राजधानी
भोपाल
के
ईटखेड़ी
थाना
क्षेत्र
में रहने
वाली
बी.कॉम
की
छात्रा
ने
फांसी
लगाकर
आत्महत्या
कर
ली
है।
घटना
के
समय
परिवार
एक
समारोह
में
शामिल
होने
गया था।
युवती
कुछ
महीने
पहले
ही
एक
फैक्ट्री
की
नौकरी
छोड़ी
थी।
आत्महत्या
के
कारणों
का
खुलासा
नहीं
हो
सका
है।
ईटखेड़ी
पुलिस
के
अनुसार,
21
वर्षीय
साधना
सिलावट
पुत्री
पतिराम
सिलावट
ग्राम
रायपुरा
की
रहने
वाली
थी।
वह
भोपाल
स्थित
शासकीय
गीतांजलि
कॉलेज
में
बी.कॉम
सेकेंड
ईयर
की
छात्रा
थी।
उनके
एक
करीबी
रिश्तेदार
के
यहां
मुंडन
का
कार्यक्रम
था,
जिसमें
पूरा
परिवार
शामिल
होने
बैरसिया
के
पास
दुपाड़िया
गांव
गया
था।
घटना
के
समय
छात्रा
घर
में
अकेली
थी।
परिजन
जब
घर
लौटे
तो
देखा
कि
साधना
के
कमरे
का
दरवाजा
अंदर
से
लॉक
था।
परिजनों
ने
गेट
तोड़कर
देखा
तो
वह
पंखे
के
सहारे
रस्सी
का
फंदा
बनाकर
लटकी
हुई
थी।
शव
फंदे
से
उतारकर
पुलिस
को
सूचना
दी।
पुलिस
ने
मर्ग
कायम
कर
पोस्टमॉर्टम
कराने
के
बाद
शव
परिजनों
को
सौंप
दिया
है।
साधना
पतिराम
की
दूसरे
नंबर
की
बेटी
थी।
वह
पढ़ने
में
भी
अच्छी
थी।
सुसाइड
नोट
नहीं
मिलने
से
खुदकुशी
के
कारणों
का
खुलासा
नहीं
हो
सका
है।
विज्ञापन
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दिन
लाल
किले
पर
सम्राट
विक्रमादित्य
महानाट्य
की
रही
धूम,
देखें
अद्भुत
तस्वीरें
परिजनों
ने
ऐसा
कुछ
नहीं
बताया,
जिससे
खुदकुशी
के
कारणों
का
पता
लगाया
जा
सके।
जवान
बेटी
की
आत्महत्या
से
पूरा
परिवार
सदमें
में
है।
परिजनों
के
बदहवास होने
के
कारण
माता-पिता
के
बयान
दर्ज
नहीं
हो
सके
हैं।
पड़ोसिसों
ने
बताया
कि
साधना
प्रतियोगी
परीक्षाओं
की
भी
तैयारी
कर
रही
थी।
हालांकि,
उसने
कोई
परीक्षा
दी
थी
या
नहीं,
यह
स्पष्ट
नहीं
हो
सका
है।
पुलिस
अब
साधना
के
परिजनों
के
साथ
उसकी
सहेलियों
और
करीबियों
से
भी
पूछताछ
कर
जानकारी
जुटाने
का
प्रयास
कर
रही
है।
पटाखे
से
झुलसे
युवक
ने
पड़ोसी
को
फंसाने
कहा
एसिड
से
अटैक
हुआ,
गिरफ्तार
पिपलानी
थाना
क्षेत्र
के
हथाईखेड़ा
क्षेत्र
में
एक
युवक
के
चेहरे
पर
एसिड
से
हुए
अटैक
के
सनसनीखेज
मामले
का
पुलिस
ने
खुलासा
कर
दिया
है।
पुलिस
ने
एसिड
अटैक
की
झूठी
शिकायत
करने
वाले
युवक
को
ही
झूठा
प्रकरण
दर्ज
करने
के
प्रयास
में
गिरफ्तार
कर
लिया
है।
फरियादी
युवक
ने
अपने
पड़ोस
में
रहने
वाले
एक
युवक
को
सबक
सिखाने
व
उससे
बदला
लेने
के
लिए
एसिड
अटैक
का
षड्यंत्र
रचा
था।
थाना
प्रभारी
अनुराग
लाल
ने
बताया
कि
फरियादी
सूरज
शर्मा
ने
अपने
पड़ोसी
मदन
विश्वकर्मा
को
केस
में
फंसाने
के
लिए
एसिड
अटैक
की
झूठी
कहानी
रची
थी।
सीसीटीवी
फुटेज,
जांच,
मोबाइल
लोकेशन
और
