Bhopal: CM बोले- डॉ. श्यामा प्रसाद के बलिदान से विश्व की सबसे बडी पार्टी बनी BJP, PM ने उनका संकल्प किया पूरा


भारतीय
जनसंघ
के
संस्थापक
डॉ.
श्यामाप्रसाद
मुखर्जी
के
बलिदान
दिवस
पर
सोमवार
को
प्रदेश
कार्यालय
के
सामने
अरेरा
मंडल,
वार्ड
क्रमांक
45
के
बूथ
क्रमांक
159
स्थित
डॉ.
श्यामाप्रसाद
मुखर्जी
की
प्रतिमा
पर
मुख्यमंत्री
डॉ.
मोहन
यादव,
भाजपा
के
प्रदेश
अध्यक्ष

सांसद
विष्णुदत्त
शर्मा
एवं
प्रदेश
संगठन
महामंत्री
हितानंद
सहित
पार्टी
पदाधिकारियों,
जनप्रतिनिधियों
ने
पुष्पांजलि
अर्पित
कर
उन्हे
नमन
किया।
इस
दौरान
सीएम
ने
कहा
कि
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
ऐसे
महानायक
थे
जो
आजादी
के
पहले
और
बाद
की
विभीषिका
को
भांप
लिया
था।
उन्होने आजादी
से
पहले
अंर्ग्रेजों
के
बंगभंग
करने
की
साजिश
को
भांपकर
आंदोलन
चला
दिया
था। डॉ.
मुखर्जी
के
बलिदान
से
भाजपा
विश्व
की
सबसे
बडी
पार्टी
बनी
है,
और
भाजपा
कार्यकर्ताओं
को
उनके
बताये
मार्ग
पर
चलकर
कार्य
करना
है।


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मुखर्जी
के
संकल्प
से
कश्मीर
से
धारा-370
हटी

भाजपा
के
प्रदेश
अध्यक्ष

सांसद
विष्णुदत्त
शर्मा
ने
कहा
कि
देश
के
लिए
अपना
बलिदान
देने
वाले
ऐसे
सपूत
को
श्रद्धांजलि
देने
हम
यहां
एकत्रित
हुए
हैं
जिनके
संकल्प
से
कश्मीर
से
धारा-370
हटी
है।
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
मौलिक
चिंतक,
राष्ट्रवादी
विचारक,
भारतीय
जीवन
मूल्यों
के
संस्कारित
पुजारी
थे।
प्रदेश
भर
में
बूथ
स्तर
पर
कार्यक्रम
आयोजित
किए
गए।


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अपने
जीवन
की
आहुति
देकर
देश
की रक्षा
की

मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
का
जीवन
हमें
संदेश
देता
है
कि
राष्ट्रहित
सर्वोपरि
है।
उन्होंने
अपने
जीवन
की
आहुति
देकर
देश
की
एकता
और
अखंडता
की
रक्षा
की।
ऐसे
राष्ट्रनायक
का
स्मरण
करना
मात्र
औपचारिकता
नहीं,
बल्कि
हमारे
राष्ट्रीय
चरित्र
को
सशक्त
करने
का
माध्यम
है।
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
ऐसे
महानायक
थे
जो
आजादी
के
पहले
और
बाद
की
विभीषिका
को
भांप
लिया
था।
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
ने
आजादी
से
पहले
अंर्ग्रेजों
के
बंगभंग
करने
की
साजिश
को
भांपकर
आंदोलन
चला
दिया
था।
वहीं
आजादी
के
बाद
कश्मीर
समस्या
को
भांपकर
पूरे
देश
को
आंदोनल
किया
और
जम्मू-कश्मीर
से
धारा-370
हटाने
बलिदान
दे
दिया।
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
ने
हमारे
मोर
मुकुट
कश्मीर
में
दो
विधान,
दो
निशान,
दो
प्रधान
का
विरोध
किया।
जम्मू-कश्मीर
से
धारा-370
हटाने
के
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
के
सकल्प
को
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
ने
साकार
किया
है।
आजादी
के
तुरंत
बाद
ही
जम्मू-कश्मीर
की
समस्या
को
भांप
लेना
और
उसके
समाधान
के
लिए
मंत्री
पद
त्याग
कर
जनसंघ
की
स्थापना
कर
आंदोलन
करना
यह
कार्य
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
जैसे
देश
के
सच्चे
वीर
सपूत
और
महानायक
ही
कर
सकते
हैं।


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मंत्री
ज्योतिरादित्य
सिंधिया
और
CM
मोहन
यादव
की
दिल्ली
में
मुलाकात,
प्रदेश
के
विकास
पर
हुई
चर्चा


संदिग्ध
मौत
का
जिम्मेदार
कौन नहीं
चला
पता

सीएम
ने
कहा
कि
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
की
संदिग्ध
मौत
का
जिम्मेदार
कौन
है,
इसका
आज
तक
पता
नहीं
चला
है।
प्रधानमंत्री
श्री
नरेन्द्र
मोदी
ने
जम्मू-कश्मीर
से
धारा
370
हटाकर
1951-1952
की
सरकार
द्वारा
लगाए
गए
कलंक
को
धोने
का
कार्य
किया
है।
यह
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
को
सच्चे
अर्थों
में
श्रद्धांजलि
है।
डॉ.
मुखर्जी
के
बलिदान
से
भाजपा
विश्व
की
सबसे
बडी
पार्टी
बनी
है,
और
भाजपा
कार्यकर्ताओं
को
उनके
बताये
मार्ग
पर
चलकर
कार्य
करना
है।
मैं
अपनी
ओर
से
डॉ.
मुखर्जी
को
विनम्र
श्रद्धांजलि
अर्पित
करता
हूं।


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को
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बाद
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ने
किया
गिरफ्तार


डॉ.
मुखर्जी
के
संकल्प
आज
हमारे
लिए
प्रेरणा
के
स्रोत 

 विष्णुदत्त
शर्मा
ने
कहा
कि
डॉ.
श्यामा
प्रसाद
मुखर्जी
भारतीय
इतिहास
की
एक
ऐसी
महान
विभूति
थे,
जिनका
जीवन
राष्ट्रभक्ति,
त्याग
और
दृढ़
संकल्प
का
प्रतीक
रहा
है।
वे
केवल
एक
राजनीतिज्ञ
ही
नहीं,
बल्कि
एक
विचारक,
शिक्षाविद्
और
देशभक्त
भी
थे,
जिनके
संकल्प
आज
भी
हमारे
लिए
प्रेरणा
के
स्रोत
हैं।
डॉ.
मुखर्जी
के
आदर्शों
पर
चलकर
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
के
नेतृत्व
में
भाजपा
का
प्रत्येक
कार्यकर्ता
2047
तक
भारत
को
विकसित
राष्ट्र
बनाने
का
संकल्प
लेते
है।