
खुजनेर
में
गुरुवार
को
मुहर्रम
का
जुलूस
निकाला
गया।
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
मध्य
प्रदेश
के
राजगढ़
जिले
के
खुजनेर
में
मुस्लिम
धर्मावलंबियों
ने
सांप्रदायिक
भाइचारे
की
मिसाल
पेश
की
है।
देवशयनी
ग्यारस
पर
मुहर्रम
का
जुलूस
निकाला
जाना
था।
हिंदू
त्योहार
को
ध्यान
में
रखते
हुए
मुस्लिम
धर्मावलंबियों
ने
एक
दिन
बाद
मुहर्रम
का
जुलूस
निकाला। आपसी
सौहार्द
की
अनूठी
मिसाल
पेश
की
है।
मामला
राजगढ़
जिला
मुख्यालय
से
लगभग
30
किलोमीटर
की
दूरी
पर
स्थित
खुजनेर
नगर
का
है।
वर्षों
से
चली
आ
रही
परंपरा
के
मुताबिक
मुहर्रम
माह
की
10
तारीख
को
अखाड़ा
जुलूस
निकाला
जाना
था।
बुधवार
को
ही
जुलूस
निकाले
जाने
थे।
मुहर्रम
पर्व
की
11
तारीख
को
10
से
11
बजे
के
बीच
ताजिये
विसर्जित
किए
जाते
रहे
हैं।
इस
बार
मुहर्रम
पर्व
की
दस
तारीख
को
देवशयनी
ग्यारस
थी। इसके
चलते
और
शहर
में
ट्रैफिक
जाम
को
ध्यान
में
रखते
हुए
मुस्लिम
समाज
के
लोगों
ने
मुहर्रम
माह
की
दस
तारीख
को
निकाले
जाने
वाला
अखाड़ा
जुलूस
एक
दिन
आगे
बढ़ा
दिया
और
गुरुवार
रात
को
यह
निकाला
गया।
देर
शाम
को
नगर
में
निर्माण
होने
वाले
ताजियों
का
विसर्जन
किया
गया।
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खाटूश्याम
धाम
के
नाम
से
प्रसिद्ध
मालवा
के
खुजनेर
नगर
में
देवशयनी
ग्यारस
पर
हिंदू
धर्मावलंबी
जिले
के
अलग
अलग
क्षेत्र
से
दर्शन
करने
आते
हैं।
इस
माह
ग्यारस
बुधवार
को
थी।
मुस्लिम
धर्मवालंबियो
का
उसी
दिन
यौमे
आशूरा
यानी
मुहर्रम
की
दस
तारीख
भी
थी।
नगर
के
मुस्लिम
समुदाय
ने
गंगा-जमुनी
तहजीब
की
मिसाल
कायम
करते
हुए
अपने
कार्यक्रम
को
एक
दिन
आगे
बढ़ाया।