
है
कि
कल
रात
पार्टी
को
मेरा
त्यागपत्र
मिलने
के
तुरंत
बाद
उसने
मेरा
निष्कासन
जारी
करने
का
निर्णय
लिया.
इतनी
तत्परता
देखकर
अच्छा
लगा.
बस
ये
जानकारी
साझा
कर
रहा
हूं
कि
मैं
आज
साढ़े
11
से
12
बजे
के
बीच
विस्तार
से
अपनी
बात
रखूंगा’.
संजय
निरुपम
एक
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
करेंगे.

एक्स
पर
संजय
निरुपम
ने
बदला
बायो

कांग्रेस
से
निष्कासित
होने
के
बाद
संजय
निरुपम
ने
‘X’
पर
अपना
बायो
बदल
लिया.
निरुपम
ने
‘X’
पर
नया
प्रोफाइल
फोटो
अपलोड
किया
है.
निरुपम
के
खिलाफ
कार्रवाई
से
पहले
लोकसभा
चुनाव
को
लेकर
पार्टी
ने
उन्हें
स्टार
प्रचारक
बनाया
था.
उस
लिस्ट
से
भी
निरुपम
का
नाम
हटा
दिया.
साथ
ही
महाराष्ट्र
कांग्रेस
ने
बुधवार
को
ही
पार्टी
से
निकालने
का
प्रस्ताव
पास
किया
था.

अविभाजित
शिवसेना
से
अपने
राजनीतिक
करियर
की
शुरुआत
करने
वाले
संजय
निरुपम
ने
साल
2009
में
कांग्रेस
के
टिकट
पर
चुनाव
जीता
था.
निरुपम
उत्तर-पश्चिम
सीट
से
चुनाव
लड़ना
चाहते
थे.
मुंबई
उत्तर
से
सांसद
रह
चुके
निरुपम
ने
कहा
था
कि
कांग्रेस
नेतृत्व
को
शिवसेना
(यूबीटी)
के
आगे
दबाव
में
झुकना
नहीं
चाहिए.
बताया
जाता
है
कि
उद्धव
ठाकरे
की
पार्टी
के
साथ
सीट
शेयरिंग
को
लेकर
संजय
निरुपम
ने
टिप्पणी
की
थी,
जो
कांग्रेस
को
नागवार
लगी.
अब
सबकी
नजरें
संजय
के
अगले
कदम
पर
टिकी
हैं.

बीजेपी
नेता
संजय
निरुपम
के
विरोध
में
उतरे

वहीं,
संजय
निरुपम
पर
बीजेपी
नेता
मोहित
कंबोज
भारतीय
ने
बड़ा
आरोप
लगाया
है.
उन्होंने
ट्वीट
करते
हुए
कहा
है
कि
संजय
निरुपम
एक
बोझ
हैं.
आखिरकार
कांग्रेस
ने
उन्हें
बाहर
निकाल
दिया.
वे
वही
हैं
जिन्होंने
2019
में
मोदी
जी
और
बीजेपी
की
आलोचना
की
थी.
वे
वही
हैं,
जो
हिंदू
विरोधी
हैं
और
मुंबई
में
बीफ
पार्टी
का
आयोजन
किया
था.
अब
वे
जहां
भी
जाएंगे,
वे
सिर्फ
बोझ
ही
रहेंगे.
मैं
आखिर
तक
उनका
विरोध
करूंगा.

उन्होंने
अपनी
पोस्ट
में
सीएम
एकनाथ
शिंदे
को
टैग
किया
है.
दरअसल,
निरुपम
के
शिंदे
गुट
में
जाने
की
चर्चा
है,
लेकिन
बीजेपी
नेता
देवेंद्र
फडणवीस
के
करीबी
नेता
मोहित
कंबोजल
भारतीय
निरुपम
का
विरोध
जता
रहे
हैं.
हालांकि
ये
अलग
बात
है
कि
कुछ
दिन
पहले
ही
बीजेपी
अध्यक्ष
बावनकुले
ने
भी
निरुपम
के
लिए
बयान
दिया
था.
उनका
कहना
था
कि
जो
भगवा
अपनाने
को
तैयार
है,
बीजेपी
की
विचारधारा
अपनाने
को
तैयार
है,
मोदी
जी
पर
विश्वास
है,
उसका
स्वागत
है.