दमोह
जिले
के
विभिन्न
विभागों
में
कार्यरत
944
शासकीय
कर्मचारियों
को
झटका
लगा
है।
इन
कर्मचारियों
ने
निर्धारित
समय
के
भीतर
अपनी-अपनी
प्रोफाइल
को
आईएफएमआईएस
(इंटीग्रेटेड
फाइनेंस
मैनेजमेंट
सिस्टम)
पोर्टल
पर
समग्र
और
आधार
से
लिंक
नहीं
कराया
है।
लिहाजा
अब
ऐसे
कर्मचारियों
को
जून
महीने
का
वेतन
नहीं
मिलेगा।
वित्त
विभाग
के
निर्देशों
के
बाद
कर्मचारियों
में
हड़कंप
की
स्थिति
बन
गई
है।
यदि,
वेतन
नहीं
मिला,
तो
घर
का
खर्च
कैसे
चलेगा?
जबकि
इस
कार्य
को
समय
रहते
पूर्ण
कराने
के
लिए
सभी
कर्मचारियों
को
पहले
से
ही
सूचित
किया
जा
रहा
था।
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बताया
गया
है
कि
एक
सप्ताह
पहले
कर्मचारी
संघ
के
जिला
अध्यक्ष
राकेश
हजारी
ने
इसी
सिलसिले
में
कलेक्टर
सुधीर
कोचर
से
मुलाकात
की
थी।
इस
दौरान
उन्होंने
आधार
और
समग्र
में
सुधार
न
हो
पाने
की
परेशानी
से
कलेक्टर
को
अवगत
कराया
और
कर्मचारियों
को
कुछ
समय
की
छूट
देने
की
मांग
की
थी।
लेकिन,
कलेक्टर
ने
इस
विषय
में
जिला
कोषालय
अधिकारी
से
संपर्क
करने
की
बात
कही।
इधर,
कोषालय
अधिकारी
ने
भी
शासन
के
निर्देशों
का
हवाला
देते
हुए
किसी
भी
प्रकार
की
छूट
देने
से
इनकार
कर
दिया।
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रवि
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और
सिनेमा
से
जुड़े
मुद्दों
पर
करेंगे
बात
सबसे
ज्यादा
शिक्षक
प्रभावित
वेतन
नहीं मिलने
वालों
में
सबसे
अधिक
संख्या
शिक्षा
विभाग
के
शिक्षकों
व
कर्मचारियों
की
बताई
जा
रही
है।
इनके
अलावा
जनजातीय
कार्य,
परिवहन,
पंचायत
एवं
ग्रामीण
विकास,
लोक
स्वास्थ्य
एवं
परिवार
कल्याण,
सामान्य
प्रशासन
आदि
विभागों
के
कर्मचारी
भी
शामिल
हैं।
जिले
में
कुल
10,543
शासकीय
कर्मचारी
कार्यरत
हैं,
जिनमें
से
9,599
ने
अपनी
प्रोफाइल
सफलतापूर्वक
लिंक
कर
ली
है।
केवल
944
कर्मचारी
ऐसे
हैं,
जिनकी
प्रोफाइल
अब
तक
लिंक
नहीं
हो
सकी
है।
वेतन
नहीं
दिया
जाएगा
जिला
कोषालय
अधिकारी
अभिषेक
हजारी
ने
कहा
कि
सभी
शासकीय
कर्मचारियों
को
बीते
9
महीने
से
प्रोफाइल
लिंक
कराने
की
जानकारी
दी
जा
रही
थी।
91
फीसदी
कर्मचारियों
ने
प्रक्रिया
पूरी
कर
ली
है।
शासन
स्तर
से
स्पष्ट
निर्देश
प्राप्त
हुए
हैं
कि
जिनकी
प्रोफाइल
लिंक
नहीं
है,
उन्हें
वेतन
नहीं
दिया
जाएगा।