जिला
मुख्यालय
स्थित
कलेक्ट्रेट
कार्यालय
के
महिला
एवं
बाल
विकास
विभाग
में
उस
वक्त
हड़कंप
मच
गया,
जब
एक
लाल
मुंह
का
बंदर
अचानक
दफ्तर
में
घुस
आया
और
सीधे
फाइलों
की
ओर
बढ़
गया।
कुछ
ही
मिनटों
में
पूरा
दफ्तर
अफरा-तफरी
में
तब्दील
हो
गया।
कोई
चाय
छोड़कर
भागा,
तो
कोई
मोबाइल
मेज
पर
ही
छोड़
गया।
कर्मचारियों
में
ऐसा
भय
देखा
गया
मानो
कोई
बड़ा
निरीक्षण
अधिकारी
आ
धमका
हो।
फाइलों
की
‘जांच’
में
जुटा
बंदर
सोशल
मीडिया
पर
वायरल
वीडियो
में
यह
बंदर
दफ्तर
की
अलमारी
पर
चढ़कर
फाइलों
को
एक-एक
कर
पलटते
नजर
आ
रहा
है।
ऐसा
प्रतीत
हो
रहा
है
मानो
वह
किसी
योजना
की
प्रगति
रिपोर्ट
की
समीक्षा
कर
रहा
हो।
कर्मचारियों
को
पहले
लगा
कि
यह
कोई
फिल्म
की
शूटिंग
हो
रही
है,
लेकिन
जल्द
ही
उन्हें
अहसास
हुआ
कि
यह
‘बंदर
साहब’
असली
निरीक्षण
पर
आए
हैं।
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जान
बंदर
साहब
का
निरीक्षण
अभियान
बंदर
को
जैसे
ही
अलमारी
की
ऊंचाई
पसंद
आई,
वह
फाइलों
में
मगन
हो
गया।
पहले
बंडल
देखे,
फिर
एक
को
खासतौर
पर
सूंघा
और
उसी
को
लेकर
बैठ
गया,
मानो
समीक्षा
कर
रहा
हो
कि
कितना
काम
बाकी
है।
इस
दौरान
कुछ
कर्मचारियों
ने
चुपके
से
वीडियो
बना
लिया,
जो
अब
सोशल
मीडिया
पर
खूब
वायरल
हो
रहा
है।
ऑफिस
में
कामकाज
ठप,
वन
विभाग
बेखबर
बंदर
की
‘दफ्तर
में
एंट्री’
के
बाद
सारा
कामकाज
ठप
हो
गया।
कर्मचारी
भयभीत
हो
उठे।
एक
बाबू
तो
खिड़की
के
नीचे
छिपकर
बैठे
रहे।
बाद
में
उन्होंने
बताया,
“पहले
लगा
कोई
अफसर
आया
है,
लेकिन
फिर
देखा
कि
अफसर
तो
बालों
वाले
हैं।”
हैरानी
की
बात
यह
रही
कि
घटना
की
जानकारी
होने
के
बावजूद
वन
विभाग
की
ओर
से
कोई
रेस्क्यू
टीम
मौके
पर
नहीं
पहुंची।
बंदर
करीब
20
मिनट
तक
‘निरीक्षण’
करने
के
बाद
खुद
ही
लौट
गया।
सोशल
मीडिया
पर
यूज़र्स
के
मजेदार
कमेंट्स
वीडियो
के
वायरल
होते
ही
सोशल
मीडिया
पर
प्रतिक्रियाओं
की
बाढ़
आ
गई।
एक
यूज़र
ने
लिखा,
“कम
से
कम
ये
अफसर
तो
बिना
ट्रांसफर
के
काम
पर
आया
है।”
एक
अन्य
ने
चुटकी
ली,
“उमरिया
में
अब
फाइलें
इंसानों
से
नहीं,
बंदरों
से
चलेंगी।”