Byju’s​​​​​​​ के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन की नेटवर्थ जीरो हुई: एक साल पहले 17,545 करोड़ रुपए थी, फोर्ब्स ने बिलेनियर लिस्ट से बाहर किया

Byju’s​​​​​​​ के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन की नेटवर्थ जीरो हुई: एक साल पहले 17,545 करोड़ रुपए थी, फोर्ब्स ने बिलेनियर लिस्ट से बाहर किया

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Byju’s​​​​​​​ के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन की नेटवर्थ जीरो हुई: एक साल पहले 17,545 करोड़ रुपए थी, फोर्ब्स ने बिलेनियर लिस्ट से बाहर किया


बायजू
रवीन्द्रन
ने
मैथमैटिक्स
टीचर
के
तौर
पर
अपने
करियर
की
शुरुआत
की
थी।

वित्तीय
संकट
से
जूझ
रही
एडटेक
कंपनी
बायजूस
के
फाउंडर
बायजू
रवीन्द्रन
की
नेटवर्थ
शून्य
हो
गई
है।
एक
साल
पहले
यानी
4
अप्रैल
2023
को
उनकी
नेटवर्थ
2.1
बिलियन
डॉलर
(तब
करीब
₹17,545
करोड़)
थी।
फोर्ब्स
की
बिलेनियर
इंडेक्स
2024
में
ये
जानकारी
सामने
आई
है।

फोर्ब्स
की
रिपोर्ट
में
बताया
गया
है
कि
पिछले
साल
की
लिस्ट
से
इस
बार
4
लोगों
को
बाहर
किया
गया
है,
उनमें
रवीन्द्रन
भी
शामिल
हैं।
हाल
ही
में
ब्लैकरॉक
ने
बायजूस
की
वैल्यूएशन
घटाकर
1
बिलियन
डॉलर
कर
दी
थी।
2022
में
इसकी
पीक
वैल्यूएशन
22
बिलियन
डॉलर
थी।

बायजूस
की
स्थापना
2011
में
रवींद्रन
ने
की
थी।
उनकी
पत्नी
दिव्या,
उनके
शुरुआती
छात्रों
में
से
एक
है
और
बोर्ड
में
भी
शामिल
हैं।
कंपनी
अभी
नकदी
संकट
से
जूझ
रही
है।
ऐसे
में
पिछले
महीने
बायजूस
शेयरहोल्डर्स
ने
रवींद्रन
को
CEO
पद
से
हटाने
के
लिए
वोटिंग
भी
की
थी।


4
बड़ी
बातें
जो
बायजूस
के
साथ
बीते
दिनों
हुई

  • बायजूस
    शेयरहोल्डर्स
    ने
    रवींद्रन
    को
    CEO
    पद
    से
    हटाने
    और
    पत्नी
    दिव्या
    और
    भाई
    रिजु
    को
    भी
    हटाने
    के
    लिए
    वोटिंग
    की
    थी।
  • भारतीय
    क्रिकेट
    कंट्रोल
    बोर्ड
    ने
    बायजूस
    के
    खिलाफ
    दिवालिया
    कार्रवाई
    शुरू
    की।
    बायजूस
    पर
    ₹158
    करोड़
    के
    पेमेंट
    में
    चूक
    का
    आरोप
    है।
  • ED
    ने
    9,000
    करोड़
    से
    अधिक
    के
    FEMA
    उल्लंघन
    मामले
    में
    नोटिस
    भेजा।
    फॉरेन
    करेंसी
    फ्लो
    को
    लेकर
    1999
    में
    FEMA
    बना
    था।
  • गुरुग्राम
    ऑफिस
    का
    रेंट
    पेमेंट

    करने
    पर
    कर्मचारियों
    को
    प्रॉपर्टी
    मालिक
    ने
    बाहर
    कर
    दिया।
    उनके
    लैपटॉप
    जब्त
    कर
    लिए।



बायजूस
2019
में
देश
की
लीडिंग
एडटेक
कंपनी
के
तौर
पर
उभरी
थी,
इसके
बाद
ये
डाउनफॉल
की
तरफ
कैसे
गई,
नीचे
दिए
4
चैप्टर्स
में
समझिए….


फोन
पर
ही
कर्मचारियों
को
नौकरी
से
निकाल
रही
बायजूस

पिछले
कई
महीने
से
बायजूस
में
कर्मचारियों
की
छंटनी
जारी
है।
अब
फोन
कॉल
पर
भी
एम्प्लॉइज
की
छंटनी
की
जा
रही
है।
मनीकंट्रोल
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
बायजूस
की
फाइनेंशियल
कंडीशन
इतनी
खराब
है
कि
ना
तो
कंपनी
किसी
एम्प्लॉइज
के
काम
का
रिव्यू
कर
रही
है
और
ना
ही
उन्हें
नोटिस
पीरियड
सर्व
करने
का
मौका
दे
रही
है।
कंपनी
सिर्फ
फोन
कॉल
पर
ही
एम्प्लॉइज
को
नौकरी
से
निकाल
रही
है।


कंपनी
का
दावा-
यह
बिजनेस
रीस्ट्रक्चरिंग
का
आखिरी
फेज

बायजूस
के
स्पोक्सपर्सन
ने
मनीकंट्रोल
से
कंपनी
में
छंटनी
की
पुष्टी
की
है।
स्पोक्सपर्सन
ने
बताया,
‘हम
बिजनेस
रीस्ट्रक्चरिंग
के
आखिरी
फेज
में
हैं।
कंपनी
ने
अक्टूबर
2023
में
रीस्ट्रक्चरिंग
शुरू
की
थी
ताकि
कंपनी
का
खर्च
घटाया
जा
सके।
कानूनी
उलझनों
के
कारण
हम
बहुत
मुश्किल
हालात
से
गुजर
रहे
हैं
और
यही
हालात
कंपनी
के
हर
कर्मचारी
के
हैं।’


रवीन्द्रन
ने


मैथमैटिक्स
टीचर
के
तौर
पर
की
थी
करियर
की
शुरुआत

बायजू
रवीन्द्रन
एक
मैथमैटिक्स
टीचर
के
तौर
पर
अपने
करियर
की
शुरुआत
की
थी।
2011
में
उन्होंने
बायजूस
की
स्थापना
की,
तब
यह
सबसे
तेजी
से
ग्रोथ
करने
वाला
स्टार्टअप
बन
गया।
कंपनी
ने
2022
में
इसकी
वैल्यूएशन
22
बिलियन
डॉलर
करीब
1.84
लाख
करोड़
रुपए
बताई
थी।
बायजूस
प्राइमरी
लेवल
से
लेकर
MBA
तक
के
स्टूडेंट्स
को
कोचिंग
देती
है।


खबरें
और
भी
हैं…