सूरज
के
बड़े
भाई
के
बयानों
से
झूठी
कहानी
का
खुलासा
हुआ।
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नेताओं
ने
धूमधाम
से
मनाई
अंबेडकर
जयंती,
PCC
में
हुआ
कार्यक्रम,जीतू
पटवारी-दिग्विजय
पहुंचे
महू
टीआई
लाल
ने
बताया
कि
चार अप्रैल
को
पुलिस
को
सूचना
मिली
थी
कि
वह
हथाईखेड़ा
पुलिस
के
पास
था,
तभी
एक
युवक
आया
और
सूरज
पर
एसिड
से
हमला
कर
दिया।
सूरज
आनंद
नगर
स्थित
जमना
अस्पताल
में
भर्ती
है।
सूरज
ने
अपने
बयान
में
बताया
कि
मदन
विश्वकर्मा
व
उसके
साथियों
ने
एसिड
से
अटैक
उस
समय
किया
जब
वह
अपने
भाई
दीपक
के
साथ
गाय
तलाशने
गया
था।
दीपक
ने
कहा
कि
दोनों
आटो
से
गाय
तलाशने
गए
थे,
लेकिन
सूरज
के
कपड़े
पर
एसिड
के
कोई
छीटे
नहीं
पड़े।
सूरज
ने
अपने
बयान
में
आरोपियों
के
बाइक
से
आना
बताया
था,
जबकि
भाई
ने
ऑटो
से
आना
बताया।
घटना
का
जो
समय
बताया,
उस
समय
मदन
विश्वकर्मा
की
मोबाइल
लोकेशन
उसके
दुकान
की
मिली।
सीसीटीवी
से
भी
मदन
के
दुकान
पर
होने
की
पुष्टि
हुई।
इसके
बाद
सूरज
से
पूछताछ
की
गई
तो
उसने
बताया
कि
मदन
ने
बिलखिरिया
थाने
में
उसके
पिता
व
भाई
के
खिलाफ
कुछ
दिन
पहले
शिकायत
दर्ज
कराई
थी,
उसी
का
बदला
लेने
के
लिए
उसने
एसिड
अटैक
की
झूठी
कहानी
बताई।
पटाखा
जलाते
समय
जला
था
मेडिकल
रिपोर्ट
में
भी
एसिड
अटैक
से
झुलना
नहीं
आया।
पड़ताल
में
सामने
आया
कि
सूरज
का
चेहरा
कुछ
सप्ताह
पहले
घर
के
सामने
पटाखे
जलाते
समय
झुलस
या
था।
पटाखे
से
झुलने
की
पुष्टि
पड़ोसियों
ने
भी
की।
इसके
बाद
सूरज
के
खिलाफ
षड्यंत्र
रचने
सहित
अन्य
धाराओं
में
प्रकरण
दर्ज
कर
गिरफ्तार
किया
गया
है।
ऑनलाइन
टास्क
का
जॉब
देकर
टारगेट
के
नाम
पर
ठगी
करने
वाले
दो
जालसाज
गिरफ्तार
भोपाल
साइबर
क्राइम
पुलिस
ने
ऑनलाइन
जॉब
देने
के
बहाने
टॉस्क
पूरा
नहीं
करने
पर
ठगी
करने
वाले
दो
जालसाजों
को
गिरफ्तार
किया
है।
साइबर
क्राइम
पुलिस
की
टीम
ने
एक
आरोपी
को
गुजरात
के
अहमदाबाद
और
दूसरे
को
राजस्थान
के
बीकानेर
के
पास
श्रीडूंगरगढ़
से
पकड़कर
लाए
हैं।
एडीसीपी
क्राइम
ब्रांच
शैलेन्द्र
सिंह
चौहान
ने
बताया
कि
भोपाल
में
पूजा
नाम
की
एक
युवती
ने
ठगी
की
शिकायत
की
थी।
जालसाजों
ने
टेलीग्राम
पर
ग्रुप
बनाकर
लोगों
को
ऑनलाइन
जॉब
देने
का
लालच
देते
थे।
घर
बैठे
ऑनलाइन
फ्लाइट
की
टिकट
बुकिंग
और
रेटिंग
देने
जैसे
कई
टास्क
के
बदले
मोटी
कमाई
का
लालच
देकर
लोगों
को
फंसाते
हैं।
शुरू
में
कम
पैसे
डिपाजिट
करवाकर
अधिक
पैसे
वापस
भेजे
जाते
हैं।
जब
ग्राहकों
को
विश्वास
हो
जाता
है,
मुनाफे
का
लालच
आ
जाता
है
तो
लाखों
रूपए
का
निवेश
करा
लेते
हैं।
इसके
बाद
कम
स्कोर
होने
का
हवाला
देकर
पेमेंट
रोक
देते
