Damoh News: ड्राइविंग स्कूल में ट्रेनिंग लेने के बाद ही बनेगा लाइसेंस, छतरपुर की एजेंसी दमोह में खोलेगी स्कूल

Damoh License will be made only after taking training in driving school

जिला
परिवहन
कार्यालय

विस्तार

अब
ड्राइविंग
लाइसेंस
बनना
इतना
आसान
नहीं
होगा
उसके
पहले
ड्राइविंग
स्कूल
में
ट्रेनिंग
लेनी
होगी।
दमोह
में
आने
वाले
कुछ
दिनों
में
ड्राइविंग
स्कूल
का
निर्माण
होगा।
इसके
लिए
राशि
भी
जारी
हो
गई
है।
जहां
वाहन
चालकों
को
ट्रेनिंग
दी
जाएगी
फिर
वाहन
चलाने
का
लाइसेंस
बनेगा।
इसके
लिए
छतरपुर
की
एक
निजी
एजेंसी
दमोह
में
स्कूल
खोलेगी।
इससे
परिवहन
विभाग
का
काम
भी
आसान
हो
जायेगा
क्योंकि
उनके
पास
कर्मचारियों
की
वैसे
भी
कमी
है।


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जिले
की
सड़कों
पर
हर
साल
हजारों
वाहन
बढ़
रहे
हैं।
जिससे
सड़कों
पर
यातातात
का
दबाव
बढ़ने
के
साथ
ही
सड़क
हादसों
में
भी
इजाफा
हो
रहा
है।
ऐसे
में
लोगों
को
सुरक्षित
सफर
करने
के
लिए
अब
जिला
स्तर
पर
ड्राइविंग
स्कूल
खोला
जा
रहा
है।
जिसके
लिए
केंद्रीय
सड़क
परिवहन
मंत्रालय
द्वारा
मंजूरी
प्रदान
की
गई
है।
जिसकी
प्रक्रिया
भी
शुरू
हो
गई
है।
केंद्र
सरकार
द्वारा
इस
प्रोजेक्ट
के
लिए
2
करोड़
37
लाख
रुपए
की
राशि
भी
स्वीकृत
की
गई
है।
जिसमें
एक
करोड़
की
राशि
एजेंसी
को
सब्सिडी
के
रूप
में
मिलेगी।


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दमोह
में
ड्राइविंग
स्कूल
बनने
के
बाद
यहां
पर
विशेषज्ञों
द्वारा
वाहन
चालकों
को
ट्रेनिंग
दी
जाएगी।
ट्रेनिंग
के
बाद
एक
सर्टिफिकेट
मिलेगा।
इसके
बाद
ही
परिवहन
विभाग
द्वारा
सर्टिफिकेट
के
आधार
पर
भारी,
मध्यम

छोटे
वाहनों
के
लिए
लाइसेंस
जारी
किए
जाएंगे।
अधिकारियों
के
बताए
अनुसार
ड्राइविंग
स्कूल
बनने
में
एक
साल
तक
का
समय
लग
सकता
है।
बता
दें
कि
अभी
तक
दमोह
में
कोई
ड्राइविंग
स्कूल
नहीं
हैं।
जिससे
वाहन
चालक
स्वयं
ही
अन्य
वाहन
चालकों
से
वाहन
चलाना
सीखते
हैं।
ड्राइविंग
लाइसेंस
के
पहले
परिवहन
विभाग
एक
बार
इनका
टेस्ट
लेता
है।


लगाई
जाएंगी
आधुनिक
मशीनें

अधिकारियों
के
अनुसार
एजेंसी
द्वारा
करीब
3.5
एकड़
जमीन
पर
ड्राइविंग
स्कूल
बनाया
जाएगा।
हालांकि
अभी
उसके
लिए
जगह
चिन्हित
नहीं
हुई
है।
इसमें
ड्राइविंग
टेस्ट
ट्रैक
होगा।
इसमें
सीसीटीवी
कैमरे
लगाए
जाएंगे।
एक
यार्ड
भवन
में
आधुनिक
मशीनें
लगाई
जाएंगी।
साथ
ही
वाहनों
की
पार्किंग
सहित
बैठने

पीने
के
पानी
की
व्यवस्था
होगी।
ड्राइविंग
स्कूल
में
भारी
वाहनों
के
अलावा
मध्यम
एवं
अन्य
छोटे
वाहनों
के
लिए
स्कूल
की
तरह
पढ़ाइ
कराई
जाएगी।
साथ
ही
टेस्ट
ट्रैक
पर
बस,
ट्रक,
कार,
लोडिंग
अन्य
वाहनों
की
फिजिकल
ट्रेनिंग
दी
जाएगी।
इसके
लिए
एजेंसी
को
स्वयं
ही
एक
भारी
वाहन,
एक
कार
रखनी
होगी।
ट्रेनिंग
के
लिए
एजेंसी
संबंधित
वाहन
चालकों
से
फीस
लेगी।
जिला
परिवहन
अधिकारी
क्षितिज
सोनी
ने
बताया
दमोह
में
ड्राइविंग
स्कूल
की
स्वीकृति
केंद्र
शासन
से
मिल
चुकी
है।
एजेंसी
भी
तय
हो
चुकी
है।
जो
शहर
के
आसपास
जल्द
ही
ड्राइविंग
टेस्ट
स्कूल
बनाने
की
प्रक्रिया
शुरू
करेगी।
संभवत
10
माह
में
यह
बनकर
तैयार
हो
जाएगा।