मध्यप्रदेश
में
खंडवा
जिले
के
ग्रामीण
अंचल
स्थित
एक
आदिवासी
गर्ल्स
हॉस्टल
में
रविवार
देर
शाम
अचानक
कुछ
छात्राओं
की
तबियत
बिगड़ने
से
हड़कंप
मच
गया।
आदिवासी
बालिकाओं
की
तबियत
अचानक
खराब
होने
की
खबर
जिला
मुख्यालय
पर
लगते
ही तुरंत जिला
प्रशासन
सहित
विभाग
के
अफसर
व
स्वास्थ्य
विभाग
के
अधिकारी-कर्मचारी
मौके
पर
पहुंचे।
जहां बच्चियों
का
हेल्थ
चेकअप
किया
गया।
इस
दौरान
10
छात्राओं
को
घबराहट
और
असहज
महसूस
होने
पर
इलाज
के
लिए
जिला
अस्पताल
भिजवाया
गया।
जहां
इलाज
कर
रहे
जिला
अस्पताल
के
डॉक्टरों
के
मुताबिक,
नौ छात्राएं
तो
स्वास्थ्य
हैं,
लेकिन
एक
छात्रा
की
तबियत
दिमागी
दौर
पर
ठीक
नहीं
है
और
वह
काफी
डरी
हुई
है।
उसी
की
वजह
से
अन्य
छात्राएं
भी
डरी
हुई
थीं।
बता
दें
कि
पूरा
मामला
आजाक
मंत्री
विजय
शाह
की
गृह
विधानसभा
के
ग्राम
रजूर
स्थित
आवासीय
विद्यालय
का
है।
बताया
जा
रहा
है
कि
आवासीय
कन्या
छात्रावास
रजुर
में
रहकर
पढ़ाई
करने
वाली
कक्षा
10वीं
की
एक
छात्रा
को
बाहरी
बाधा
का
अहसास
हुआ, जिसके
बाद
देर
शाम
उसकी
तबियत
बिगड़
गई
और
वह
जोर-जोर
से
चीखने-चिल्लाने
लगी।
इस
समय
हॉस्टल
वॉर्डन
उसे
संभाल
ही
रही
थीं
कि उसे
देख
अन्य
छात्राओं
ने
भी
घबराहट
की
शिकायत
की।
छात्राओं
की
अचानक
तबियत
बिगड़ने
की
सूचना
आजाक
विभाग
सहित
जिला
प्रशासन
को
दी
गई, जिसके
बाद
जिला
प्रशासन,
आजाक
विभाग
सहित
स्वास्थ्य
विभाग
की
टीम
मौके
पर
पहुंची। जहां
प्राथमिक
जांच
के
बाद
हॉस्टल
से
एक
के
बाद
एक
कर
10
छात्राओं
को
इलाज
के
लिए
जिला
अस्पताल
भेजा
गया।
हालांकि,
डॉक्टरों
ने
इसे
साइकोलॉजीकल
प्रॉब्लम
बताया
है,
जिसमें
एक
छात्रा
को
देखकर
दूसरी
अन्य
छात्राएं
भी
खुद
को
बीमार
समझने
लगी
थीं।
वहीं,
जिला
अस्पताल
के
सिविल
सर्जन
संजीव
दीक्षित
ने
बताया
कि
अस्पताल
में
10
छात्राओं
को
भर्ती
किया
गया
है।
इन
सभी
को
रजुर
के
एक
छात्रवास
से
यहां
लाया
गया
है।
उन्होंने
कहा
कि
एक
छात्रा
को
तकलीफ हो
रही
है,
जिसे
देख
बाकी
छात्राएं
घबरा
गई
हैं।
एक
को
छोड़
बाकी
छात्राओं
को
न
तो
बुखार
है,
न उल्टी
दस्त
की
शिकायत।
वहीं,
फूड
पॉइजनिंग
की
शिकायत
से
भी
सिविल
सर्जन
ने
इनकार
किया।
हालांकि,
उन्होंने
कहा
कि
एक
छात्रा
को
झटके
से
महसूस
हो
रहे
हैं,
जिसका
इलाज
जारी
है।
इधर,
छात्राओं
की
तबीयत
बिगड़ने
की
जानकारी
मिलते
ही
उनका
हाल
जानने
पहुंचे
अपर
कलेक्टर
अरविंद
सिंह
चौहान
ने
बताया
कि
खालवा
ब्लॉक
के
कन्या
शिक्षा
परिसर
रजुर
की
छत्राओं
की
तबियत
अचानक
बिगड़ने
से
हॉस्टल
अधीक्षक
उन्हें
अस्पताल
लेकर
आई
हैं।
लगभग
10
छात्राओं
को
एडमिट
किया
गया
है। फिलहाल,
सभी
की
हालत
ठीक
है।
सभी
का
इलाज
जारी
है।
हम
लोग
स्थिति
पर
पूरी
नजर
बनाए
हुए
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
मौसम
की
तब्दीली
की
वजह
से
शायद
छात्राओं
की
तबियत
बिगड़ी
होगी।