नागपुर.
महाराष्ट्र
में
रविवार
को
ठगी
के
एक
खबर
मे
सबको
हैरान
कर
दिया.
पुलिस
ने
मुंबई
से
ठगी
के
तीन
आरोपियों
को
गिरफ्तार
करके
जब
उनसे
पूछताछ
की
तो
उनके
विश्वास
ही
नहीं
हुआ
कि
ऐसा
भी
हो
सकता
है.
दरअसल,
तीनों
आरोपी
केवल
दसवीं
क्लास
तक
पढ़े-लिखे
थे.
तीनों
दोस्तों
ने
ऑनलाइन
ठगी
और
धोखाधड़ी
करने
के
लिए
सबसे
पहले
एक
‘आईटी
सल्यूशंस
कंपनी’
बनाया,
फिर
लोगों
को
अपने
झांसे
में
लेना
शुरू
किया.
उनका
सबसे
पहले
शिकार
नागपुर
के
रहने
वाला
एक
शख्स
हुआ.
उन्होंने
उससे
ऑनलाइन
धोखाधड़ी
करके
5
लाख
रुपये
ठग
लिए.
नागपुर
साइबर
पुलिस
के
एक
अधिकारी
ने
बताया
कि
गिरफ्तार
लोगों
की
पहचान
पालघर
के
विरार
निवासी
अतुल
इंद्रपति
सिंह
(32),
नालासोपारा
के
नीरज
शामकुमार
चौबे
(26)
और
दहिसर
के
विकास
मेघलाल
साव
(23)
के
रूप
में
हुई
है.
पुलिस
के
अनुसार,
तीनों
ने
हाल
ही
में
समर्थ
आईटी
सल्यूशंस
नाम
की
एक
कंपनी
की
स्थापना
की
और
गूगल
पर
उन्होंने
अपना
कांटेक्ट
डिटेल्स
डाला
था,
जिससे
लोग
उनसे
आसानी
से
संपर्क
कर
सकें.
पुलिस
ने
बताया
कि
नागपुर
के
महल
क्षेत्र
के
निवासी
अतुल
उइके
को
मई
में
अपने
मोबाइल
डिवाइस
पर
‘फोनपे’
ऐप
(Phone
Pay)
में
समस्या
का
सामना
करना
पड़ा.
उन्होंने
कस्टमर
सर्विस
से
संपर्क
करने
के
लिए
गूगल
पर
डिटेल
सर्च
की,
जिनमें
पहले
नंबर
पर
समर्थ
आईटी
सॉल्यूशंस
नंबर
पाया
मिला.
संपर्क
करने
के
बाद,
उन्होंने
उनके
निर्देशों
का
पालन
करते
हुए
उइके
ने
एक
वीडियो
कॉल
की
जिस
दौरान
जालसाजों
ने
उसके
फोन
की
‘सेटिंग्स’
में
हेरफेर
किया
और
वादा
किया
कि
ऐप
रात
तक
काम
करना
शुरू
कर
देगा.
अगले
दिन
जब
वे
सोकर
उठे
तो
उनके
होश
उड़
गए.
उनके
अकाउंट
से
अगले
दो
दिनों
के
दौरान
उनके
बैंक
अकाउंट
से
तीन
बार
में
(1.49
लाख,
1.99
लाख
और
1.49
लाख
रुपये)
लगभग
5
लाख
रुपये
उड़ा
लिए.
इसके
बाद
उइके
के
साइबर
पुलिस
में
शिकायत
दर्ज
कराने
पर
धोखाधड़ी
करने
वालों
को
गिरफ्तार
कर
लिया
गया.
Tags:
Cyber
Fraud,
Maharashtra
News
FIRST
PUBLISHED
:
June
30,
2024,
20:52
IST