‘स्विगी और जोमैटो डिलीवरी एजेंट की कमाई नए सॉफ्टवेयर इंजीनियरों से भी ज्यादा’

‘स्विगी और जोमैटो डिलीवरी एजेंट की कमाई नए सॉफ्टवेयर इंजीनियरों से भी ज्यादा’


नई
दिल्ली.

बेंगलुरु
में
स्विगी
और
ज़ोमैटो
डिलीवरी
एजेंटों
के
साथ
एक
YouTuber
के
इंटरव्यू
ने
तहलका
मचा
दिया,
जिसमें
उनकी
कमाई
के
बारे
में
कुछ
दिलचस्प
जानकारी
दी
गई
है.
‘फुल
डिस्क्लोजर’
यूट्यूब
चैनल
चलाने
वालीं
लवीना
कामथ
ने
भारत
की
आईटी
राजधानी
में
दो
डिलीवरी
एजेंटों
से
बात
की
और
पाया
कि
वे
दोनों
औसत
आईटी
इंजीनियर
से
अधिक
कमाते
हैं.

कामथ
के
इंटरव्यू
से
पता
चलता
है
कि
शिव
और
ताइयप्पा
जैसे
डिलीवरी
एजेंट
सामान्य
आईटी
इंजीनियर
की
तुलना
में
काफी
अधिक
कमाते
हैं,
जिनकी
औसत
इनकम
लगभग
20,000
रुपये
प्रति
माह
है.
22
वर्षीय
स्विगी
डिलीवरी
ड्राइवर
शिव
हर
महीने
40,000
रुपए
से
लेकर
50,000
रुपए
कमा
लेते
हैं.
उनकी
इनकम
में
अतिरिक्त
टिप्स
और
इंसेंटिव
के
साथ
प्रति
ऑर्डर
20
रुपए
का
मूल
वेतन
भी
शामिल
है.
इंटरव्यू
के
दौरान
शिव
ने
खुलासा
किया
कि
उसे
टिप्स
से
हर
महीने
लगभग
5,000
रुपए
मिल
जाते
हैं.

तीन
साल
से
डिलीवरी
ड्राइवर
के
रूप
में
काम
कर
रहे
शिव
पिछले
छह
महीनों
में
2
लाख
रुपए
बचाने
में
सफल
रहे
हैं.
वह
इस
पैसे
को
अपने
गांव
में
व्यवसाय
शुरू
करने
में
निवेश
करने
की
योजना
बना
रहा
है.
उन्होंने
कामथ
को
बताया,
“मैं
एक
डी-मार्ट
खोलना
चाहता
हूं.
इससे
मेरे
गांव
के
लोगों
के
लिए
रोजगार
के
अवसर
पैदा
होंगे.”

इसी
तरह,
तीन
साल
के
अनुभव
वाले
ज़ोमैटो
डिलीवरी
एजेंट
ताइयप्पा
प्रति
माह
लगभग
40,000
रुपए
कमाते
हैं.
कामथ
ने
अपने
इंस्टाग्राम
पोस्ट
में
इन
कमाई
के
बारे
में
बताया
और
कहा,
“यह
2024
है
और
फूड
डिलीवरी
पार्टनर
सॉफ्टवेयर
इंजीनियरों
से
अधिक
कमा
रहे
हैं.”

कामथ
ने
इस
बात
पर
जोर
दिया
कि
हालांकि
कमाई
काफी
अच्छी
है,
फिर
भी
अधिकांश
डिलीवरी
एजेंट
इस
काम
को
लंबे
समय
तक
करने
की
बजाय
एक
अस्थायी
उपाय
के
रूप
में
देखते
हैं.
इस
कमाई
को
हासिल
करने
के
लिए
वे
आम
तौर
पर
प्रतिदिन
12
से
13
घंटे
काम
करते
हैं.
कामथ
ने
अपने
वीडियो
में
बताया,
“अधिकांश
डिलीवरी
पार्टनर
इसे
करियर
के
रूप
में
नहीं,
बल्कि
बेहतर
मौकों
के
लिए
पैसा
कमाने
के
तरीके
के
रूप
में
देखते
हैं.”

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Karnataka