मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
रविवार
को
मध्य
प्रदेश
में
निवेश
अवसरों
पर
सूरत
(गुजरात)
में
इंटरैक्टिव
सेशन
को
संबोधित
किया।
सीएम
ने
कहा
उद्योग-व्यापार
संचालन
के
लिए
प्रक्रियाओं
में
सरलता,
पारदर्शिता,
निष्पक्षता
और
समय
सीमा
के
पालन
के
लिए
राज्य
सरकार
प्रतिबद्ध
है।
मध्य
प्रदेश
भारी
उद्योग,
एमएसएमई
और
कुटीर
उद्योगों
में
तेजी
से
बढ़
रहा
है।
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
कहा
कि
गुजरात
वासियों
ने
अपनी
क्षमता,
योग्यता
और
प्रबंधन
के
बलबूते
पर
व्यापार,
उद्योग
और
तकनीक
के
क्षेत्र
में
श्रेष्ठता
स्थापित
की
है।
गुजरात
वासियों
ने
देश-दुनिया
में
अपनी
विशेष
पहचान
बनाई
है। मुख्यमंत्री
ने
कहा
है
कि
मध्य
प्रदेश
में
औद्योगिक
विकास
को
गति
देने
तथा
प्रदेश
में
निवेश
प्रक्रिया
को
अधिक
सुविधाजनक
बनाने
के
लिए
मध्य
प्रदेश
औद्योगिक
विकास
निगम
का
एक
कार्यालय
अहमदाबाद
में
आरंभ
किया
जाएगा।
मध्य
प्रदेश
में
निवेश
आकर्षित
करने
की
पहल
सूरत
में
रंग
लाई
जहां
निवेशकों
से
15,710
करोड़
से
अधिक
के
निवेश
प्रस्ताव
हुए
हैं।
इन
प्रस्तावों
के
जमीन
पर
उतरने
पर
11,250
से
अधिक
लोगों
को
रोजगार
मिलने
की
संभावना
है।
औद्योगिक
तथा
व्यापार
गतिविधियों
को
विस्तार
देने
के
लिए
प्रक्रियाओं
में
सरलता,
सुगमता,
निष्पक्षता,
पारदर्शिता
और
समय
सीमा
का
पालन
महत्वपूर्ण
है।
राज्य
सरकार
इन
सभी
बिंदुओं
के
साथ
प्रदेश
में
पूर्ण
प्रतिबद्धता
से
कार्य
कर
रही
है।
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सीएम
ने
कहा
कि
वर्ष
2025
को
उद्योग
एवं
रोजगार
वर्ष
के
रूप
में
मनाते
हुए
प्रदेश
भारी
उद्योग,
एमएसएमई
सहित
लघु
और
कुटीर
उद्योगों
में
तेजी
से
आगे
बढ़
रहा
है।
सूरत
ऐतिहासिक
रूप
से
देश-दुनिया
में
उद्योग
और
व्यापार
का
प्रमुख
केंद्र
है।
प्रदेश
में
निवेश
और
रोजगार
के
अवसरों
को
बढ़ाने
के
उद्देश्य
से
औद्योगिक
समूहों
से
जुड़ाव
बढ़ाने
के
लिए
राज्य
सरकार
द्वारा
यह
इंटरैक्टिव
सेशन
आयोजित
किया
गया
है।
मुख्यमंत्री
डॉ.
यादव
ने
टेक्सटाइल,
केमिकल,
फार्मा,
इंजीनियरिंग
और
जेम्स
और
ज्वैलरी
सेक्टर
के
18
से
अधिक
उद्योग
प्रतिनिधियों/कंपनियों
के
वरिष्ठ
अधिकारियों
से
वन-टू-वन
बैठक
में
विस्तृत
चर्चा
की। मुख्यमंत्री
ने
प्रदेश
के
भौगोलिक
विस्तार,
औद्योगिक
क्षमताओं,
अधोसंरचना
और
नीतिगत
नवाचारों
की
जानकारी
देते
हुए
कहा
कि
प्रदेश
की
39
प्रतिशत
कृषि
विकास
दर,
विभिन्न
उद्योगों
के
लिए
आवश्यक
कौशल
से
युक्त
मानव
संसाधन
और
पर्याप्त
खनिज
उपलब्धता
राज्य
को
सभी
सेक्टर्स
के
लिए
उपयुक्त
बनाते
हैं।
प्रदेश
में
वस्त्र
उद्योग,
फार्मास्युटिकल,
स्वास्थ्य,पर्यटन
सहित
सभी
क्षेत्रों
में
विस्तार
की
पर्याप्त
संभावना
है।
हमारी
सरकार
ने
संकल्प
लिया
है
कि
सब्सिडी
डीबीटी
के
माध्यम
से
सीधे
संबंधित
के
बैंक
खाते
में
पहुंचनी
चाहिए।
सरकार
ने
छोटे
और
बड़े
सभी
कारोबारियों
को
उनके
हक
का
एक-एक
रुपया
भेजने
का
कार्य
किया
है।
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इंटरैक्टिव
सेशन
में
मिले
निवेश
प्रस्ताव
–
डिटॉक्स
कॉर्पोरेशन
प्राइवेट
लिमिटेड,
सेक्टर-
पर्यावरण,
निवेश-7500
करोड़,
अनुमानित
रोजगार
-7000
–
केपी
ग्रुप/केपीआई
ग्रीन
एनर्जी
लिमिटेड,
सेक्टर-
नवीकरणीय
ऊर्जा
परियोजनाएं,
निवेश-6500
करोड़,अनुमानित
रोजगार-1500
–
मिलेनियम
बेबीकेयर
और
केयरफिट
इंडस्ट्रीज,
सेक्टर-
टेक्सटाइल
और
तकनीकी
टेक्सटाइल,
निवेश-
600,
अनुमानित
रोजगार-900
–
जनरल
पॉलीफिल्म्स
प्राइवेट
लिमिटेड,
सेक्टर-
टेक्सटाइल,
निवेश-600
करोड़,
अनुमानित
रोजगार-
600
–
हच्छे
ग्रुप,
सेक्टर-
नवीकरणीय
ऊर्जा,
रबर
उद्योग,
अपशिष्ट
प्रबंधन,
निवेश-200
करोड़,
अनुमानित
रोजगार-400
–
स्टीम
हाउस
इंडिया
लिमिटेड,
सेक्टर-
औद्योगिक
गैस
आपूर्तिकर्ता,
निवेश-125
करोड़,
अनुमानित
रोजगार-
500
–
श्री
जगदंबा
पॉलीमर
लिमिटेड,
सेक्टर-
तकनीकी
टेक्सटाइल,
निवेश-
100
करोड़,
अनुमानित
रोजगार-
300।
–
जीएमटी
पैकर्स
प्राइवेट
लिमिटेड,
सेक्टर-
चाय
निर्माता
(तुलसी
चाय),
निवेश-
85
करोड़,
अनुमानित
रोजगार-
500