
Economic
Survey
of
India:
इकोनॉमिक
सर्वे
में
बताया
गया
है
कि
देश
के
51.25
युवा
ही
रोजगार
के
लिए
स्किल्ड
हैं.
वहीं
दूसरी
ओर
48.75%
युवा
रोजगार
के
लिए
अनफिट
हैं.
यानि
हर
दूसरा
युवा
रोजगार
के
लिए
अनफिट
है.
सामान्य
भाषा
में
कहें
तो
हर
दो
में
से
एक
युवा
रोजगार
के
योग्य
नहीं
है.
बता
दें
कि
यह
बात
तब
सामने
आई
है
जब
भारत
की
65%
आबादी
35
वर्ष
की
है,
यानि
कि
देश
में
65%
युवा
आबादी
है,
लेकिन
इनमें
से
लगभ्ज्ञग
51.25%
के
पास
ही
एम्प्लाइएबल
स्किल्स
यानि
रोजगार
पाने
की
स्किल्स
है.
वर्ष
2023-24
के
इकोनॉमिक
सर्वे
के
अनुसार
2017-18
से
बेरोजगारी
दर
में
कमी
आई
है.
वित्तमंत्री
ने
सदन
में
किया
खुलासा
केंद्रीय
वित्तमंत्री
(Union
Finance
Minister)
निर्मला
सीतारमण
ने
संसद
में
इकोनॉमी
सर्वे
पेश
करते
हुए
कहा
कि
देश
के
सिर्फ
51.25%
युवा
ही
रोजगार
के
लायक
हैं,
यानि
सिर्फ
इतने
प्रतिशत
युवाओं
में
रोजगार
पाने
की
स्किल्स
है.
यानि
भारत
के
48.75%
रोजगार
के
योग्य
नहीं
है.
आसान
शब्दों
में
समझे
तो
इसका
मतलब
साफ
है
कि
हर
दो
में
से
एक
युवा
ही
रोजगार
पाने
योग्य
है.
यहां
यह
स्पष्ट
कर
दें
कि
पिछले
एक
दशक
में
रोजगार
पाने
के
लायक
युवाओं
की
तादाद
बढ़ी
है.
‘स्किल
इंडिया’
से
बढ़ा
आंकड़ा
सरकारी
आंकड़ों
के
मुताबिक
पहले
रोजगार
पाने
योग्य
युवाओं
का
आंकड़ा
34%
हुआ
करता
था,
जो
अब
बढ़कर
51.25%
हो
गया
है.
इन
आंकड़ों
के
बढ़ने
के
पीछे
केंद्रीय
वित्तमंत्री
ने
अपने
इकोनॉमी
सर्वे
में
केंद्र
सरकार
के
कौशल
विकास
योजना
स्किल
इंडिया
को
कारण
बताया
है.
इस
दौरान
उन्होंने
यह
भी
बताया
कि
वित्त
वर्ष
2022-23
में
बेरोजगारी
दर
घटकर
3.2%
रह
गई
है.
FIRST
PUBLISHED
:
July
23,
2024,
09:48
IST