सीएम
डॉ.
मोहन
यादव
के
साथ
उज्जैन
नगर
जिला
अध्यक्ष
संजय
अग्रवाल
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
भाजपा
के
जिला
अध्यक्षों
के
नाम
की
बहुप्रतीक्षित
सूची
के
नामों
का
आना
शुरू
हो
गया
है।
पार्टी
ने
यह
निर्णय
लिया
है
कि
जिलाध्यक्षों
के
नाम
पहले
जिलों
में
घोषित
किए
जाएंगे
और
बाद
में
राज्य
स्तर
से
सूची
जारी
की
जाएगी।
इस
प्रक्रिया
में
पारदर्शिता
बनाए
रखने
के
लिए
सभी
दावेदारों
को
जिलों
में
बने
रहने
के
लिए
कहा
गया
है
ताकि
निर्वाचन
अधिकारी
सही
तरीके
से
नामों
की
घोषणा
कर
सकें।
इसकी
शुरुआत
उज्जैन
और
विदिशा
से
शुरू
हो
गई
है।
भाजपा
के
उज्जैन
जिला
चुनाव
अधिकारी
श्यामसुंदर
शर्मा
ने
उज्जैन
नगर
में
संजय
अग्रवाल
को
जिला
अध्यक्ष
घोषित
किया।
वहीं,
विदिशा
जिले
के
चुनाव
अधिकारी
राधेश्याम
पारिख
ने
महाराज
सिंह
दांगी
को
विदिशा
जिला
अध्यक्ष
घोषित
किया
है।
अब
इसी
तरह
अलग-अलग
जिलों
में
जिला
अध्यक्षों
के
नामों
की
घोषणा
होगी,
जिसके
बाद
प्रदेश
स्तर
के
सभी
62
जिला
अध्यक्षों
की
सूची
जारी
की
जाएगी।
उज्जैन
नगर
के
नवनिर्वाचित
अध्यक्ष
संजय
अग्रवाल
मुख्यमंत्री
डॉ.
मोहन
यादव
के
करीबी
हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
के
जिला
अध्यक्षों
के
नाम
की
बहुप्रतीक्षित
सूची
के
नामों
का
आना
शुरू
हो
गया
है।
पार्टी
ने
यह
निर्णय
लिया
है
कि
जिलाध्यक्षों
के
नाम
पहले
जिलों
में
घोषित
किए
जाएंगे
और
बाद
में
राज्य
स्तर
से
सूची
जारी
की
जाएगी।
इस
प्रक्रिया
में
पारदर्शिता
बनाए
रखने
के
लिए
सभी
दावेदारों
को
जिलों
में
बने
रहने
के
लिए
कहा
गया
है
ताकि
निर्वाचन
अधिकारी
सही
तरीके
से
नामों
की
घोषणा
कर
सकें।
इसकी
शुरुआत
उज्जैन
और
विदिशा
से
शुरू
हो
गई
है।
भाजपा
के
उज्जैन
जिला
चुनाव
अधिकारी
श्यामसुंदर
शर्मा
ने
उज्जैन
नगर
में
संजय
अग्रवाल
को
जिला
अध्यक्ष
घोषित
किया।
वहीं,
विदिशा
जिले
के
चुनाव
अधिकारी
राधेश्याम
पारिख
ने
महाराज
सिंह
दांगी
को
विदिशा
जिला
अध्यक्ष
घोषित
किया
है।
अब
इसी
तरह
अलग-अलग
जिलों
में
जिला
अध्यक्षों
के
नामों
की
घोषणा
होगी,
जिसके
बाद
प्रदेश
स्तर
के
सभी
62
जिला
अध्यक्षों
की
सूची
जारी
की
जाएगी।
उज्जैन
नगर
के
नवनिर्वाचित
अध्यक्ष
संजय
अग्रवाल
मुख्यमंत्री
डॉ.
मोहन
यादव
के
करीबी
हैं।
विज्ञापन
Trending
Videos
भाजपा
संगठन
चुनाव
के
तहत
जिलाध्यक्षों
के
चुनाव
31
दिसंबर
तक
होने
थे।
शुरुआत
में
यह
तय
किया
गया
था
कि
1
से
15
दिसंबर
तक
मंडल
अध्यक्षों
के
चुनाव
होंगे
और
उसके
बाद
16
से
31
दिसंबर
के
बीच
जिलाध्यक्षों
का
चुनाव
संपन्न
होगा।
हालांकि,
दिसंबर
महीने
में
जिलों
में
रायशुमारी
पूरी
कर
ली
गई,
लेकिन
जिलाध्यक्षों
की
घोषणा
में
दिग्गज
नेताओं
के
बीच
सहमति
न
बन
पाने
के
कारण
यह
प्रक्रिया
समय
पर
पूरी
नहीं
हो
सकी।
अब
अध्यक्षों
के
नाम
की
घोषणा
का
सिलसिला
शुरू
हो
गया
है।
विज्ञापन