सीवेज मेंटेनेंस घोटालाः PHE के इंजिनियर ने बगैर तकनीकी स्वीकृति कर दी 14.79 करोड़ का पेमेंट, विभाग कर रहा जांच


मध्य
प्रदेश
लोक
स्वास्थ्य
यंत्रकी
(PHE)
विभाग
राजधानी
परियोजना
खंड
2
भोपाल
में
एक
बड़ा
घोटाला
सामने
आया
है।
वित्तीय
वर्ष
2024-25
सीवेज
मेंटेनेंस
में
बगैर
तकनीकी
स्वीकृति
लिए
कार्यपालन
यंत्री
बृजराज
सेंगर
ने
14.79
करोड़
का
भुगतान
कर
दिया।
जबकि
भुगतान
से
पहले
विभाग
के
सक्षम
अधिकारी
से
तकनीकी
स्वीकृति
लेना
अनिवार्य
होता
है,
लेकिन
सेंगर
ने
इसे
उचित
नहीं
समझा।
खास
बात
यह
है
कि
प्रमुख
अभियंता
से
इसकी
शिकायत
विभाग
के
ही
अधीक्षण
यंत्री
सुनील
कुमार
चतुर्वेदी
ने
की
है।
उन्होंने
अपने
शिकायत
में
कहा
है
कि
हमने
पिछले
5
साल
की
किए
गए
में
सीवेज
मेंटेनेंस
के
कार्य
की
तकनीकी
स्वीकृत
की
कॉपी
मांगी
थी,
जिसमें
कार्यपालन
यंत्री
बृजराज
सेंगर
ने
2024
25
के
समय
किए
गए
काम
की
जानकारी
नहीं
दी
जांच
में
पता
चला
कि
इस
काम
का
तकनीकी
अनुमति
नहीं
ली
गई
थी।
इससे
साबित
होता
है
कि
इसमें
बड़ा
गड़बड़
झाला
किया
गया
है।
अधीक्षण
यंत्री
ने
मांग
की
है
कि
बृजराज
सेंगर
की
जांच
करवा
कर
उनको
पद
से
हटाया
जाए।


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क्या
है
नियम

कार्य
विभाग
के
मैन्युअल
की
धारा
2004,
2005
एवं
2006
के
प्रावधान
के
अनुसार
कार्यपालन
यंत्री
के
द्वारा
भुगतान
के
पहले
यह
सुनिश्चित
किया
जाता
हैं
कि
संबंधित
कार्य
की
सक्षम
अधिकारी
द्वारा
तकनीकी
एवं
प्रशासकीय
स्वीकृति
जारी
की
गई
हैं।
लेकिन
बृजराज
सेंगर
ने
बगैर
सुकृति
लिए
पेमेंट
कर
दिया
जो
कि
नियम
का
उल्लंघन
है।


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यह
है
शिकायत

मुख्य
अभियंता
को
किए
गए
शिकायत
में
लिखा
गया
है
कि
कार्यपालन
यंत्री
के
द्वारा
वित्तीय
वर्ष
2024-25
में
सक्षम
अधिकारी
की
तकनीकी
स्वीकृति
के
बिना
ही
14.79
लाख
का
व्यय
कर
दिया
गया
जोकि
कार्य
विभाग
के
मैन्युअल
के
प्रावधानों
का
उल्लघंन
हैं,
जो
कि
गंभीर
अनियमितता
की
श्रेणी
में
आता
हैं।
सम्पूर्ण
वर्ष
में
इनके
द्वारा
लापरवाही
की
गई
हैं।
भुगतान
के
पूर्व
इन्होने
सक्षम
अधिकारी
की
स्वीकृत
की
जांच
नही
की
एवं

ही
इनके
द्वारा
सक्षम
अधिकारी
से
तकनीकी
स्वीकृति
प्राप्त
करने
की
किसी
भी
तरह
की
कोई
कार्यवाही
की
हैं।


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थाने
देंगे
गिरफ्तारी


नियम
का
किया
उल्लंघन

अधीक्षण
यंत्री
सुनील
कुमार
चतुर्वेदी
ने
बताया
कि
राजधानी
परियोजना
भोपाल
खंड
2
में
पदस्थ
प्रभारी
कार्यपालक
यंत्री
बृजराज
सेंगर
2024-25
में
सीवेज
मेंटेनेंस
कार्य
की
तकनीकी
स्वीकृति
नहीं
ली
है।
इसलिए
हमने
प्रमुख
अभियंता
को
पत्र
लिखकर
इनकी
जांच
और
इन्हें
निलंबित
करने
की
मांग
की
है।
इन्होंने
नियम
का
उल्लंघन
किया
है।


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के
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पाएंगे
9वीं
में
प्रवेश


मामले
की
कर
रहे
हैं
जांच

पीएचई
के
मुख्य
अभियंता
आरके
हिरोड़िया
ने
बताया
कि
हमारे
पास
शिकायत
आई
है।
हम
जांच
कर
रहे
हैं।
जांच
पूरी
होने
के
बाद
ही
क्या
कार्रवाई
होगी
इस
पर
जवाब
दे
पाएंगे।
अगर
जांच
में
कोई
गड़बड़ी
पाई
जाती
है
तो
सख्त
कार्रवाई
की
जाएगी।
वहीं
इस
मामले
में
बृजराज
सेंगर
से
संपर्क
करने
की
कोशिश
की
गई
तो
उन्होंने
फोन
रिसीव
नहीं
किया
और
ना
ही
टैक्स
मैसेज
का
जवाब
दिया।