
प्रसूति
ब्रेकियल
प्लेक्सस
पाल्सी
के
उपचार
पर
प्रस्तुत
किया
शोध
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
एम्स
भोपाल
के
बर्न
और
प्लास्टिक
सर्जरी
विभाग
के
एसोसिएट
प्रोफेसर
डॉ.
राहुल
दुबेपुरिया
ने
माइक्रोसर्जरी
के
लिए
यूरोपीय
फेडरेशन
ऑफ
सोसाइटीज
(ईएफएसएम
2024)
की
16वीं
कांग्रेस
में
भाग
लिया।
इस
सम्मेलन
का
आयोजन
इटली
के
मिलान
में
किया
गया
था।
इस
सम्मेलन
में
40
देशों
के
850
से
अधिक
माइक्रो
सर्जन्स
ने
भाग
लिया।
डॉ.
दुबेपुरिया
ने
प्रसूति
ब्रेकियल
प्लेक्सस
पाल्सी
(ओबीपीपी)
के
उपचार
पर
अपना
शोध
प्रस्तुत
किया।
क्या
है
ब्रैकियल
प्लेक्सस
पाल्सी
डॉ.
राहुल
दुबेपुरिया
ने
बताया
कि
ब्रैकियल
प्लेक्सस
आपस
में
जुड़ी
हुई
नसों
का
एक
नेटवर्क
है,
जो
बांह
और
हाथ
में
गति
और
संवेदना
को
नियंत्रित
करता
है।
ब्रेकियल
प्लेक्सस
की
चोट
में
इन
नसों
को
अचानक
नुकसान
होता
है,
जिससे
कंधे,
बांह
और
हाथ
में
दर्द,
कमजोरी,
संवेदना
की
हानि
या
गति
में
कमी
हो
सकती
है।
डॉ.
राहुल
दुबेपुरिया
ने
बताया
कि
ब्रैकियल
प्लेक्सस
गर्दन
से
शुरू
होता
है
और
ऊपरी
छाती
को
पार
करके
बगल
तक
जाता
है।
ओबीपीपी
आमतौर
प्रसव
के
दौरान
खिंचाव
की
वजह
से
होने
वाली
चोटों
के
कारण
होता
है।
अपने
प्रस्तुतीकरण
में डॉ.
दुबेपुरिया
ने
एक
अभिनव
सर्जिकल
दृष्टिकोण
प्रस्तुत
किया,
जिससे
एक
ही
चरण
में
कई
सर्जरी
की
जा
सकती
हैं।
लगातार
उपलब्धि
हासिल
कर
रहा
है
एम्स
भोपाल
एम्स
भोपाल
के
कार्यपालक
निदेशक
प्रो.
अजय
सिंह
ने
बताया
कि
एम्स
भोपाल
में
संकाय
और
छात्रों
के
बीच
अकादमिक
उत्कृष्टता
और
ज्ञान-साझाकरण
की
संस्कृति
को
बढ़ावा
दिया
जा
रहा
है।
एम्स
भोपाल
ने
विभिन्न
शैक्षणिक
मंचों
पर
उल्लेखनीय
उपलब्धियां
हासिल
की
हैं।
विभिन्न
सम्मेलनों
और
कार्यशालाओं
में
संकाय
सदस्यों
की
भागीदारी
न
केवल
उनके
कौशल
को
बढ़ाती
है।
बल्कि
उन्हें
नवीनतम
प्रगति
के
साथ
अद्यतन
भी
रखती
है।
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