

दिग्विजय
सिंह
–
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मध्य
प्रदेश
विधानसभा
चुनाव
के
बाद
कांग्रेस
के
नेता
ईवीएम
पर
सवाल
उठाने
के
बाद
अब
बैलेट
पेपर
यानी
मतपत्र
से
चुनाव
कराने
की
मांग
कर
रहे
हैं।
इसमें
सबसे
आगे
मध्य
प्रदेश
के
पूर्व
मुख्यमंत्री
दिग्विजय
सिंह
हैं।
उनको
कांग्रेस
ने
राजगढ़
से
लोकसभा
चुनाव
के
लिए
प्रत्याशी
बनाया
है।
अब
वे
अपने
क्षेत्र
में
कार्यकर्ताओं
से
कह
रहे
हैं
कि
400
से
ज्यादा
प्रत्याशी
हों
तो
चुनाव
आयोग
को
ईवीएम
की
जगह
मतपत्र
का
इस्तेमाल
करना
पड़ेगा।
वे
यह
दावा
भी
कर
रहे
हैं
कि
बैलेट
पेपर
से
चुनाव
होंगे
तो
भाजपा
की
हार
पक्की
है।
इसके
लिए
वे
कार्यकर्ताओं
को
प्रयास
करने
की
बात
भी
कर
रहे
हैं।
इससे
पूर्व
छत्तीसगढ़
में
भी
पूर्व
सीएम
भूपेश
बघेल
एक
सीट
पर
375
से
अधिक
नामांकन
होने
पर
बैलेट
पेपर
से
चुनाव
होने
की
बात
कर
चुके
हैं।
वे
कार्यकर्ताओं
से
अधिकाधिक
नामांकन
पत्र
भरने
की
अपील
कर
रहे
हैं।
ऐसा
कोई
नियम
नहीं
:
ओपी
रावत
दोनों
पूर्व
मुख्यमंत्रियों
के
दावे
को
लेकर
अमर
उजाला
ने
पूर्व
मुख्य
चुनाव
आयुक्त
ओपी
रावत
से
बात
कि
तो
उन्होंने
बताया
कि
ऐसा
कोई
नियम
नहीं
है,
लेकिन
तकनीकी
रूप
से
ईवीएम
से
नोटा
समेत
384
उम्मीदवारों
तक
के
नाम
दर्ज
किए
जा
सकते
हैं।
इसमें
नोटा
का
बटन
शामिल
है।
इससे
एक
भी
उम्मीदवार
का
नाम
ज्यादा
होने
पर
बैलेट
पेपर
से
चुनाव
कराना
होगा।
यह
है
सबसे
बड़ी
बाधा
लोकसभा
चुनाव
के
लिए
सामान्य
वर्ग
के
प्रत्याशी
को
25
हजार
रुपये
जमानत
राशि
जमा
करना
होती
है।
वहीं,
आरक्षित
वर्ग
के
लिए
यह
राशि
12,500
रुपये
है।
यदि
सामान्य
वर्ग
की
सीट
पर
385
नामांकन
भरवाते
हैं
तो
यह
राशि
करीब
96
लाख
25
हजार
रुपये
होगी।
ऐसे
में
एक
सीट
पर
करीब
एक
करोड़
रुपये
नामांकन
भरने
के
लिए
ही
खर्च
करना
होगा।
वहीं,
नियम
है
ऐसे
प्रत्याशी
जो
निर्वाचन
क्षेत्र
में
डाले
गए
वैध
मतों
के
1/6
यानी
छठे
भाग
से
अधिक
वोट
पाने
में
असफल
होते
हैं,
उनकी
जमानत
राशि
जब्त
हो
जाती
है।
यानी
उनको
राशि
वापस
नहीं
मिलती
है।
अधिकतम
24
यूनिट
जोड़
सकते
हैं
एक
बैलेटिंग
यूनिट
में
16
प्रत्याशियों
के
नाम
फीड
करने
की
सीमा
है।
2006
से
2016
तक
एम-2
ईवीएम
में
16
से
अधिक
प्रत्याशियों
की
संख्या
होने
पर
एक
बैलेटिंग
यूनिट
जोड़
दिया
जाता
था।
यानी
दो
ईवीएम
में
चार
बैलेटिंग
यूनिट
जोड़कर
64
प्रत्याशियों
के
नाम
दर्ज
किए
जा
सकते
थे।
हालांकि,
अब
2013
के
बाद
से
एम-3
ईवीएम
का
उपयोग
किया
जा
रहा
है।
इसमें
चार
की
जगह
24
बैलेटिंग
यूनिट
जोड़
सकते
हैं।
यानी
अब
384
प्रत्याशियों
के
नाम
दर्ज
किया
जा
सकते
हैं।
दिग्गी
पहले
दिन
से
बहाना
ढूंढ
रहे
:
वीडी
प्रदेश
भाजपा
अध्यक्ष
वीडी
शर्मा
ने
दिग्विजय
सिंह
और
कांग्रेस
पर
जमकर
हमला
बोला।
शर्मा
ने
कहा
कि
देश
के
अंदर
सबसे
बड़े
जयचंद
का
नाम
दिग्विजय
सिंह
है।
दिग्विजय
सिंह
शहीद
और
सेना
पर
सवाल
उठाते
आए
हैं।
प्रचंड
हार
की
डर
से
दिग्विजय
सिंह
बैलेट
पेपर
की
बात
कह
रहे
हैं,
उनकी
जमानत
जब्त
होगी,
इसलिए
वे
पहले
दिन
से
ही
बहाना
ढूंढ
रहे
हैं।