मध्यप्रदेश
भाजपा
को
मंगलवार
को
नया
प्रदेश
अध्यक्ष
मिल
जाएगा।
करीब
10
महीने
से
चल
रही
चर्चा
और
अंदरूनी
मंथन
के
बाद
यह
फैसला
अंतिम
चरण
में
पहुंच
गया
है।
भाजपा
के
केंद्रीय
चुनाव
अधिकारी
और
केंद्रीय
मंत्री
धर्मेंद्र
प्रधान
मंगलवार
शाम
4
बजे
भोपाल
पहुंचेंगे
और
4:30
बजे
नामांकन
प्रक्रिया
शुरू
होगी।
दो
जुलाई
को
नए
अध्यक्ष
के
नाम
की
औपचारिक
घोषणा
की
जाएगी। बैतूल
से
विधायक
और
पूर्व
सांसद
हेमंत
खंडेलवाल
का
नाम
अब
सबसे
प्रमुख
दावेदार
के
रूप
में
उभरा
है।
उन्हें
संगठन
से
जुड़े
वरिष्ठ
नेताओं,
मुख्यमंत्री
डॉ.
मोहन
यादव
और
पार्टी
के
प्रमुख
चेहरों
का
समर्थन
मिल
रहा
है।
हेमंत
खंडेलवाल
की
राजनीतिक
पृष्ठभूमि
भी
मजबूत
मानी
जा
रही
है।
उनके
पिता
विजय
खंडेलवाल
भाजपा
के
वरिष्ठ
नेता
रहे
हैं,
जिससे
संगठन
में
उनका
जुड़ाव
और
भरोसा
काफी
पुराना
है।
खंडेलवाल
का
संघ
से
जुड़ाव
और
उनका
साफ-सुथरा
राजनीतिक
रिकॉर्ड
उन्हें
अन्य
दावेदारों
से
आगे
बढ़ा
रहा
है।
हेमंत
खंडेलवाल
का
नाम
लगभग
तय
माना
जा
रहा
हैं।
खंडेलवाल
वर्तमान
में
प्रदेश
भाजपा
के
कुशाभाऊ
ठाकरे
ट्रस्ट
के
अध्यक्ष
हैं।
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हेमंत
खंडेलवाल
ने
2007
में
पहली
बार
बैतूल
लोकसभा
उपचुनाव
में
जीत
हासिल
की
थी।
यह
सीट
उनके
पिता
विजय
खंडेलवाल
के
निधन
के
बाद
खाली
हुई
थी।
2009
में
बैतूल
लोकसभा
सीट
अनुसूचित
जनजाति
के
लिए
आरक्षित
हो
गई,
लेकिन
खंडेलवाल
की
भूमिका
इसके
बाद
भी
प्रभावशाली
बनी
रही।
उन्होंने
2013
में
विधायक
के
रूप
में
जीत
दर्ज
की,
हालांकि
2018
में
चुनाव
हारे।
2023
में
वह
फिर
से
विधायक
चुने
गए।
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संघ
और
संगठन
में
मजबूत
पकड़
खंडेलवाल
को
राष्ट्रीय
स्वयंसेवक
संघ
के
वरिष्ठ
पदाधिकारी
सुरेश
सोनी
का
करीबी
माना
जाता
है।
दिल्ली
में
हुए
अंतिम
दौर
की
चर्चा
में
सुरेश
सोनी
और
डॉ.
यादव
दोनों
ने
ही
हेमंत
खंडेलवाल
के
नाम
की
जोरदार
पैरवी
की
थी।
पूर्व
मुख्यमंत्री
शिवराज
सिंह
चौहान
ने
भी
उनके
नाम
पर
सहमति
जताई
है।
संघ
और
संगठन
दोनों
को
भरोसा
है
कि
हेमंत
खंडेलवाल
के
नेतृत्व
में
सरकार
और
संगठन
के
बीच
बेहतर
तालमेल
बना
रहेगा।
अन्य
नाम
भी
चर्चा
में
प्रदेश
अध्यक्ष
पद
के
लिए
केंद्रीय
मंत्री
दुर्गादास
उइके,
लता
वानखेड़े,
नरोत्तम
मिश्रा,
अरविंद
भदौरिया,
बृजेंद्र
प्रताप
सिंह,
अर्चना
चिटनिस
और
गजेंद्र
पटेल
के
नामों
पर
भी
चर्चा
में
है,लेकिन
बताया
जा
रहा
हैं
कि
अंतिम
सहमति
खंडेलवाल
के
नाम
पर
बनी
हैं।
सूत्रों
का
कहना
है
कि
अब
औपचारिक
एलान
ही
बाकी
हैं।