Dewas News: खिवनी पहुंचकर पीड़ित आदिवासियों से मिले मंत्री विजय शाह, कीचड़ में पैदल चले, कही कार्रवाई की बात

Dewas News: खिवनी पहुंचकर पीड़ित आदिवासियों से मिले मंत्री विजय शाह, कीचड़ में पैदल चले, कही कार्रवाई की बात

देवास
जिले
के
खिवनी
अभ्यारण्य
में
वन
विभाग
द्वारा
अतिक्रमण
हटाने
की
कार्रवाई
के
दौरान
70
से
अधिक
आदिवासी
परिवारों
के
मकानों
पर
बुलडोजर
चला
दिए
गए,
जिससे
ये
परिवार
बेघर
हो
गए।
बारिश
के
बीच
इन
पीड़ित
परिवारों
ने
खुले
आसमान
के
नीचे
जीवन
यापन
करना
शुरू
कर
दिया।
लेकिन,
इसका
वीडियो
सामने
आने
के
बाद
मामला
गरमा
गया
और
राजनीतिक
तेज
हो
गई।
जिसके
बाद
यह
मामला
राजधानी
भोपाल
पहुंचा
और
सरकार
भी
हरकत
में
आई। 


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कुछ
आदिवासी
परिवारों
ने
केंद्रीय
मंत्री
और
पूर्व
मुख्यमंत्री
शिवराज
सिंह
चौहान
से
मिलकर
उन्हें
पूरे
मामले
की
जानकारी
दी।
जिसके
बाद
शिवराज
सिंह
ने
मामले
को
लेकर
सीएम
मोहन
यादव
से
चर्चा
की।
मुख्यमंत्री
यादव
ने
एक्स
(पूर्व
में
ट्वीट)
कर
आदिवासी
परिवारों
को
हरसंभव
सहायता
का
आश्वासन
दिया।
सरकार
की
ओर
से
वन
मंत्री
विजय
शाह
रविवार
को
खातेगांव
पहुंचे
और
खिवनी
अभ्यारण्य
में
प्रभावित
परिवारों
से
मुलाकात
की।
खराब
रास्तों
के
कारण
मंत्री
शाह
ट्रैक्टर-ट्रॉली
में
सवार
होकर
आए,
साथ
ही
करीब
तीन
किलोमीटर
कीचड़
भरे
रास्ते
पर
चलकर
पीड़ित
आदिवासी
परिवारों
तक
पहुंचे।
उन्होंने
कहा
कि
बारिश
को
देखते
हुए
परिवारों
के
लिए
टीन
शेड
की
व्यवस्था
की
जा
रही
है।
जिन
मकानों
को
गिराया
गया
है,
उनकी
जांच
की
जाएगी।
लापरवाही
सामने
आने
पर
संबंधित
अधिकारियों
पर
कार्रवाई
की
जाएगी। 


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पीड़ित
परिवार
बोले-
30-40
साल
से
यहां
रह
रहे 

मंत्री
विजय
शाह
से
बातचीत
के
दौरान
आदिवासी
परिवारों
ने
बताया
कि
वे
30-40
साल
से
यहां
रह
रहे
हैं।
उन्हें
पक्के
मकान
के
लिए
पट्टे
दिए
जाएं।
मंत्री
ने
पीड़ित
परिवारों
को
भरोसा
दिलाया
कि
उनकी
मांगों
पर
विचार
किया
जाएगा।
साथ
ही
मंत्री
शाह
ने
कहा
कि
जल्द
ही
यहां
सड़क
बनाई
जाएगी।
अगली
बार
जब
आएंगे
तो
यहां
पक्की
सड़क
मिलेगी।
 

ये
भी
पढ़ें: बारिश
में
सड़क
पर
बैठे
BJP
विधायक
सुरेंद्र
पटवा,
SDOP
को
हटाने
की
कर
रहे
मांग


