
crime
a
–
फोटो
:
सोशल
मीडिया
विस्तार
पिता
ने
मोबाइल
के
लिए
डांट
दिया
तो
18
वर्षीय
बालिका
ने
फांसी
लगाकर
जान
दे
दी।
जब
वो
काम
से
लौटे
तो
घटना
का
पता
चला।
घटना
इंदौर
के
मूसाखेड़ी
क्षेत्र
की
है।
आजाद
नगर
पुलिस
ने
बताया
कि
रविवार
को
सलोनी
परमार
निवासी
मूसाखेड़ी
(18)
ने
अपने
घर
में
फांसी
लगाकर
जान
दी।
सलोनी
के
पिता
फर्नीचर
से
जुड़ा
काम
करते
हैं।
पिता
महेश
परमार
ने
पुलिस
को
बताया
कि
उनकी
दो
बेटियां
और
एक
बेटा
है।
सलोनी
10वीं
की
स्टूडेंट
थी।
सलोनी
सुबह
मोबाइल
चला
रही
थी
इस
पर
मैंने
उसे
कहा
कि
ज्यादा
मोबाइल
चलाना
सेहत
के
लिए
खराब
है।
इसके
बाद
वे
काम
पर
चले
गए।
उस
वक्त
सलोनी
और
बाकी
बच्चे
अपने-अपने
कामों
में
लग
गए।
इसके
बाद
मुझे
शाम
को
सूचना
मिली
कि
बेटी
सलोनी
ने
फांसी
लगा
ली
है।
मैं
शाम
को
घर
पहुंचा
तो
देखा
कि
दूसरी
मंजिल
पर
उसने
फांसी
लगा
ली
है।
इसके
बाद
हमने
तुरंत
पुलिस
को
सूचना
दी।
पुलिस
मोबाइल
की
जांच
कर
रही
पुलिस
ने
मामले
को
जांच
में
लिया
है।
सलोनी
के
फोन
की
भी
जांच
की
जाएगी।
सोमवार
को
शव
का
पोस्टमार्टम
कराया
गया
है।
छात्रा
की
सोशल
मीडिया
प्रोफाइल
और
मोबाइल
कॉल
डिटेल
भी
निकाली
जा
रही
है।
विज्ञापन
विज्ञापन
दस
साल
के
भाई
ने
बहन
को
फंदा
लगाते
देखा
एक
अन्य
मामला
इंदौर
के
तेजाजी
नगर
में
हुआ।
यहां
22
साल
की
एक
युवती
उषा
ने
फांसी
लगाकर
सुसाइड
कर
लिया।
दस
साल
के
भाई
ने
बहन
को
फांसी
लगाते
हुए
देखा
तो
रोते
हुए
आसपास
के
लोगों
को
बताया।
घर
पर
सिर्फ
पिता
थे
जो
दो
दिन
के
लिए
गांव
गए
हुए
थे।
मां
चार
साल
पहले
पिता
से
अलग
हो
गई
थी।
उषा
की
तीन
बहनें
और
एक
भाई
है।
दो
बहनों
की
शादी
हो
गई
थी
और
सबसे
छोटी
बहन
को
मां
साथ
लेकर
अलग
हो
गई।
उषा
अपने
भाई
के
साथ
पिता
के
पास
रहती
थी।