बड़े बिजनेसमैन ने त्यागा बैंक बनाने का सपना? पेटीएम पेमेंट बैंक की दुर्दशा देख लिया फैसला

बड़े बिजनेसमैन ने त्यागा बैंक बनाने का सपना? पेटीएम पेमेंट बैंक की दुर्दशा देख लिया फैसला

हाइलाइट्स

सचिन
बंसल
ने
बैंक
लाइसेंस
के
लिए
अप्लाई
किया
था.
उन्हें
लाइसेंस
नहीं
मिल
पाया
था.
उनका
कहना
है
कि
वह
बाद
में
दोबारा
इसके
लिए
अप्लाई
करेंगे.


नई
दिल्ली.

अमेजन
को
भारत
में
टक्कर
देने
वाली
कंपनी
फ्लिपकार्ट
के
सह-संस्थापक
सचिन
बंसल
ने
अब
एक
बैंक
बनाने
के
अपने
सपने
को
ठंडे
बस्ते
में
डाल
दिया
है.
उनका
कहना
है
कि
अब
वह
इस
पर
आगे
तब
बढ़ेंगे
जब
रेग्युलेटर
कहेगा
कि
अब
सही
समय

गया
है.
मनीकंट्रोल
को
दिए
एक
इंटरव्यू
में
उन्होंने
ये
बात
कही.
उन्होंने
कहा
कि
माइक्रोफाइनेंस
एक
अच्छा
बिजनेस
है
लेकिन
जब
उनके
बैंक
लाइसेंस
को
रद्द
कर
दिया
गया
तो
उन्होंने
इसे
छोड़
दिया.

उन्होंने
कहा
कि
वह
आगे
भी
बैंक
लाइसेंस
के
लिए
अप्लाई
करेंगे.
उन्हें
उम्मीद
है
कि
तब
तक
नवी
(Navi)
इस
स्तर
पर
पहुंच
जाएगा
कि
उसी
के
दम
पर
बैंक
के
लाइसेंस
के
लिए
अप्लाई
किया
जा
सकेगा.
बता
दें
कि
नवी
एक
फिनटेक
कंपनी
है
जिसका
एसेट
अंडर
मैनेजमेंट
7500
करोड़
रुपये
से
अधिक
हो
गया
है.
यह
डिजिटल
फाइनेंशियल
सर्विस
कंपनी
है.
यह
पर्सनल

होम
लोन
के
साथ-साथ
इंश्योरेंस,
म्यूचुअल
फंड्स,
गोल्ड
और
यूपीआई
जैसे
क्षेत्रों
में
सक्रिय
है.


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सहना
पड़ेगा
झंझट


हम
रेग्युलेटर
का
मूड
नहीं
समझ
पाए

बैंकिंग
लाइसेंस
ना
मिल
पाने
को
लेकर
सचिन
बंसल
ने
कहा,
“मुझे
लगता
है
कि
हमने
मिसटाइम
किया
और
हम
रेग्युलेटर
का
मूड
सही
से
समझ
नहीं
पाए.”
बकौल
बंसल,
अब
वह
उस
मौके
का
इंतजार
करेंगे
कि
जब
रेग्युलेटर
कहेगा
कि
हां
वह
और
लाइसेंस
देने
के
लिए
अब
तैयार
है.


कर्ज
देकर
कैसे
बनाएंगे
पैसा

उन्होंने
कहा
कि
उनकी
कंपनी
मुनाफे
में
चल
रही
है.
वह
कहते
हैं,
“हम
पैसा
बना
सकते
हैं
क्योंकि
हम
डिजिटल
हैं.
हमने
पेपरवर्क
घटा
दिया
है.
हम
मार्केटिंग
पर
बहुत
कम
खर्च
करते
हैं.
हमारे
कोई
एजेंट
नहीं
है
जो
रास्ते
पर
हमारा
प्रचार
कर
रहे
हैं.
नवी
ने
दिसंबर
23
तिमाही
में
35-40
करोड़
रुपये
का
मुनाफा
बनाया
था.
बंसल
ने
बताया
कि
आने
वाले
कुछ
समय
वह
संभवत:
एक
बार
फिर
आईपीओ
के
लिए
प्रयास
करेंगे.

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