हैं।
भोपाल
की
पूजा
द्विवेदी
से
जालसाजों
5,94,795
रुपए
की
ठगी
की
थी।
नवंबर
2024
में
पुलिस
ने
प्रकरण
दर्ज
कर
जांच
कर
रही
थी।
अब
32
वर्षीय
कनक
भाई
को
अहदाबाद
के
चमनपुरा
और
श्रीडूंगरगढ़
निवासी
22
वर्षीय
हंसराज
गोदारा
को
गिरफ्तार
किया
है।
दोनों
आरोपियों
ने
साइबर
ठगों
को
किराये
पर
बैंक
खाते
दिए
थे।
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के
कई
जिलों
में
छाए
बादल,हुई
बूंदाबांदी,
रतलाम
का
पारा
42
डिग्री
दर्ज,
16
से
चलेगी
लू
मुख्य
ठगों
तक
पहुंचने
का
प्रयास
कर
रही
पुलिस
एडीसीपी
चौहान
ने
बताया
कि
दोनों
आरोपी
मुख्य
जालसाजों
को
किराये
पर
बैंक
खाते
उपलब्ध
कराते
थे।
दोनों
के
खाते
में
पूजा
द्विवेदी
से
ठगी
गई
रकम
को
ट्रांसफर
किया
गया
था।
दोनों
के
बैंक
खातों
में
लाखों
का
ट्रांजेक्शन
किया
गया
है।
खाते
सीज
करा
दिए
गए
हैं।
अब
दोनों
से
पूछताछ
कर
मुख्य
जालसाजों
तक
पहुंचने
का
प्रयास
किया
जा
रहा
है।
हालांकि
उक्त
दोनों
आरोपियों
को
मुख्य
आरोपियों
के
संबंध
में
भी
सटीक
जानकारी
नहीं
है।
बेतरतीब
गाड़ी
चलाने
पर
टोका
तो
युवकों
ने
मीडिकर्मी
व
उसके
साथी
पर
किया
हमला
मिसरोद
इलाके
में
बीती
रात
मीडियाकर्मी
और
उसके
साथी
पर
अज्ञात
युवकों
ने
हमला
कर
दिया।
हमले
के
कारण
दोनों
को
गंभीर
चोटें
आई
हैं।
पुलिस
ने
मारपीट
की
धाराओं
के
तहत
प्रकरण
दर्ज
कर
जांच
शुरू
कर
दी
है।
इधर
पुलिस
का
कहना
है
कि
सडक़
पर
गाड़ी
लहराते
हुए
युवकोंं
को
टोकने
के
बाद
विवाद
हुआ
था।
मिली
जानकारी
के
अनुसार
मीडियाकर्मी
विशेष
कुमार
अपनी
साथी
विजय
के
साथ
नर्मदापुरम
रोड
बाइक
से
लौट
रहे
थे,
तभी
घात
लगाए
बैठे
10
से
12
युवकों
ने
उनकी
बाइक
के
सामने
अचानक
अपनी
बाइक
अड़ा
दी।
जिससे
उन्हें
अचानक
ब्रेक
लगाना
पड़ा
और
वे
गिरते-गिरते
बचे।
जब
वे
साइड
से
निकलने
की
कोशिश
करने
लगे,
तो
हमलावरों
ने
उन्हें
घेर
लिया
और
उन
पर
हमला
बोल
दिया।
विशेष
ने
बताया
कि
एक
युवक
ने
अचानक
उनके
सिर
पर
चाकू
से
वार
कर
दिया,
जबकि
साथी
विजय
पर
डंडे
से
हमला
किया
गया।
हमलावरों
ने
दोनों
को
बाइक
से
खींचकर
नीचे
गिराया
और
बेरहमी
से
पीटा।
हमले
में
विशेष
के
सिर
से
काफी
खून
बहा,
जिससे
वे
बेहोश
हो
गए।
भीड़
जमा
होते
देख
हमलावर
मौके
से
फरार
हो
गए।
उसी
वक्त
वहां
से
गुजर
रहे
विशेष
के
पड़ोसी
ने
उनके
दोस्तों
को
सूचना
दी
और
उन्हें
अस्पताल
पहुंचाया।
इधर
पुलिस
का
कहना
है
कि
हमला
करने
वाले
युवक
सडक़
पर
लापरवाहीपूर्वक
गाड़ी
चल
रहे
थे।
इसी
बात
पर
फरियादी
युवकों
ने
उन्हें
रोका
था
जिसके
बाद
उनके
बीच
विवाद
हो
गया
था।
पति
को
बाथरूम
में
बंद
कर
फांसी
पर
झूली
पत्नी,
कोलार
इलाके
की
घटना
