Indore: स्वच्छता रैंकिंग में लगातार आगे रहकर इंदौर ने तोड़ा दूसरे शहरों का हौसला, इसलिए बनाई प्रीमियर लीग

इंदौर
स्वच्छता
के
मामले
में
टाॅप
है।
एक-दो
बार
नहीं,
बल्कि
सात
बार
से
लगातार
स्वच्छता
रैंकिंग
में
इंदौर
को
देश
के
दूसरे
शहर
पीछे
नहीं
कर
पाए

रैंकिंग
में
प्रतिस्पर्धा
का
माहौल
बना
रहे,
इसलिए
आखिरकार
शहरी
विकास
मंत्रालय
को
अलग
क्लब
बनाना
पड़ा।
उसमेें
उन
शहरों
को
रखा
गया,
जो
तीन
साल
से
रैंकिंग
में
टाॅप
थ्री
में
है।
इस
लीग
में
शामिल
14
शहरों
की
नंबरों
के
आधार
पर
रैंकिंग
दी
जाएगी,
या
सिर्फ
स्वच्छता
लीग
पुरस्कार
दिया
जाएगा।
इसका
खुलासा
17
जुलाई
को
होने
विज्ञान
भवन
में
होने
वाले
कार्यक्रम
में
ही
पता
चलेगा।
प्रीमियर
लीग
के
शहरों
का
आंकलन
भी
12500
नंबरों
के
आधार
पर
ही
होगा।
लीग
में
शामिल
जो
शहर
85
प्रतिशत
अंक
नहीं
ला
पाते
है
तो
वे
फिर
प्रीमियर
क्लब
से
बाहर
हो
जाएंगे।


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क्या
है
स्वच्छता
प्रीमियर
लीग

केंद्रीय
शहरी

आवास
मंत्रालय
ने
स्वच्छता
सर्वेक्षण
2024
के
लिए
पहली
बार
यह
लीग
बनाई।
पहले
प्राप्त
अंकों
के
आधार
पर
रैंकिंग
घोषित
हो
जाती
थी।
लीग
में
शामिल
शहरों
को
विशेष
पुरस्कार
दिए
जाएंगे।
इन
लीग
में
वे
शहर
शामिल
है,
जिन्हें
स्वच्छता
के
मामले
में
दूसरे
शहर
रोड
माॅडल
के
रुप
में
देखते
है।


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केंद्रीय
मंत्री
खट्टर
ने
कहा
था
कि
इंदौर
के
पहले
स्थान
पर
आने
से
तकलीफ
होने
लगी

केद्रीय
शहरी
विकास
मंत्री
मनोहर
लाल
खट्टर
ने
भोपाल
में
आयोजित
एक
कार्यक्रम
में
कहा
था
कि
सात
साल
से
इंदौर
लगातार
स्वच्छता
रैंकिंग
में
पहले
स्थान
पर
आ रहा
है।
इससे
दूसरे
लोगों
को
तकलीफ
होने
लगी
थी।
वे
कहते
थे
कि
हर
साल
इंदौर
को
ही
नंबर
वन
आना
है
तो
फिर
हमें
काम
क्यों
करना।

 


ये
शहर
शामिल
है
स्वच्छता
लीग
में

इंदौर
के
साथ
14
शहर
स्वच्छता
लीग
में
शामिल
है।
इनमें
सूरत,
नवी
मुबंई,
चंडीगढ़,
नोएडा,
तिरुपति,
अंबिकापुर,
नई
दिल्ली,सासवड़,
पाटन,
नोएडा,
उज्जैन,
पंचगनी,
वीटा,
बुदनी
जैसे
शहर
शामिल
हैं।
ये
सभी
शहर
बीते
तीन
वर्षों
में
टाॅप
थ्री
रैंकिंग
में
रहे।