सीएम
डॉ.
मोहन
यादव
विस्तार
में
16
जनवरी
2025
को
रीजनल
इंडस्ट्री
कॉन्क्लेव
(आरआईसी)
का
आयोजन
होगा।
इसके
बाद
भोपाल
में
फरवरी
में
ग्लोबल
इंवेस्टर्स
समिट
का
आयोजन
होगा।
मुख्यमंत्री
डॉ.
मोहन
यादव
ने
कहा
कि
मध्यप्रदेश
का
शहडोल
जिला
अपनी
खनिज
संपदा,
ऊर्जा
क्षमता
और
सांस्कृतिक
धरोहरों
के
लिए
प्रसिद्ध
है।
आरआईसी
इस
क्षेत्र
के
औद्योगिक
और
पर्यटन
विकास
के
लिए
ऐतिहासिक
कदम
साबित
होगा।
इस
कार्यक्रम
से
शहडोल
के
विकास
को
नई
दिशा
मिलेगी
और
निवेशकों
को
नए
अवसर
मिलेंगे।
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मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
शहडोल
खनिज
संसाधनों
के
लिए
प्रसिद्ध
है
और
यहां
स्थित
सोहागपुर
कोलफील्ड
और
ऊर्जा
हब
सिंगरौली
क्षेत्र
को
ऊर्जा
आधारित
उद्योगों
के
लिए
आदर्श
बना
रहे
हैं।
अमलाई
औद्योगिक
क्षेत्र
कागज
उद्योग
और
खनिज
प्रसंस्करण
के
लिए
महत्वपूर्ण
है।
इसके
अलावा,
गैस
आधारित
उद्योगों
और
हरित
ऊर्जा
परियोजनाओं
में
निवेश
के
अवसर
हैं।
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शहडोल
का
धार्मिक
और
सांस्कृतिक
महत्व
भी
महत्वपूर्ण
है।
अमरकंटक,
नर्मदा
और
सोन
नदियों
का
उद्गम
स्थल
होने
के
कारण
यहां
का
आध्यात्मिक
वातावरण
धार्मिक
पर्यटन
को
बढ़ावा
देता
है।
इसके
अलावा,
बांधवगढ़
राष्ट्रीय
उद्यान
और
अन्य
पर्यावरणीय
स्थल
इको-टूरिज्म
को
बढ़ावा
देने
में
महत्वपूर्ण
भूमिका
निभाते
हैं।
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
शहडोल
का
हर
क्षेत्र,
चाहे
वह
खनिज
हो,
ऊर्जा
हो
या
सांस्कृतिक
धरोहर,
अपार
संभावनाओं
से
भरा
हुआ
है।
आरआईसी
के
माध्यम
से
इन
संसाधनों
का
प्रभावी
उपयोग
कर
शहडोल
को
राष्ट्रीय
और
अंतरराष्ट्रीय
निवेश
का
केंद्र
बनाया
जाएगा।