Umaria News: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दिल्ली से आए पर्यटक की मौत, हार्ट अटैक बना कारण

मध्यप्रदेश
के
प्रसिद्ध
बांधवगढ़
टाइगर
रिजर्व
स्थित
बिझरिया
क्षेत्र
के
एक
रिसोर्ट
में
दिल्ली
से
आए
71
वर्षीय
पर्यटक
की
मौत
हो
गई।
मृतक
की
पहचान
अम्बरनाथ
गुप्ता
पिता
मदन
मोहन
गुप्ता
निवासी
12
बी
जनता
फ्लैट,
कृष्ण
इनक्लेव,
अशोक
बिहारनाथ,
दिल्ली
के
रूप
में
हुई
है।


विज्ञापन

Trending
Videos

प्राप्त
जानकारी
के
अनुसार
अम्बरनाथ
गुप्ता
रविवार
की
सुबह
लगभग
10
बजे
अपने
दोस्तों
के
साथ
बांधवगढ़
पहुंचे
थे।
शाम
की
सफारी
पूरी
करने
के
बाद
सभी
लोग
बिझरिया
स्थित
जंगल
मांटी
रिसोर्ट
में
रुके
थे।
उसी
रात
अम्बरनाथ
गुप्ता
की
तबीयत
अचानक
बिगड़
गई।
परिजन

साथी
उन्हें
तत्काल
जिला
अस्पताल
उमरिया
लेकर
पहुंचे,
जहां
डॉक्टरों
ने
जांच
के
बाद
उन्हें
मृत
घोषित
कर
दिया।


विज्ञापन


विज्ञापन

बताया
गया
है
कि
अम्बरनाथ
गुप्ता
की
आज
यानी
सोमवार
की
सुबह
की
भी
जंगल
सफारी
बुक
थी,
लेकिन
उससे
पहले
ही
यह
दुखद
घटना
घटित
हो
गई।
इस
घटना
की
सूचना
मिलते
ही
स्थानीय
पुलिस
और
प्रशासन
सक्रिय
हो
गया।
पुलिस
ने
शव
को
कब्जे
में
लेकर
पोस्टमार्टम
के
लिए
भेज
दिया
है
और
मामले
की
जांच
शुरू
कर
दी
गई
है।

ये
भी
पढ़ें- ‘संवाद’
में
शिरकत
करेंगे
नौसेना
के
पूर्व
अधिकारी
एबी
सिंह;
‘ऑपरेशन
सिंदूर’
पर
कर
सकते
हैं
बात

उमरिया
एसडीओपी
डॉ.
नागेंद्र
सिंह
ने
घटना
की
पुष्टि
करते
हुए
बताया
कि
मृतक
पर्यटक
की
मौत
हार्ट
अटैक
के
कारण
हुई
है।
उन्होंने
बताया
कि
मृतक
अपने
मित्रों
के
साथ
बांधवगढ़
आए
हुए
थे
और
सफारी
का
आनंद
ले
रहे
थे।
प्रथम
दृष्टया
मामला
हृदयाघात
का
प्रतीत
हो
रहा
है,
हालांकि
पोस्टमार्टम
रिपोर्ट
आने
के
बाद
ही
मौत
के
सही
कारण
की
पुष्टि
हो
सकेगी।

पर्यटन
सीजन
में
इस
प्रकार
की
घटनाएं

केवल
दुखद
होती
हैं
बल्कि
पर्यटकों
की
सेहत
और
सुरक्षा
के
प्रति
भी
चिंता
बढ़ा
देती
हैं।
विशेषज्ञों
का
मानना
है
कि
उम्रदराज
पर्यटकों
को
जंगल
सफारी
जैसे
रोमांचक
अभियानों
में
भाग
लेने
से
पहले
स्वास्थ्य
जांच
अवश्य
करानी
चाहिए।

ये
भी
पढ़ें- ‘संवाद’
में
हिस्सा
लेंगी
अनुप्रिया
पटेल;
सेहतमंद
प्रदेश
और
विकसित
भारत
का
खाका
पेश
करेंगी

फिलहाल
पुलिस
ने
परिजनों
को
सूचना
दे
दी
है
और
आवश्यक
कानूनी
प्रक्रिया
पूरी
की
जा
रही
है।
अम्बरनाथ
गुप्ता
की
मृत्यु
से
उनके
परिवार

दोस्तों
में
शोक
की
लहर
है।
वहीं
बांधवगढ़
पहुंचे
अन्य
पर्यटक
भी
इस
घटना
से
स्तब्ध
हैं।
इस
पूरे
घटनाक्रम
ने
यह
सोचने
पर
मजबूर
कर
दिया
है
कि
क्या
जंगल
सफारी
से
पहले
मेडिकल
सुविधा
और
सतर्कता
को
और
बेहतर
किया
जा
सकता
है,
ताकि
भविष्य
में
इस
तरह
की
घटनाओं
से
बचा
जा
सके।