चीन ने एक बार फिर बदले 30 जगहों के नाम, अरुणाचल प्रदेश को लेकर कांग्रेस का बड़ा दावा

चीन ने एक बार फिर बदले 30 जगहों के नाम, अरुणाचल प्रदेश को लेकर कांग्रेस का बड़ा दावा
चीन ने एक बार फिर बदले 30 जगहों के नाम, अरुणाचल प्रदेश को लेकर कांग्रेस का बड़ा दावा


बॉर्डर
पर
निगरानी
करते
सेना
के
जवान
(फाइल
फोटो)

किच्चातिवु
द्वीप
को
लेकर
गरमाई
सियासत
के
बीच
अब
कांग्रेस
पार्टी
का
बड़ा
दावा
सामने
आया
है.
कांग्रेस
पार्टी
ने
दावा
किया
है
कि
चीन
ने
एक
बार
फिर
से
अरुणाचल
प्रदेश
की
30
और
जगहों
का
नाम
बदलकर
नया
नाम
रख
दिया
है.
कांग्रेस
ने
आगे
कहा
कि
लद्दाख
के
साथ
ही
अरुणाचल
प्रदेश
में
चीन
लगातार
भारतीय
जमीन
पर
कब्जा
कर
रहा
है,
जगहों
के
नाम
बदल
रहा
है,
लेकिन
पीएम
खामोश
हैं.

कांग्रेस
पार्टी
ने
सोमवार
को
ट्वीट
करते
हुए
कहा
है
कि
चीन
अपनी
हरकतों
से
बाज
नहीं

रहा
है.
चीन
ने
भारतीय
सीमा
में
50-60
किलोमीटर
तक
कब्जा
कर
रखा
है.
अगर
कहीं
दूसरा
डोकलाम
होगा
तो
अरुणाचल
प्रदेश
में
होगा.
चीन
अरुणाचल
प्रदेश
में
कब्जा
करता
है,
लेकिन
मीडिया
में
इसकी
कोई
खबर
नहीं
आती
है.
पीएम
मोदी
अपने
ही
सांसद
तापीर
गाव
की
बात
नहीं
सुनते
हैं.

पार्टी
ने
कहा
कि
चीन
को
ये
हिम्मत
पीएम
मोदी
की
उस
क्लीन
चिट
से
मिली
है
जिसमें
उन्होंने
कहा
था
कि

तो
कोई
घुसा
था
और

कोई
घुसा
हुआ
है.
हालांकि,
कांग्रेस
पार्टी
ने
उन
जगहों
के
बारे
में
नहीं
बताया
है
जिनका
चीन
ने
नाम
बदला
है,
लेकिन
अब
इस
मुद्दे
को
लेकर
सियासत
गरमा
जरूर
गई
है.

दरअसल,
अरुणाचल
प्रदेश
को
लेकर
चीन
अक्सर
ऐसी
हरकत
करते
रहता
है.
कभी
वो
जगह
का
नाम
बदलता
है
तो
कभी
इलाकों
पर
अपना
दावा
दिखाता
है,
लेकिन
अभी
तक
के
उसके
सारे
दावे
फिसड्डी
भी
साबित
हुए
हैं.
पिछले
5-6
साल
में
चीन
की
ओर
तीन
बार
ऐसी
हरकत
की
गई
है.
तीसरी
बार
पिछले
साल
चीन
ने
अरुणाचल
प्रदेश
की
11
जगहों
के
नाम
बदले
थे.

पिछले
साल
बदले
थे
इन
जगहों
के
नाम

रिपोर्ट
के
मुताबिक,
चीन
ने
जिन
11
जगहों
के
नाम
बदले
थे
उसमें
पांगचेन
को
बांगकिन,
ग्यांग
खार
जोंग
को
जिआंगकाजोंग,
लो
जुगरी
को
लुओसु
री,
ताइपोरी
को
दिएपू
री,
ताडोंग
को
डाडोंग,
चेनपोरी
चू
को
किबुरी
हे,
हुंगसेल
को
डोंगजिला
फेंग,
ग्येडूंचू
को
गेदुओ
हे,
घोयुल
थांग
को
गुयुतोंग,
नीमा
गैंग
को
निमागैंगफेंग
और
चुंगन्यू
साई
गांगरी
को
जिउनिउजे
गांगरी
नाम
दिया
था.


क्यों
ऐसी
हरकते
करता
है
चीन?

चीन
की
इस
हरकत
के
पीछे
वजह
ये
है
कि
उसने
कभी
भी
अरुणाचल
प्रदेश
को
भारत
के
राज्य
के
तौर
पर
मान्यता
नहीं
दी
है.
वो
अरुणाचल
प्रदेश
को
तिब्बत
का
हिस्सा
बताता
है.
वो
कहता
है
कि
भारत
ने
उसके
तिब्बती
क्षेत्र
पर
कब्जा
करके
उसकी
जगह
अरुणाचल
प्रदेश
बना
दिया
है.
हालांकि,
समय-समय
भारत
सरकार
चीन
के
दावे
का
खंडन
करते
रही
है
और
करारा
जवाब
भी
देते
रही
है.