
सीहोर
में
युवती
की
गोली
मारकर
हत्या
करने
वाला
गिरफ्तार
–
फोटो
:
अमर
उजाला
विस्तार
प्रेम
प्रसंग
के
मामले
में
हुए
गोलीकांड
के
आरोपी
को
पुलिस
ने
तीसरे
दिन
बुधवार
को
सतराना
कोलार
नदी
के
पास
से
घेराबंदी
कर
गिरफ्तार
कर
लिया।
आरोपी
के
पास
से
कारतूस
सहित
देशी
पिस्टल
बरामद
की
है।
आरोपी
भागने
की
फिराक
में
था।
घटना
को
अंजाम
देने
के
तीसरे
दिन
आरोपी
वापस
भैरूंदा
के
आसपास
किन
कारणों
से
आया,
यह
सवाल
पुलिस
के
लिए
पहेली
बना
है।
आशंका
जताई
जा
रही
है
कि
यदि
पुलिस
आरोपी
को
गिरफ्तार
नहीं
करती
तो
संभवत:
अन्य
किसी
घटना
को
आरोपी
अंजाम
दे
सकता
था।
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प्रारंभिक
पूछताछ
में
आरोपी
प्रभु
दायमा
ने
स्वीकार
किया
है
कि
आरती
से
मैं
बेपनाह
मोहब्बत
करता
था,
इसलिए
मैं
उसे
किसी
और
की
होते
हुए
नहीं
देख
सकता
था।
लेकिन
मेरे
और
उसके
परिवार
वाले
मानने
को
तैयार
नहीं
थे।
आरती
भी
मुझसे
कई
दिनों
से
बात
नहीं
कर
रही
थी,
इसी
बात
से
मैं
परेशान
रहता
था।
इसलिए
मैंने
अपनी
मोहब्बत
को
हमेशा
के
लिए
मौत
की
नींद
सुला
दिया।
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क्या
था
मामला
उल्लेखनीय
है
कि
भैरूंदा
की
नारायण
सिटी
कॉलोनी
में
बीते
रविवार
रात्रि
8
बजे
के
लगभग
इंदर
सिंह
दायमा
के
घर
में
घुसकर
रेहटी
तहसील
के
मट्ठागांव
निवासी
प्रभु
दायमा
ने
गोलीकांड
की
घटना
को
अंजाम
दिया
था,
जिसमें
मौके
पर
मौजूद
19
वर्षीय
आरती
दायमा
को
दो
व
उसकी
मां
ललिता
को
गोली
के
छर्रे
लगने
से
गंभीर
अवस्था
में
सिविल
अस्पताल
में
भर्ती
कराया
गया
था।
इलाज
के
दौरान
आरती
की
आधे
घंटे
बाद
ही
मौत
हो
गई
थी
और
मां
को
गंभीर
अवस्था
में
भोपाल
रेफर
किया
गया
था।
जहां
अभी
भी
मां
का
इलाज
जारी
है।
जेल
जाने
में
हुई
बदनामी
से
नाराज
था
आरोपी
एसडीओपी
दीपक
कपूर
व
थाना
प्रभारी
घनश्याम
सिंह
दांगी
ने
बताया
कि
प्रभु
दायमा
आरती
से
एक
तरफा
प्यार
करता
था,
लेकिन
दोनों
का
आपस
में
चचेरे
भाई-बहन
का
रिश्ता
था।
इसलिए
परिवारजन
इस
बात
से
सहमत
नहीं
थे।
प्रभु
द्वारा
लगातार
आरती
को
परेशान
किए
जाने
पर
आरती
ने
इसकी
रिपोर्ट
25
फरवरी
को
थाने
में
दर्ज
की।
जिस
पर
पुलिस
ने
आरोपी
पर
प्रतिबंधात्मक
कार्रवाई
कर
उसे
जेल
भेज
दिया
था।
जेल
जाने
में
हुई
बदनामी
के
कारण
प्रभु
और
अधिक
नाराज
हो
गया
और
