
कार्रवाई
करती
नारकोटिक्स
विभाग
की
टीम।
–
फोटो
:
सोशल
मीडिया
विस्तार
दौसा
में
नारकोटिक्स
विभाग
की
कार्रवाई
से
दवा
विक्रेताओं
में
हड़कंप
मच
गया।
कई
दवा
विक्रेता
नारकोटिक्स
विभाग
की
कार्रवाई
के
डर
से
अपनी
दुकान
बंद
कर
भाग
गए।
नारकोटिक्स
ब्यूरो
की
टीम
सुंदर
दास
मार्ग
के
पास
खादी
भंडार
रोड
पर
स्थित
धीरज
अग्रवाल
के
मेडिल
स्टोर
पर
पहुंची
जहां
एक-एक
कर
दवा
को
खंगाला
कर
नशीली
दवाएं
जब्त
की।
नारकोटिक्स
ब्यूरो
की
टीम
धीरज
अग्रवाल
को
भी
अपने
साथ
जयपुर
ले
गई। नारकोटिक्स
ब्यूरो
जयपुर
के
इंस्पेक्टर
बलवंत
कुमार
के
नेतृत्व
में
दौसा
पहुंची
टीम
के
बलवंत
कुमार
ने
बताया
कि
दुकान
संचालक
को
डिटेन
किया
है।
उनसे
मामले
में
संबंध
में
पूछताछ
की
जाएंगी।
बता
दें
कि
जोधपुर
में
नशीली
दवाओं
की
फैक्ट्री
का
खुलासा
होने
के
बाद
नारकोटिक्स
विभाग
की
टीम
प्रदेश
भर
में
कार्रवाई
कर
रहा
है।
जिसके
चलते
नारकोटिक्स
ब्यूरो
की
टीम
ने
दौसा
में
बुधवार
को
छापा
मारा
था।
पिछले
कई
साल
दौसा
में
नशे
का
कारोबार
बढ़
रहा
है।
जिसके
चलते
युवा
इस
नशे
के
आदी
बनते
जा
रहे
हैं।
दौसा
शहर
में
ही
नहीं
बल्कि
जिलेभर
में
नशीली
दवाओं
का
कारोबार
बड़े
पैमाने
पर
फल
फूल
रहा
है।
शहर
में
रेलवे
ओवरब्रिज,
लालसोट
रोड,
खादी
भंडार
रोड
इलाके
सहित
कई
जगहों
पर
नशे
का
कारोबार
परवाना
चढ़ने
लगा
है।
विज्ञापन
विज्ञापन
सूत्रों
की
माने
तो
दौसा
में
ड्रग्स
के
अलावा
कई
नशीले
पदार्थों
का
कारोबार
भी
दवाओं
की
आड़
में
धड़ल्ले
से
चल
रहा
है।
नशीली
गोलियां
बड़ी
मात्रा
बिक
रही
हैं,
कुछ
नशेड़ी
तो
एक
कपड़े
में
नशीला
पदार्थ
रखकर
सूंघते
हुए
दिन
भर
नेहरू
गार्डन
के
अंदर
और
बाहर
के
आसपास
के
इलाके
में
बड़े
आराम
से
देखे
जा
सकते
हैं।
जिनमें
अधिकांश
युवा
है,
जिनकी
उम्र
25
साल
से
कम
है।