
रेलवे
स्टेशन
को
विकसित
किया
जा
रहा
है।
अमृत
भारत
योजना
के
तहत
दमोह
के
रेलवे
स्टेशन
का
नवीनीकरण
किया
जा
रहा
है।
छह
महीने
में
दमोह
रेलवे
स्टेशन
पर
भी
अत्याधुनिक
सुविधाएं
यात्रियों
को
मिलने
लगेंगी।
यह
स्टेशन
भी
अब एयरपोर्ट
की
तरह
दिखाई
देने
लगेगा।
रेलवे
स्टेशन
पर
25
करोड़
रुपये
की
लागत
से
तीन
चरणों
में
काम
होना
है।
पहले
एवं
दूसरे
चरण
का
काम
चल
रहा
है।
इसमें
स्टेशन
के
सर्कुलेटिंग
एरिया
को
तोड़कर
नया
आकार
दिया
जा
रहा
है।
स्टेशन
के
बाहर
दो
मुख्य
गेट
बनाए
जा
रहे
हैं।
इसके
अलावा
बाहरी
आवरण
को
तोड़कर
एयरपोर्ट
की
तर्ज
पर
नया
लुक
दिया
जा
रहा
है।
स्टेशन
के
बाहर
नया
पार्किंग
स्थल
बनाया
जा
रहा
है।
चारों
ओर
से
सीसी
का
कार्य
पूरा
हो
चुका
है।
पूरे
क्षेत्र
में
लैम्प
लगाए
जा
रहे
हैं। यहां
दोपहिया
एवं
चार
पहिया
वाहनों
को
एक
साथ
पार्क
किया
जा
सकेगा।
इधर
प्लेटफॉर्म
नंबर
एक
की
ऊंचाई
बढ़ाने
का
काम
पूरा
हो
चुका
है।
अब
इसमें
लगाए
गए
मार्बल
स्टोन
की
फिनिशिंग
का
काम
चल
रहा
है।
इसी
तरह
प्लेटफॉर्म
नंबर
एक
एवं
दो
पर
भी
पुराने
फर्श
पर
लगे
मार्बल
को
उखाड़कर
नए
मार्बल
स्टोन
लगाे
जा
रहे
हैं।
टीनशेड
की
लंबाई
बढ़ाने
के
लिए
गड्ढे
भी
खोदे
जा
चुके
हैं।
नए
भवनों
का
निर्माण
किया
जा
रहा
है
आरक्षण
केंद्र
एवं
बिजली
ऑफिस
के
लिए
विश्राम
गृह
के
बाजू
से
पुराने
भवन
को
तोड़कर
नए
भवन
बनाए
जा
रहे
हैं।
भवन
बनने
के
बाद
ही
आरक्षण
केंद्र
व
बिजली
ऑफिस
को
शिफ्ट
किया
जाएगा।
इसके
बाद
बिजली
ऑफिस
को
तोड़कर
वहां
पर
दो
नंबर
गेट
बनेगा।
आरक्षण
केंद्र
की
जगह
मिनी
गार्डन
बनाया
जाएगा।
तीसरे
चरण
में
बनेगा
फुटब्रिज
व
एस्केलेटर
दमोह
स्टेशन
पर
एक
नया
फुटब्रिज
भी
स्वीकृत
है।
यह
प्लेटफॉर्म
नंबर
एक
के
माल
गोदाम
के
आगे
से
प्लेटफॉर्म
नंबर
दो
के
टीनशेड
एरिया
के
सामने
तक
बनेगा।
इसी
नए
फुटब्रिज
पर
एस्केलेटर
भी
लगाया
जाएगा।
उसके
बाजू
से
सीढ़ियां
भी
लगेंगी।
यह
काम
तीसरे
चरण
में
होगा।
बदल
जाएगा
स्टेशन
का
स्वरूप
स्टेशन
प्रबंधक
मुकेश
कुमार
जैन
ने
बताया
कि
अमृत
भारत
योजना
के
तहत
स्टेशन
के
जीणोद्धार
का
काम
जोरों
पर
चल
रहा
है।
आगामी
दिनों
में
स्टेशन
का
पूरा
स्वरूप
बदल
जाएगा
और
यह
किसी
एयरपोर्ट
की
तरह
नजर
आएगा।
पूरे
काम
होने
में
करीब
छह
से
आठ
माह
का
समय
लग
सकता
है।