उसने
मौका
पाकर
रविवार
रात
को
आरती
को
अपनी
पिस्टल
का
निशाना
बनाते
हुए
मौत
की
नींद
सुला
दिया।
इस
दौरान
प्रभु
ने
अपनी
पिस्टल
से
चार
राउंड
फायर
किए,
जिसमें
दो
गोली
मृतिका
को
व
एक
गोली
के
छर्रे
उसकी
मां
को
लगे,
वहीं
एक
गोली
जमीन
पर
फायर
की
गई।
घटना
के
एक
दिन
पूर्व
की
थी
घर
की
रैकी
आरोपी
ने
पुलिस
को
बताया
कि
वह
सिर्फ
आरती
को
ही
नहीं
बल्कि
उसके
पूरे
परिवार
को
मौत
की
नींद
सुला
देना
चाहता
था,
इसके
लिए
आरोपी
ने
घटना
के
एक
दिन
पहले
शनिवार
को
नारायण
सिटी
कालोनी
में
पहुंचकर
घर
के
आसपास
की
रैकी
भी
की
थी।
रविवार
को
बरसात
होने
के
कारण
कॉलोनी
में
सूनेपन
का
फायदा
उठाकर
वह
आरती
के
घर
में
आया
और
गाली-गलौच
करते
हुए
उसने
आरती
पर
फायर
कर
दिया।
घटना
के
समय
आरती
के
पिता
सब्जी
लेने
बाजार
गए
थे।
घटना
को
अंजाम
देने
के
बाद
वह
छत
से
पड़ोसी
के
घर
से
होता
हुआ
मौके
से
फरार
हो
गया।
परिजनों
की
सुरक्षा
में
तीन
दिन
से
पहरा
दे
रही
थी
पुलिस
पुलिस
ने
बताया
कि
आरोपी
की
गिरफ्तारी
नहीं
होने
से
परिवारजन
भय
के
साए
में
थे
और
उन्होंने
पुलिस
से
सुरक्षा
की
मांग
की
थी,
जिसके
चलते
पिछले
तीन
दिनों
से
पुलिस
का
पहरा
पीड़ित
परिवार
के
घर
लगा
था।
पुलिस
को
शंका
थी
कि
आरोपी
की
जब
तक
गिरफ्तारी
नहीं
हो
जाती
तब
तक
परिवार
सुरक्षित
नहीं
है।
जिस
तरह
से
बुधवार
को
पुलिस
ने
आरोपी
के
पास
जिंदा
कारतूस
सहित
पिस्टल
बरामद
की
है,
उससे
यह
संभावना
प्रबल
हो
गई
थी
कि
आरोपी
अभी
भी
घटना
को
अंजाम
दे
सकता
था।
मुंबई
जाकर
फरारी
काटता
आरोपी,
जेब
में
नहीं
थी
फूटी
कौड़ी
पुलिस
ने
बताया
कि
आरोपी
प्रभु
पैसों
से
तंग
हो
चुका
था।
जेब
में
पैसे
न
होने
से
वह
मुंबई
नहीं
जा
सका,
जबकि
उसकी
योजना
थी
कि
वह
मुंबई
जाकर
फरारी
काटे।
लेकिन
उसके
सूत्रों
से
पता
चला
कि
पुलिस
की
टीम
उसे
पकड़ने
के
लिए
रवाना
हो
चुकी
हैं।
घटना
की
रात
आरोपी
ने
बाबई
और
तवा
डेम
के
बीच
रहकर
काटी।
इसके
बाद
वह
इटारसी
पहुंचा,
लेकिन
पैसों
के
अभाव
में
मुंबई
नहीं
जा
सका।
अपने
गांव
जाने
के
लिए
वह
आया
ओर
पैसों
के
इंतजाम
करने
के
बाद
वापस
मुंबई
की
ओर
भागना
चाहता
था।
पुलिस
अब
आरोपी
को
न्यायालय
में
पेश
कर
रिमांड
मांगेगी।
रिमांड
मिलने
के
बाद
आरोपी
से
घटना
के
संबंध
में
और
पूछताछ
करेगी।
पुलिस
के
लिए
बड़ा
सवाल
पिस्टल
बना
हुआ
है।
आरोपी
के
पास
पिस्टल
कहां
से
आई।