सीएम
केजरीवाल
के
बर्खास्त
पीएस
विभव
कुमार
दिल्ली
की
शराब
नीति
घोटाला
से
जुड़े
मनी
लॉन्ड्रिंग
मामले
में
गिरफ्तार
दिल्ली
के
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
के
निजी
सहायक
विभव
कुमार
को
CAT
केंद्रीय
प्रशासनिक
न्यायाधिकरण
से
फिलहाल
राहत
नहीं
मिली
है.
CAT
ने
विभव
कुमार
द्वारा
बर्खास्तगी
को
चुनौती
देने
वाली
याचिका
पर
सुनवाई
के
बाद
रोक
लगाने
से
इनकार
किया.
विजिलेंस
विभाग
की
टीम
ने
अरविंद
केजरीवाल
के
निजी
सहायक
विभव
कुमार
के
खिलाफ
कड़ा
एक्शन
लेते
हुए
10
अप्रैल
को
उनकी
सेवाओं
से
बर्खास्त
कर
दिया
है.
निदेशालय
ने
विभव
कुमार
की
नियुक्ति
को
सही
नहीं
माना
है.
विजिलेंस
विभाग
ने
विभव
कुमार
के
खिलाफ
2007
के
एक
मामले
में
यह
कार्रवाई
किया
था,
जिसमें
उनपर
सरकारी
काम
में
बाधा
डालने
और
शिकायतकर्ता
को
गाली
देने
या
धमकी
देने
का
आरोप
लगाया
गया
था.
सही
तरीके
से
नहीं
किया
गया
पालन
निदेशालय
ने
जारी
बयान
में
कहा
गया
कि
विभव
की
नियुक्ति
के
लिए
नियमों
का
सही
तरीके
से
पालन
नहीं
किया
गया
है,
जिसके
चलते
उनकी
नियुक्ति
अमान्य
है.
शराब
घोटाला
से
जुड़े
मनी
लॉन्ड्रिंग
मामले
में
ED
की
चार्जशीट
में
भी
विभव
का
नाम
है.
इस
मामले
में
ED
ने
8
अप्रैल
को
विभव
से
घंटो
तक
पूछताछ
की
थी.
जानकारी
के
मुताबिक
जांच
एजेंसी
ने
विभव
कुमार
से
करीब
4
घंटों
तक
पूछताछ
की
थी.
इसके
अलावा
दिल्ली
जल
बोर्ड
घोटाले
में
भी
ईडी
फरवरी
के
पहले
हफ्ते
विभव
के
घर
पर
रेड
कर
चुकी
है.
21
मार्च
को
किया
था
गिरफ्तार
दिल्ली
शराब
घोटाले
से
जुड़े
मनी
लॉन्ड्रिंग
मामले
में
राज्य
के
मुख्यमंत्री
अरविंद
केजरीवाल
को
ईडी
ने
21
मार्च
को
गिरफ्तार
किया
था.
अरविंद
केजरीवाल
अभी
तिहाड़
जेल
में
बंद
है.
इसी
मामले
में
मनीष
सिसोदिया
और
संजय
सिंह
भी
गिरफ्तार
हो
चुके
हैं.
सिसोदिया
अभी
भी
दिल्ली
की
तिहाड़
जेल
में
बंद
हैं.
वहीं
पिछले
दिनों
संजय
सिंह
को
सुप्रीम
कोर्ट
से
जमानत
मिल
गई
थी.