
युवक
की
मौत
के
बाद
हंगामा
करते
हुए
परिजन
विस्तार
मध्यप्रदेश
के
शाजापुर
जिले
के
सुनेरा
में
बुधवार
को
एक
मजदूर
को
पानी
की
मोटर
के
तार
समेटने
के
दौरान
करंट
लग
गया।
साथी
मजदूर
और
ठेकेदार
निजी
अस्पताल
में
इलाज
के
लिए
लेकर
पहुंचे,
लेकिन
उसने
दम
तोड़
दिया।
साथी
मजदूर
और
उसके
परिजनों
ने
अस्पताल
प्रबंधन
पर
लापरवाही
बरतने
और
पैसे
मांगने
के
आरोप
लगाए
हैं।
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जानकारी
के
अनुसार,मृत
युवक
एक
मकान
का
काम
कर
रहा
था,
जहां
पानी
की
मोटर
के
तार
समेटने
के
दौरान
वह
करंट
की
चपेट
में
आ
गया।
इसके
पश्चात
युवक
को
उपचार
के
लिए
निजी
अस्पताल
एरिक
में
लाया
गया,
जहां
उपचार
के
दौरान
उसने
दम
तोड़
दिया।
मृत
युवक
के
भाई
राहुल
फुलेरिया
ने
बताया
कि
अस्पताल
प्रबंधन
की
लापरवाही
की
वजह
उसके
भाई
सुरेश
फुलेरिया
(मजदूर)
की
जान
गई
है।
मजदूर
के
भाई
ने
बताया
कि
वह
उसके
भाई
के
साथ
एक
निर्माणाधीन
शासकीय
कार्यालय
में
काम
कर
रहे
थे,
तभी
ठेकेदार
द्वारा
पानी
की
मोटर
के
लाइट
के
तार
हटाने
का
काम
सुरेश
फुलेरिया
को
दिया
गया।
सुरेश
तार
हटाने
गया
और
उसी
दौरान
वह
अचानक
करंट
की
चपेट
में
आ
गया।
उसे
गंभीर
अवस्था
में
शाजापुर
में
स्थित
एक
निजी
अस्पताल
एरिक
में
ले
जाया
गया,
जहां
उसकी
सांस
चल
रही
थी
और
वह
जिंदा
था,
लेकिन
कुछ
समय
बाद
ही
डॉक्टरों
ने
उसे
मृत
घोषित
कर
दिया।
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मृतक
के
भाई
का
आरोप
है
कि
डॉक्टर
की
लापरवाही
की
वजह
से
उसके
भाई
सुरेश
ने
दम
तोड़ा,
जिस
मामले
में
परिजनों
ने
अस्पताल
परिसर
में
हंगामा
खड़ा
कर
दिया।
हंगामे
की
सूचना
पर
मौके
पर
कोतवाली
पुलिस
की
टीम
भी
पहुंची
और
मामला
शांत
करवाया।
उक्त
मामले
में
पुलिस
ने
मर्ग
कायम
करते
हुए
मामला
जांच
में
लिया
है,जिसके
पश्चात
आगामी
कार्रवाई
करने
की
बात
कही
जा
रही
है।