

झारखंड
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
हेमंत
सोरेन
झारखंड
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
हेमंत
सोरेन
की
मुश्किलें
बढ़ती
ही
जा
रही
है.
भूमि
घोटाले
में
जेल
में
बंद
सोरेन
के
खिलाफ
ED
ने
जांच
तेज
कर
दी
है.
ED
ने
हेमंत
सोरेन
के
कथित
स्वामित्व
वाले
8.86
एकड़
जमीन
को
कुर्क
कर
लिया,
जिसकी
कीमत
करीब
31
करोड़
रुपये
बताई
जा
रही
है.
ये
जमीन
रांची
के
बरियातू
में
है.
ED
ने
गुरुवार
को
बताया
कि
पूर्व
CM
सोरेन
और
उनके
सहयोगियों
के
खिलाफ
धनशोधन
जांच
के
तहत
ये
कार्रवाई
की
गई
है.
जमीन
घोटाले
में
पुलिस
द्वारा
दर्ज
मुकदमे
के
बाद
ईडी
ने
इसकी
जांच
शुरू
की.
इस
मामले
में
अधिकारियों
समेत
कई
लोगों
के
खिलाफ
घोटाले
का
आरोप
है.
ईडी
ने
कहा
है
कि
इस
मामले
में
मुख्य
आरोपी
झारखंड
के
राजस्व
विभाग
के
पूर्व
अधिकारी
एवं
सरकारी
रिकॉर्ड
संरक्षक
प्रसाद
हैं.
जमीन
के
रिकॉर्ड
के
साथ
छेड़छाड़
प्रसाद
पर
आरोप
है
कि
उन्होंने
अपने
पद
का
दुरुपयोग
किया.
प्रसाद
अपने
पद
का
गलत
इस्तेमाल
करते
हुए
सोरेन
समेत
कई
लोगों
को
अपराध
की
कमाई
करने,
जमीन
पर
अवैध
कब्जे,
अधिग्रहण
समेत
जैसी
गतिविधियों
में
उनकी
मदद
की
है.
ED
की
जांच
में
पाया
गया
है
कि
जमीन
के
रिकॉर्ड
के
साथ
छेड़छाड़
किया
गया
ताकि
इसका
फायदा
भूमाफिया
उठा
सके.
ED
ने
दाखिल
की
5500
पन्नों
की
चार्जशीट
बता
दें
कि
ईडी
ने
हेमंत
सोरेन
के
साथ-साथ
अन्य
लोगों
के
खिलाफ
5500
पन्नों
की
चार्जशीट
दायर
की
है.
झारखंड
के
पूर्व
सीएम
सोरेन
64
दिनों
सेन्यायिक
हिरासत
में
हैं.
इसके
अलावा
भानु
प्रताप
प्रसाद,
जो
पूर्व
राजस्व
उपनिरीक्षक
रहे
हैं,
वो
भी
जेल
की
सलाखों
के
पीछे
हैं.
वहीं
बाकी
तीन
आरोपियों
की
गिरफ्तारी
नहीं
की
गई
है.
हालांकि,
इस
मामले
में
ईडी
ने
इनसे
कई
बार
पूछताछ
की
है.
सोरेन
को
31
जनवरी
को
किया
गया
था
गिरफ्तार
बता
दें
कि
ईडी
ने
जमीन
घोटाला
मामले
में
हेमंत
सोरेन
को
31
जनवरी
को
गिरफ्तार
किया
गया
था.
सोरेन
फिलहाल
रांची
के
होटवार
की
बिरसा
मुंडा
केंद्रीय
जेल
में
हैं.