रात
में
पति
बाथरूम
जाने
के
लिए
उठा
तो
पत्नी
ने
बाथरूम
के
दरवाजे
की
कुंडी
से
बाहर
से
लगा
दी।
पति
को
बंद
करने
के
बाद
पत्नी
ने
फांसी
लगा
कर
खुदकुशी
कर
ली।
पुलिस
ने
मर्ग
कायम
कर
जांच
शुरू
कर
दी
है।
यह
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के
इमरजेंसी
विभाग
में
इलाज
कर
रहे
जूनियर
डॉक्टर
पर
हमला,
हमलावर
को
पुलिस
ने
किया
गिरफ्तार
कोलार
पुलिस
से
मिली
जानकारी
के
अनुसार
35
वर्षीय
किरण
बंजारे
टूलिप
ग्रीन
कालोनी
कजलीखेड़ा
में
अपने
पति
और
दो
बच्चों
के
साथ
रहती
है।
उसका
पति
भानू
बंजारे
मिस्त्री
और
ठेकेदार
है।
भानु
इसी
कॉलोनी
में
अपने
मकान
का
निर्माण
कर
रहा
है।
इसी
निर्माणाधीन
मकान
में
वह
अपने
परिवार
के
साथ
रहता
है।
पास
में
ही
उसके
दो
और
भाई
भी
रहते
हैं।
शनिवार
की
रात
भानु
रात
में
बाथरूम
जाने
के
लिए
उठा
था।
इस
दौरान
पत्नी
और
बच्चे
कमरे
में
सो
रहे
थे।
उसके
जाते
ही
किरण
उठी
तथा
तथा
उसने
बाथरूम
का
दरवाजा
बंद
कर
पति
भानू
को
बंद
कर
दिया।
काफी
देर
तब
प्रयास
करने
के
बाद
भी
जब
दरवाजा
नहीं
खुला
तो
भानु
ने
जोर-जोर
से
आवाज
लगाकर
अपने
भाइयों
को
बुलाया।
भाई
आए
तो
उन्हें
भी
घर
का
दरवाजा
अंदर
से
बंद
मिला।
खिड़की
का
कांच
तोड़कर
वे
जैसे-तैसे
अंदर
पहुंचे।
यहां
पर
उन्होंने
देखा
कि
किरण
फन्दे
पर
लटकी
हुई
है।
पति
भानू
व
अन्य
लोग
उसे
तुरंत
ही
अस्पताल
लेकर
पहुंचे
जहां
पर
डाक्टर
ने
किरण
को
मृत
घोषित
कर
दिया।
अस्पताल
से
सूचना
मिलने
के
बाद
पुलिस
मौके
पर
पहुंची
तथा
जांच
शुरू
की।
जांच
में
पता
चला
कि
किरण
को
पेट
की
बीमारी
थी।
उसे
रह-रहकर
पेट
में
तेज
दर्द
होता
था।
माना
जा
रहा
है
कि
इसी
बीमारी
के
कारण
उसने
खुदकुशी
कर
ली।
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गुना
मामले
को
लेकर
पीसीसी
चीफ
जीतू
पटवारी
ने
सरकार
को
घेरा,
गुना
एसपी-कलेक्टर
को
हटाने
की
मांग
इधर,
बजरिया
इलाके
में
एक
युवक
ने
फांसी
लगाकर
आत्महत्या
कर
ली।
पुलिस
ने
बताया
कि
15
वर्षीय
प्रिंस
सूर्यवंशी
पिता
इंद्रराज
सूर्यवंशी
गली
नंबर-1,
द्वारिका
नगर
में
रहता
था।
उसके
पिता
इंद्रराज
सूर्यवंशी
हार्डवेयर
व्यापारी
हैं।
इंद्रराज
ने
पुलिस
को
बताया
कि
उनके
परिवार
में
पत्नी
के
अलावा
दो
बेटे
थे।
छोटा
बेटा
बारह
साल
का
है,
जबकि
बड़ा
बेटा
प्रिंस
सूर्यवंशी
17
साल
का
था।
उसने
आठवीं
कक्षा
की
परीक्षा
दी
थी।
गत
दिनों
रिजल्ट
आया
और
पता
चला
कि
वह
फेल
हो
गया
है।
उन्होंने
पुलिस
को
बताया
कि
रात
में
परिवार
ने
खाना
खाया
और
सो
गए
थे।
रविवार
सुबह
नींद
खुली
तो
उन्होंने
प्रिंस
को
फांसी
के
फंदे
पर
लटका
देखा
था।
इसके
बाद
पुलिस
को
सूचना
दी।