
हाइलाइट्स
गोल्ड
ईटीएफ
ने
एक
साल
में
दिया
है
24
फीसदी
रिटर्न.
गोल्ड
ईटीएफ
फंड
सोने
के
गिरते-चढ़ते
भावों
पर
आधारित
होता
है.भारत
में
गोल्ड
ईटीएफ
में
शुद्ध
निवेश
बढ़कर
रिकॉर्ड
ऊंचाई
पर
पहुंच
गया
है.
नई
दिल्ली.
अमेरिकी
फाइनेंशियल
सर्विस
फर्म
सिटीबैंक
ने
अपनी
एक
रिपोर्ट
में
कहा
है
कि
2025
के
मध्य
तक
सोने
की
कीमत
3000
डॉलर
(2.5
लाख
रुपए)
प्रति
औंस
तक
पहुंच
सकती
है.
अगर
हम
भारत
के
हिसाब
से
बात
करें
तो
सोने
के
भाव
के
88,450
रुपए
प्रति
10
ग्राम
तक
पहुंचने
की
उम्मीद
है.
इंडिया
बुलियन
एंड
ज्वैलर्स
के
मुताबिक,
आज
यानी
गुरुवार
को
सुबह
सर्राफा
बाजार
में
सोना
प्रति
10
ग्राम
(24
कैरेट)
74065
रुपये
बिक
रहा
था.
इस
हिसाब
से
आने
वाले
साल
में
सोने
के
दाम
प्रति
10
ग्राम
14000
रुपये
तक
उछल
सकते
हैं.
अगर
आप
भी
सोने
में
निवेश
करना
चाहते
हैं
तो
आपके
लिए
गोल्ड
एक्सचेंज
ट्रेडेड
फंड
(Gold
ETF)
एक
अच्छा
ऑप्शन
हो
सकता
है.
मौजूदा
कैलेंडर
ईयर
की
पहली
छमाही
(जनवरी-
जून)
के
दौरान
भारत
में
गोल्ड
ईटीएफ
में
शुद्ध
निवेश
बढ़कर
रिकॉर्ड
3,185.94
करोड़
रुपये
पर
पहुंच
गया,
जो
पिछले
साल
की
समान
अवधि
के
मुकाबले
46
फीसदी
ज्यादा
है.
यह
अभी
की
सोने
की
कीमत
73,339
रुपए
प्रति
10
ग्राम
से
23
फीसदी
ज्यादा
है.
गोल्ड
ईटीएफ
ने
भारत
में
पिछले
एक
साल
में
24
फीसदी
रिटर्न
दिया
है.
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से
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तक
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दाम
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आगे
बढ़ी
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देश,
एक
दाम’
योजना
सोने
के
रेट
से
जुड़ा
है
गोल्ड
ईटीएफ
गोल्ड
ईटीएफ
फंड
सोने
के
गिरते-चढ़ते
भावों
पर
आधारित
होता
है.
ETF
यूनिट
का
अर्थ
होता
है
कि
1
ग्राम
सोना.
गोल्ड
ETF
की
खरीद-बिक्री
शेयर
की
ही
तरह
BSE
और
NSE
पर
की
जा
सकती
है.
हालांकि,
इसमें
निवेशक
को
सोना
सुपुर्द
नहीं
किया
जाता,
बल्कि
सोने
की
इलेक्ट्रोनिक
यूनिट्स
दी
जाती
हैं.
गोल्ड
ईटीएफ
यूनिट्स
को
कभी
भी
बेचा
जा
सकता
है.
कैसे
करें
गोल्ड
ईटीएफ
में
निवेश?
गोल्ड
ETF
खरीदने
के
लिए
डीमैट
अकाउंट
खोलना
पड़ता
है.
NSE
पर
उपलब्ध
गोल्ड
ETF
के
यूनिट
आप
खरीद
सकते
हैं
और
उसके
बराबर
की
राशि
आपके
डीमैट
अकाउंट
से
जुड़े
बैंक
अकाउंट
से
कट
जाएगी.
डीमैट
अकाउंट
में
ऑर्डर
लगाने
के
दो
दिन
बाद
गोल्ड
ETF
डिपॉजिट
हो
जाते
हैं.
ट्रेडिंग
खाते
के
जरिए
ही
गोल्ड
ETF
को
बेचा
जाता
है.
गोल्ड
ETF
में
पैसा
लगाने
के
फायदे
ETF
के
जरिए
आप
कम
से
कम
एक
ग्राम
सोना
भी
खरीद
सकते
हैं.
वहीं
भौतिक
(फिजिकल)
सोना
आमतौर
पर
तोला
(10
ग्राम)
के
भाव
बेचा
जाता
है.
ज्वैलर
से
कई
बार
कम
मात्रा
में
सोना
खरीदना
संभव
नहीं
हो
पाता.
गोल्ड
ईटीएफ
में
आपको
शुद्ध
सोना
मिलता
है.
यह
लंदन
बुलियन
मार्केट
एसोसिएशन
का
अनुसरण
करता
है,
जो
कीमती
धातुओं
की
ग्लोबल
अथॉरिटी
है.
गोल्ड
ETF
से
खरीदे
गए
सोने
की
99.5%
शुद्धता
की
गारंटी
होती
है,
जो
कि
सबसे
उच्च
स्तर
की
शुद्धता
है.
गोल्ड
ETF
खरीदने
में
1%
या
इससे
कम
की
ब्रोकरेज
लगती
है.
वहीं,
अगर
आप
गोल्ड
ज्वैलरी
खरीदते
हैं
तो
आपको
बहुत
ज्यादा
मेकिंग
चार्ज
देना
पड़
सकता
है.
गोल्ड
ETF
को
बिना
किसी
परेशानी
के
तुरंत
खरीदा
और
बेचा
जा
सकता
है.
गोल्ड
ETF
को
लोन
लेने
के
लिए
सिक्योरिटी
के
तौर
पर
भी
इस्तेमाल
कर
सकते
हैं.
गोल्ड
ईटीएफ
का
रिटर्न
फाइनेंशियल
सर्विसेज
प्लेटफार्म,
ग्रो
के
डेटा
के
अनुसार,
एक्सिस
गोल्ड
ईटीएफ
ने
एक
सालमें
औसतन
23
फीसदी,
तीन
साल
में
51.34
फीसदी
और
पांच
साल
में
107.33
फीसदी
रिटर्न
दिया
है.
निप्पॉन
गोल्ड
ईटीएफ
ने
एक
साल
में
औसतन
21.24
फीसदी,
तीन
साल
में
43.21
फीसदी
तो
पांच
साल
में
104.31
फीसदी
रिटर्न
दिया
है.
एसबीआई
गोल्ड
ईटीएफ
का
एक
साल
का
रिटर्न
23.30
फीसदी,
पांच
साल
का
50.23
फीसदी
तो
पांच
साल
का
108.48
फीसदी
रहा
है.
(Disclaimer:
यहां
दी
गई
जानकारी
केवल
सूचना
के
लिए
है.
इसे
निवेश
सलाह
न
माना
जाए.
यदि
आप
भी
पैसा
लगाना
चाहते
हैं
तो
पहले
सर्टिफाइड
इनवेस्टमेंट
एडवायजर
से
परामर्श
कर
लें.
आपके
किसी
भी
तरह
की
लाभ
या
हानि
के
लिए
लिए
News18
जिम्मेदार
नहीं
होगा.)
Tags:
Business
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ETF,
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FIRST
PUBLISHED
:
July
18,
2024,
16:46
IST