Bhopal News: रहमत की बारिश से सराबोर मक्का-मदीना की गलियां, मंजर भोपाली और मेहताब बोले नहीं देखा ऐसा नजारा

Bhopal News: रहमत की बारिश से सराबोर मक्का-मदीना की गलियां, मंजर भोपाली और मेहताब बोले नहीं देखा ऐसा नजारा
Bhopal News: रहमत की बारिश से सराबोर मक्का-मदीना की गलियां, मंजर भोपाली और मेहताब बोले नहीं देखा ऐसा नजारा

शायर
मंजर
भोपाली
और
सीनियर
सहाफी
डॉ.
मेहताब
आलम।


फोटो
:
अमर
उजाला

विस्तार



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दुनियाभर
से
आए
अकीदतमंदों
की
ख्वाहिश
है
कि
उनका
सजदा
हरम
शरीफ
के
आंगन
में
हो
जाए।
दूसरी
तरफ
मौसम
के
बिगड़े
मिजाज
और
कम
पड़ते
दिखाई
दे
रहे
इंतजाम।
हरम
शरीफ
में
जगह
कम
पड़ी
तो
नमाजियों
को
छत
की
तरफ
डायवर्ट
किया
गया।
यहां
पहुंचने
वालों
की
तादाद
भी
लाखों
में
पहुंचने
में
देर
नहीं
लगी।
आसमान
से
बरसती
रहमत
और
सजदों
के
लिए
झुके
सिर,
ये
ऐसा
नजारा
था,
जो
कभी
देखा
और

ही
सुना
था।

सफर-ए-उमराह
पर
सऊदी
अरब
पहुंचे
अंतरराष्ट्रीय
शायर
मंजर
भोपाली
और
सीनियर
सहाफी
डॉ.
मेहताब
आलम
ने
अमर
उजाला
से
खास
अनुभव
शेयर
किए।
उन्होंने
मक्का
से
टेलीफोनिक
चर्चा
की।
इस
दौरान
उन्होंने
पिछले
दिनों
सऊदी
अरब
में
खराब
हुए
मौसम
का
जिक्र
करते
हुए
कहा
कि
शुक्रवार
को
यहां
घनघोर
बारिश
हुई,
लेकिन
अब
हालात
सामान्य
हो
चुके
हैं।
उन्होंने
बताया
कि
दुनिया
भर
से
पहुंचे
अकीदतमंद
अपनी
इबादतों
में
मशगूल
हैं।
हर
बंदा
ज्यादा
से
ज्यादा
जिक्र

इलाही
कर
खैर
की
ख्वाहिश
कर
रहा
है।
मंजर
भोपाली
ने
कहा
कि
ये
एक
अजीब
संयोग
होता
है
कि
कितने
मुल्क,
कितनी
जुबानें,
कितने
रिवाज
और
कितनी
ही
अलग-अलग
तरह
की
रस्में
निभाने
वाले
लोग
मक्का
शरीफ
में
पहुंचकर
सिर्फ
एक
नाम
याद
रखते
हैं,
अल्लाह।
उनकी
जुबां
से
निकला
हर
लफ्ज़
अल्लाह,
उनके
चले
हर
कदम
की
मंशा
अल्लाह
की
रजा,
उनके
हर
अरकान
की
नीयत
सिर्फ
एक,
अल्लाह
राजी
हो
जाए।


देश,
सूबे
और
शहर
के
लिए
दुआएं

डॉ.
महताब
आलम
ने
इस
खास
चर्चा
के
दोरान
कहा
कि
सफर-ए-उमराह
के
दौरान
हमने
अपने
मुल्क
हिंदुस्तान,
सूबे
मध्य
प्रदेश
और
शहर
भोपाल
के
लिए
खास
दुआएं
की
हैं।
उन्होंने
कहा
कि
मुल्क
की
सुकून
भरी
फिजा
बरकरार
रहने,
सूबे
की
तरक्की
और
कामयाबी
और
शहर
के
हर
फर्द
के
लिए
सेहत,
सुकून,
रोजगार
और
सफलता
की
दुआ
हमने
की
है।
डॉ.
महताब
ने
कहा
है
अपने
अजीजों,
रिश्तेदारों
के
साथ
दोस्तों
के
लिए
भी
खास
दुआएं
इस
सफर
में
की
गई
हैं।


ईद
तक
जारी
रहेगा
सफर

मंजर
भोपाली
और
डॉ.
महताब
आलम
27
मार्च
को
सऊदी
अरब
पहुंचे
हैं।
वे
11
अप्रैल
तक
वहां
रुक
कर
मक्का
और
मदीना
में
विभिन्न
और
जरूरी
अरकान
पूरे
करेंगे।
इस
दौरान
वे
मक्का
का
तवाफ(परिक्रमा)
और
मदीना
में
अदा
की
जाने
वाली
नमाजें
अदा
करेंगे। 


मिलेगा
दोहरा
मजा

सऊदी
अरब
में
चांद
दिखाई
के
लिहाज
से
9
या
10
अप्रैल
को
ईद
का
त्योहार
मनाया
जाएगा।
जबकि
अपने
देश
में
ये
त्यौहार
11
या
12
को
मनाए
जाने
की
संभावना
है।
ऐसे
में
सफर

उमराह
पर
पहुंचे
लोगों
को
सऊदी
अरब
और
हिंदुस्तान
दोनों
देशों
के
त्योहार
की
खुशियां
नसीब
हो
सकती
हैं।


इतना
मजमा,
सऊदी
भी
आश्चर्य
में

माह

रमजान
में
उमराह
पर
जाने
वालों
की
तादाद
हमेशा
ज्यादा
रहती
है।
लोग
अन्य
महीनों
की
बजाए
इस
माह
में
उमराह
को
तरजीह
देते
हैं।
लेकिन
बताया
जा
रहा
है
कि
इस
साल
मक्का
मदीना
पहुंचे
अकीदतमंदों
की
तादाद
गत
वर्षों
के
मुकाबले
बहुत
ज्यादा
है।
इसका
नतीजा
यह
है
कि
मक्का
और
मदीना
में
होटल्स,
लोकल
ट्रेवल्स
और
खानपान
के
इंतजाम
कम
पड़ते
नजर

रहे
हैं।
बताया
जा
रहा
था
कि
एक
टूर
ग्रुप
के
होटल
खाली
करने
से
पहले
कई
दूसरे
टूर
ग्रुप
अपनी
आमद
दर्ज
कराने
के
लिए
तैयार
दिखाई
देते
हैं।
बढ़ी
हुई
मुसाफिरों
की
तादाद
ने
मक्का
मदीना
के
एयरपोर्ट
और
स्थानीय
बाजारों
में
अतिरिक्त
भीड़
के
हालात
बना
दिए
हैं।