23
जून
को
कार्रवाई,
गरमाया
मामला 

दरअसल,
वन
विभाग
द्वारा
23
जून
को
खिवनी
अभ्यारण्य
में
अतिक्रमण
हटाने
की
कार्रवाई
की
गई
थी।
विभाग
का
कहना
है
कि
82
हेक्टेयर
भूमि
से
अतिक्रमण
हटाया
गया
है।
यहां
रहने
वाले
ग्रामीणों
को
एक
महीने
पहले
नोटिस
जारी
किया
गया
था।
जगह
खाली
नहीं
करने
पर
कार्रवाई
की
गई
थी।
हालांकि,
बारिश
के
मौसम
में
झोपड़ियों
और
कच्चे
मकानों
पर
हुई
कार्रवाई
से
कई
आदिवासी
परिवार
बेघर
हो
गए।
उन्होंने
खुले
आसमान
में
अपना
ठिकाना
बना
लिया।
आदिवासियों
के
विरोध
प्रदर्शन
और
वीडियो
सामने
आने
के
बाद
कांग्रेस
हमलावर
हो
गई।
कांग्रेस
नेता
राहुल
इनानिया
और
आदिवासी
नेता
रामदेव
काकोड़िया
पीड़ित
परिवारों
से
मिलने
पहुंचे।
उन्होंने
वन
विभाग
की
कार्रवाई
को
मनमानी
बताया।
साथ
ही
कहा
कि
बारिश
के
मौसम
में
बच्चों
सहित
लोगों
को
घर
से
बेदखल
करना
अमानवीय
है।
उन्होंने
इस
मुद्दे
पर
आंदोलन
करने
की
चेतावनी
भी
दी
थी। 


प्रशासन
ने
पीड़ित
परिवारों
को
दी
सहायता

इधर,
आदिवासियों
के
आंदोलन
और
कांग्रेस
के
हमलावर
होने
के
बाद
देवास
कलेक्टर
ऋतुराज
सिंह,
एसपी
और
विधायक
आशीष
शर्मा
मौके
पर
पहुंचे।
प्रशासन
ने
51
परिवारों
को
20-20
हजार
रुपये
की
सहायता,
छह
महीने
का
राशन
और
प्रधानमंत्री
आवास
योजना
का
लाभ
देने
की
घोषणा
की।
साथ
ही
भोजन
और
आवास
की
व्यवस्था
कराने
का
आश्वासन
दिया
गया।

ये
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पढ़ें: गुजरात
से
परिवार
के
साथ
तीर्थयात्रा
पर
निकली
महिला
को
कार
ने
कुचला,
मौत;
CCTV
में
कैद
हुआ
हादसा


मुख्यमंत्री
बोले-
गरीबों
की
सरकार,
जनजातीय
सम्मान
सर्वोपरि

मामला
गरमाने
के
बाद
सीएम
मोहन
यादव
ने
(एक्स
पूर्व
में
ट्वीट)
कर
कहा
कि
हमारी
सरकार
गरीबों
की
सरकार
है,
गरीबों
के
साथ
है।
भोपाल
निवास
पर
केंद्रीय
मंत्री
शिवराज
सिंह
चौहान
की
उपस्थिति
में
खिवनी
अभयारण्य
प्रभावित
जनजातीय
समुदाय
के
नागरिकों
से
मुलाकात
कर
उनकी
शिकायतों
को
सुना
और
जांच
के
निर्देश
दिए।
अधिकारियों
को
निर्देश
दिए
गए
हैं
कि
दोषियों
पर
कड़ी
कार्रवाई
करें
और
पीड़ितों
को
शासकीय
सुविधाओं
का
लाभ
दिलाएं।
साथ
ही,
बारिश
के
दौर
में
ऐसी
किसी
भी
कार्रवाई
से
बचने
के
निर्देश
भी
वन
विभाग
को
दिए
गए
हैं।
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
के
नेतृत्व
वाली
डबल
इंजन
सरकार
गरीबों
की
सरकार
है।
जनजातीय
समुदाय
का
सम्मान
और
कल्याण
हमारा
संकल्प
है।