इंदौर-देवास
बाइपास
पर
हुए
ट्रैफिक
जाम
का
हल्ला
प्रदेश
की
राजधानी
भोपाल
तक
मचा,
लेकिन
इंदौर
की
सड़कों
पर
भी
रोज
हजारों
वाहन
गुत्थम-गुत्था
होते
है।
बारिश
के
दिनों
में
सड़कों
पर
हुए
गड्ढों
के
कारण
वाहन
चालक
उनसे
बचते
हुए
निकल
रहे
है
और यातायात
बाधित
हो
रहा
है।
नगर
निगम
ने
पेचवर्क
के
टेंडर
जारी
किए
है,
लेकिन
बारिश
में
पेचवर्क
नहीं
हो
सकता
है।
इसके
चलते
वर्षाकाल
तक
अगस्त
माह
तक
इंदौरवासियों
को
गड्ढों
से
दो-चार
होना
पड़ेगा।
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इंदौर
में
तीन
हजार
किलोमीटर
से
ज्यादा
लंबाई
की
सड़कें
और
गलियां
है।
ज्यादातर
सड़कों
पर
जलजमाव
की
समस्या
है।
इस
कारण
वहां
गड्ढे
हो
जाते
है।
इसके
अलावा
जहां
सड़क
व
अन्य
निर्माण
हो
रहे
है।
वहां
भी
वाहन
चालकों
को
गुजरने
में
परेशानी
हो
रही
है।
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खातीवाला
टैंक,
बाणगंगा,
भागीरथपुरा,
खजराना
सहित
कई
मार्गों
की
सड़कों
पर
गड्ढे
हो
चुके
है।
स्कीम-नंबर
134
की
गलियों
में
बाइपास
के
एमआर-10
जंक्शन
के
ट्रैफिक
को
डाइवर्ट
किया
गया
है।
वहां
भी
सड़कें
उखड़
चुकी
है
और
दिन
में
कई
बार
ट्रैफिक
जाम
होता
है।
मच्छी
बाजार
क्षेत्र
में
निर्माणाधीन
सड़क
के
कारण
भी
लोगों
को
परेशानी
हो
रही
है।
खजराना
की
सर्विस
रोड
पर
जाना
मुश्किल
खजराना
मंदिर
पहुंच
मार्ग
की
सर्विस
रोड
का
निर्माण
बारिश
से
पहले
होना
था,
लेकिन
अभी
तक
सड़क
नहीं
बनी।
इस
कारण
वहां
मेट्रो
ट्रेन
के
पिलर
बनाने
का
काम
भी
शुरू
नहीं
हो
पा
रहा
है।
खजराना
मुख्य
मार्ग
पर
वैसे
ही
ट्रैफिक
का
दबाव
ज्यादा
रहता
है।
मंदिर
जाने
वाले
यात्रियों
के
वाहन
भी
उस
मार्ग
से
गुजर
रहे
है।
नगर
निगम
जनकार्य
समिति
प्रभारी
राजेंद्र
राठौर
ने
कहा
कि
मौसम
खुलने
के
बाद
सड़कों
के
पेचवर्क
का
काम
शुरु
किया
जाएगा।