देश
को
आज़ाद
हुए
78
साल
बीत
गए,
लेकिन
अब
भी
कुछ
गांव
ऐसे
हैं,
जहां
न
तो
बिजली
पहुंची
है
और
न
ही
सड़क
बनी
है।
इसी
को
लेकर
भारत
आदिवासी
पार्टी
ने
शहडोल
जिले
में
धरना
प्रदर्शन
किया
और
राज्यपाल
के
नाम
तहसीलदार
को
ज्ञापन
सौंपते
हुए
कार्रवाई
की
मांग
की।
यह
धरना
प्रदर्शन
ब्यौहारी
की
पंचायत
गाड़ा
के
नकुनी
गांव
में
आयोजित
किया
गया।
विज्ञापन
भारत
आदिवासी
पार्टी
के
ब्लॉक
अध्यक्ष
अजय
सिंह
ने
बताया
कि
देश
को
आज़ाद
हुए
78
साल
हो
गए
हैं,
लेकिन
इसके
बावजूद
आदिवासी
गांवों
में
न
तो
सड़कें
बन
पाई
हैं,
न
ही
विद्युतीकरण
हुआ
है।
शिक्षा
के
लिए
स्कूल
भी
उपलब्ध
नहीं
हैं,
स्वास्थ्य
सुविधाओं
की
स्थिति
तो
बेहद
खराब
है।
जनपद
पंचायत
ब्यौहारी
के
अंतर्गत
ग्राम
पंचायत
गाड़ा
के
नकुनी
गांव
के
निवासियों
के
साथ-साथ
जिले
के
कई
अन्य
गांव
भी
ऐसी
ही
समस्याओं
से
जूझ
रहे
हैं।
इन
समस्याओं
को
लेकर
भारत
आदिवासी
पार्टी
ने
धरना
प्रदर्शन
किया
और
महामहिम
राज्यपाल
के
नाम
ज्ञापन
तहसीलदार
ब्यौहारी
को
सौंपा।
विज्ञापन
भारत
आदिवासी
पार्टी
के
ब्लॉक
अध्यक्ष
ने
बताया
कि
यह
प्रदर्शन
सड़क,
बिजली,
स्वास्थ्य
और
शिक्षा
की
मांगों
को
लेकर
किया
जा
रहा
है।
ग्राम
नकुनी
में
अब
तक
विद्युतीकरण
नहीं
हुआ
है।
सड़क
न
होने
के
कारण
यहां
के
बीमार
लोग
समय
पर
सामुदायिक
स्वास्थ्य
केंद्र
नहीं
पहुंच
पाते।
हायर
सेकंडरी
स्कूल
न
होने
के
कारण
छात्र-छात्राएं
जंगल
के
रास्ते
बुड़वा,
पपरेड़ी
और
मऊ
पढ़ने
के
लिए
जाते
हैं,
जिससे
छात्राओं
को
विशेष
रूप
से
असुविधा
होती
है।
भारत
आदिवासी
पार्टी
के
ब्लॉक
अध्यक्ष
अजय
सिंह ने
कहा
कि
छात्राओं
की
सुरक्षा
को
ध्यान
में
रखते
हुए
नकुनी
में
हायर
सेकंडरी
स्कूल
खोला
जाए।
यदि
प्रशासन
इन
मांगों
और
ज्ञापन
में
उल्लेखित
समस्याओं
पर
ध्यान
नहीं
देता
है,
तो
हम
उग्र
आंदोलन
करने
को
बाध्य
होंगे।
धरना
प्रदर्शन
में
मुख्य
रूप
से
मान
सिंह,
पुरुषोत्तम
मरावी,
रानी
सिंह,
लालबहादुर
सिंह
नेटी
सहित
सैकड़ों
ग्रामीण
उपस्थित
रहे।