रीवा
में
मयंक
आदिवासी
की
बोरिंग
के
गड्ढे
में
गिरने
से
मौत
हो
गई
थी
–
फोटो
:
सोशल
मीडिया
विस्तार
रीवा
जिले
के
त्योंथर
स्थित
मनिका
गांव
में
बोरवेल
में
गिरने
के
बाद
6
वर्षीय
मयंक
की
मौत
के
बाद
ताबड़तोड़
कार्रवाई
की
जा
रही
है।
सोमवार
को
खेत
मालिक
को
भी
गिरफ्तार
कर
लिया
गया।
उस
पर
गैर
इरादतन
हत्या
का
मामला
दर्ज
किया
गया
है।
इससे
पहले
दो
अफसरों
को
निलंबित
किया
जा
चुका
है।
बता
दें
कि
तीन
दिन
पूर्व
6
वर्षीय
मासूम
मयंक
खेत
में
खेलते
वक्त
खुले
बोरवेल
में
जा
गिर
गया
था,
जिसके
बाद
46
घंटे
का
रेस्क्यू
अभियान
चलाया
गया
था,
लेकिन
इसके
बाबजूद
बोरवेल
में
फंसे
मयंक
की
जान
नहीं
बचाई
जा
सकी।
मध्य
प्रदेश
के
मुख्यमंत्री
मोहन
यादव
ने
घटना
को
लेकर
नाराजगी
जाहिर
करते
हुए
जनपद
सीईओ
सहित
पीएचई
विभाग
में
पदस्थ
SDO
को
निलंबित
करने
के
निर्देश
दिए
थे।
अब
जिस
खेत
में
बोरवेल
था,
उसके
मालिक
को
भी
गिरफ्तार
कर
लिया
गया
है।
बता
दें
कि
शुक्रवार
दोपहर
3
बजे
6
वर्षीय
मासूम
बच्चा
मयंक
आदिवासी
घर
से
कुछ
दूर
गेहूं
के
खेत
में
अपने
दोस्तों
के
साथ
खेलने
गया
था,
इसी
दौरान
वह
खेत
में
खुले
एक
बोरवेल
में
जा
गिरा
था।
परिजनों
ने
घटना
की
सूचना
पुलिस
और
प्रशासन
दी
थी।
प्रशासनिक
टीम
ने
SDERF
और
NDRF
की
टीम
को
मौके
पर
बुलाया
था।
46
घंटे
चले
बचाव
कार्य
के
बाद
मयंक
को
बाहर
निकाल
लिया
गया,
लेकिन
उसकी
सांसें
थम
चुकी
थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
घटना
के
बाद
सीएम
मोहन
यादव
ने
रविवार
को
बडा
एक्शन
लिया
था।
उन्होंने
जनपद
सीईओ
राहुल
पाण्डेय
और
त्योंथर
पीएचई
SDO
आनंद
तिवारी
को
निलंबित
करने
के
निर्देश
दिए
थे।
वहीं
मामले
पर
अब
पुलिस
ने
उस
व्यक्ति
की
गिरफ्तारी
की
है
जिसने
अपने
खेत
में
मौत
का
बोरवेल
खोदकर
रखा
था।
पुलिस
प्रशासन
ने
बृजेंद्र
हीरामणि
मिश्रा
के
खिलाफ
गैर
इरादातन
हत्या
की
धारा
304
के
तहत
प्रकरण
पंजीबद्ध
उसे
गिरफ्तार
कर
लिया
है।
इस
धारा
के
तहत
आरोपी
को
10
वर्ष
से
लेकर
आजीवन
कारवास
तक
की
सजा
हो
सकती
है।
पुलिस
अधीक्षक
विवेक
सिंह
ने
किसान
और
अन्य
लोगों
से
अपील
की
है
कि
वे
बोरवेल
को
खुला
न
छोड़ें
अगर
ऐसा
करना
पाया
जाता
है
तो
कड़ी
कार्रवाई
की
जाएगी।