
मुर्तजा
भाई,
महेश
सोलंकी
और
पंडित
राजेश
त्रिवेदी
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
विश्व
प्रसिद्ध
श्री
महाकालेश्वर
मंदिर
में वर्ष
2023
में
पिछले
वर्ष
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
करने
आने
वाले
श्रद्धालुओं
ने
सारे
रिकॉर्ड
तोड़
दिए
थे।
पिछले
वर्ष
31
दिसंबर
और
एक जनवरी
को
लगभग
आठ लाख
श्रद्धालुओं
ने
चलित
भस्म
आरती
के
साथ
ही
मंदिर
की
अन्य
व्यवस्थाओं
के
अंतर्गत
बाबा
महाकाल
के
दर्शनों
का
लाभ
लिया
था।
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श्री
महाकालेश्वर
प्रबंध
समिति
द्वारा
इस
वर्ष
भी
इतने
ही
भक्तों
के
नव
वर्ष
पर
उज्जैन
पहुंचने
को
लेकर
सभी
प्रकार
की
व्यवस्थाएं
जुटाई
है।
लेकिन
शहर
में
दिखाई
देने
वाली
भक्तों
की
भीड़
अब
पहले
की
तरह
नजर
नहीं
आ
रही
है।
देश-विदेश
से
आने
वाले
भक्त
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
करने
के
लिए
उज्जैन
आ
रहे
हैं।
लेकिन
उनकी
संख्या
पिछले
वर्ष
की
अपेक्षा
काफी
कम
है।
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खाली
पड़े
होटल
होटल
पिंगाक्ष
कुटी
के
महेश
सोलंकी
ने
बताया
कि
प्रयागराज
में
होने
वाले
महाकुंभ
और
भगवान
रामलला
के
भव्य
मंदिर
के
कारण
इस
वर्ष
श्रद्धालु
बाबा
महाकाल
के
दरबार
में
आने
की
बजाय
इन
दोनों
ही
स्थान
पर
अत्यधिक
संख्या
में
पहुंच
रहे
हैं।
यही
कारण
है
कि शहर
के होटलों
के
हालात
कुछ
ऐसे
हैं
कि
वेटिंग
पर
मिलने
वाले
रूम
की
ऑनलाइन
बुकिंग
भी
नहीं
हो
रही
है। स्थितियां
कुछ
ऐसी
हैं
कि
शहर
के
होम
स्टे
तो
जैसे
खाली
ही
पड़े
हैं।
होटल
इंपिरियल
के
रिजर्वेशन
मैनेजर
मुर्तजा
भाई
ने
बताया
कि
पिछले
वर्ष
की
अपेक्षा
इस
वर्ष
श्रद्धालु
काफी
कम
संख्या
में
उज्जैन
पहुंचे
हैं।
पिछले
दो वर्षों
से
मंदिर
में
प्रति
नव
वर्ष
पर
लाखों
की
संख्या
में
श्रद्धालु
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
करने
आते
रहे
हैं।
लेकिन
इस
वर्ष
श्रद्धालुओं
की
संख्या
में
कमी
आई
है।
जबकि
होटल
रुद्राक्ष
के
पंडित
राजेश
त्रिवेदी
ने
बताया
कि
प्रयागराज
कुंभ
और
राम
मंदिर
के
कारण
बड़ी
संख्या
में
श्रद्धालु
इन
क्षेत्रों
में
पुण्य
लाभ
अर्जित
करने
जा
रहे
हैं। यही
कारण
है
कि
श्रद्धालुओं
की
संख्या
में
कमी
आई
है।
श्रद्धालुओं
के
न आने
के
कारण
सबसे
ज्यादा
फर्क
होटल
व्यवसाय
को
पड़ेगा।
जानिए
2015
से
2023
तक
कितने
नव
वर्ष
पर
कितने
श्रद्धालुओं
ने
किए
महाकाल
के
दर्शन
महाकालेश्वर
मंदिर
में
नव
वर्ष
पर
आने
वाले
श्रद्धालुओं
की
की
जाए
तो
पता
चलेगा
कि
वर्ष
2015
में
लगभग
50
हजार
श्रद्धालु
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
कर
नववर्ष
की
शुरुआत
करते
थे।
लेकिन
2016,
2017,
2018
और 2019
में
लगातार
श्रद्धालुओं
की
संख्या
बढ़ने
लगी
और
लगभग
श्रद्धालु
भगवान
के
दर्शन
करने
उज्जैन
आने
लगे।
2020
और
2021
के
कोरोना
काल
में
श्रद्धालुओं
की
संख्या
जरूर
काम
रही,
लेकिन
वर्ष
2022
में
जब
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
महाकाल
लोक
का
उद्घाटन
किया,
उसके
बाद
धार्मिक
नगरी
उज्जैन
आने
वाले
श्रद्धालुओं
ने
सारे
रिकॉर्ड
तोड़
दिए।
वर्ष
2022
में
महाकाल
लोक
के
उद्घाटन
के
बाद
लगभग
छह लाख
श्रद्धालु
महाकाल
लोक
देखने
और
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
करने
उज्जैन
आए
थे,
जिसके
बाद
पिछले
वर्ष
2023
में
31
दिसंबर
और
एक जनवरी
को
लगभग
आठ लाख
श्रद्धालुओं
ने
बाबा
महाकाल
के
दर्शन
किए
थे।