
एम्बुलेंस
में
व्यवस्थाएं
नहीं
होने
से
नाराज
राज्यपाल
गेहलोत
ने
कलेक्टर
आशीष
सिंह
को
फोन
लगाकर
नाराजगी
भी
जताई।
वे
काफिले
में
मौजूद
अफसरों
पर
भी
नाराज
हुए।
इस
लापरवाही
के
बाद
अधिकारी
एक-दूसरे
पर
पल्ला
झाड़ते
रहे।

सांकेतिक
फोटो
–
फोटो
:
सोशल
मीडिया
विस्तार
कर्नाटक
के
राज्यपाल
थावरचंद
गेहलोत
के
काफिले
में
चूक
नजर
आई।
एयरपोर्ट
जाते
समय
उनकी
नातिन
की
तबीयत
बिगड़ी
तो
काफिले
की
एम्बुलेंस
में
डाक्टर
तैनात
नहीं
थे।
उसमें
आक्सीजन
भी
नहीं
थी।
राज्यपाल
काफिले
को
बांबे
अस्पताल
ले
गए
और
नातिन
का
इलाज
कराया।
इस
मामले
में
कलेक्टर
ने
स्वास्थ्य
विभाग
के
प्रोटोकाॅल
अधिकारी
प्रवीण
सांखला
को
निलंबित
कर
दिया
है।
एम्बुलेंस
में
व्यवस्थाएं
नहीं
होने
से
नाराज
राज्यपाल
गेहलोत
ने
कलेक्टर
आशीष
सिंह
को
फोन
लगाकर
नाराजगी
भी
जताई।
वे
काफिले
में
मौजूद
अफसरों
पर
भी
नाराज
हुए।
इस
लापरवाही
के
बाद
अधिकारी
एक-दूसरे
पर
पल्ला
झाड़ते
रहे।
मुख्य
स्वास्थ्य
अधिकारी
बीएल
सैत्या
ने
बताया
कि
वीआईपी
ड्यूटी
के
लिए
प्रोटोकाॅल
अधिकारी
डाक्टर
नियुक्त
करते
है।
एम्बुलेंस
में
भी
आवश्यक
उपकरण
की
व्यवस्था
का
इंतजाम
उन्हें
करना
होता
हैै।
उनसे
स्पष्टीकरण
मांगा
हैै।
चूक
कहा
हुई।
इसकी
जांच
हम
कर
रहे
है।
उधर
काफिले
में
हुई
इस
लापरवाही
पर
कलेक्टर
आशीष
सिंह
ने
प्रोटोकाॅल
अधिकारी
प्रवीण
सांखला
को
निलंबित
कर
दिया
है।
राज्यपाल
थावरचंद
गेहलोत
की
नातिन
की
तबीयत
ठीक
है।
बांबे
अस्पताल
में
उसका
इलाज
जारी
है।
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